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गोल्ड के दाम में तेजी के आसार, खरीदने का सही वक्त?
त्योहारी सीजन में गोल्ड की डिमांड बढ़ जाती है. लिहाजा इसके दाम ( Gold Price) चढ़ने लगते हैं. पिछले कुछ दिनों से देश में गोल्ड के दाम लगातार बढ़ते दिख रहे हैं. लेकिन क्या त्योहारी सीजन के बाद इसके दाम गिरेंगे? सवाल यह है क्या यह गोल्ड खरीदने का सही वक्त है या फिर त्योहारी सीजन के खत्म होने का इंतजार करें. शनिवार को कमोडिटी एक्सचेंज ( Multi Commodity Exchange) में गोल्ड के दाम 1.40 फीसदी की गिरावट आई और यह 47,213 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया. लेकिन स्पॉट मार्केट में इसके दाम पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे हैं. शनिवार को दिल्ली में गोल्ड का दाम 47,070 ( 22 कैरेट) रुपये प्रति दस ग्राम रहा. पिछले पांच दिनों में इसके दाम 1000 रुपये से भी ज्यादा बढ़े हैं. लिहाजा निवेशकों को यह लग सकता है कि यह गोल्ड में खरीदारी का सही वक्त है और आगे यह और महंगा हो सकता है.
जानें क्यों महंगा हो सकता है गोल्ड?
IIFL Securities में कमोडिटी और करेंसी ट्रेड के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतें बढ़ने से दुनिया भर में महंगाई बढ़ रही है. इसके साथ ही रुपये में डॉलर के मुकाबले में कमजोरी दिख रही है. आगे भी इसकी स्थिति यही रहने के आसार हैं. साफ है कि डॉलर महंगा होने से गोल्ड महंगा होगा. दुनिया भर में निवेशक गोल्ड में निवेश महंगाई की हेजिंग के लिए करते हैं. यानी महंगाई को चढ़ते देख गोल्ड में निवेश बढ़ता जाता है.
अनुज गुप्ता का कहना है कमोडिटी मार्केट में गोल्ड (MCX Gold) में जो फौरी गिरावट दिख रही है उसका निवेशकों को फायदा उठाना चाहिए और गोल्ड में खरीदारी बढ़ानी चाहिए. स्पॉट मार्केट में भी गोल्ड के दाम बढ़ रहे हैं. आगे इसमें और तेजी आ सकती है इसलिए इस वक्त गोल्ड खरीदना निवेशकों के लिए फायदे का सौदा हो सकता है. भारत में त्योहारी सीजन में वैसे भी गोल्ड के दाम बढ़ जाते हैं. इसके बाद शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा. इसलिए मार्च-अप्रैल तक गोल्ड के दाम में कमी की गुंजाइश कम है.
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गोल्ड के आयात में बढ़ोतरी लेकिन सस्ता होने के आसार नहीं
पिछले दिनों गोल्ड की कीमतों में कमी को देखते हुए इसकी मांग बढ़ गई थी. सितंबर में देश में गोल्ड का आयात 658 फीसदी बढ़ कर 91 टन पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल सितंबर में सिर्फ 12 टन गोल्ड आयात ( Gold Import) हुआ था. हालांकि गोल्ड आयात में भारी कमी की वजह से यह बेस इफेक्ट को दिखा रहा है. दरअसल गोल्ड सस्ता होने और आने वाले त्योहारी सीजन की बढ़ी हुई मांग की वजह से ज्वैलर्स ने खरीदारी और बढ़ा दी है. इन हालातों से साफ है कि आने वाले वक्त में गोल्ड की मांग बनी रहेगी और इसके दाम नीचे नहीं जाएंगे. इसलिए गोल्ड में यह खरीदारी का सही वक्त हो सकता है.