/financial-express-hindi/media/post_banners/8Fv2zrX27i4dDd3to0gi.jpg)
लगातार छठी तिमाही में स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं
सरकार ने पीपीएफ (PPF) और सुकन्या समृद्धि योजना ( SSY) समेत सभी स्मॉल सेविंग्स स्कीम की ब्याज दरों कोई बदलाव नहीं किया है. तीसरी तिमाही ( अक्टूबर-दिसंबर 2021) की ब्याज दरों में कोई तब्दीली नहीं आएगी. हर तिमाही में इन बचत योजनाओं की ब्याज दरों में बदलाव किया जाता है.
यह लगातार छठी तिमाही होगी, जब छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया है. इससे इन योजनाओं में निवेश करने वालों ने राहत की सांस ली है. बैंकों की ओर से बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती के बाद पीपीएफ और डाकघर की बचत योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती की आशंका जताई जा रही थी. इस समय ज्यादातर बैंकों में एक से दस साल के डिपोजिट पर औसतन 5.5 फीसदी ब्याज मिल रहा है.
बैंक की तुलना में डाकघरों की योजनाएं ज्यादा आकर्षक
पीपीएफ (PPF) पर इस वक्त 7.1 फीसदी का इंटरेस्ट रेट मिल रहा है. वहीं सीनियर सिटिजन के लिए यह दर 7.4 फीसदी है. सुकन्या समृद्धि योजना के खाताधारकों को 7.6 फीसदी ब्याज मिलता है. डाकघर में 5 साल की मंथली इनकम स्कीम पर ब्याज दर 6.6 फीसदी है. वहीं पांच साल के नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) पर 6.8 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. एक साल के टर्म डिपोजिट पर ब्याज दर 5.5 फीसदी है. पांच साल के टर्म डिपोजिट दर पर प्रति वर्ष 6.7 फीसदी का ब्याज मिलता है.
PPF सबसे लोकप्रिय
छोटी बचत योजनाओं में PPF सबसे लोकप्रिय है. क्योंकि पीपीएफ पर मिलने वाला ब्याज इनकम टैक्स एक्ट 1961 के सेक्शन 10 के तहत टैक्स फ्री है. दूसरे, ब्याज में कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है. इसके अलावा पीपीएफ को सॉवरेन गारंटी मिली होती है. यानी इसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की होती है.बहरहाल बैंकों की तुलना में पोस्ट ऑफिस की सावधि योजनाएं ज्यादा आकर्षक हैं. इस पर सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स बेनिफिट मिलता है. पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटिजन स्कीम काफी लोकप्रिय है. इसके तहत 60 साल से ऊपर के बुजुर्गों के लिए निवेश योजनाएं खुली रहती हैं.