/financial-express-hindi/media/post_banners/1uPPUHwG8VkpdTqYIAuk.jpg)
SGB में निवेश पर जो ब्याज मिलेगा, उस पर टैक्स चुकाना होगा लेकिन रिडेंप्शन पर जो कैपिटल गेन होगा, उस पर इंडिविजुअल की टैक्स देनदारी नहीं बनती है.
SGB: गोल्ड निवेशकों के लिए बड़ी खुशखबरी है. चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही अक्टूबर 2021-मार्च 2022 में केंद्र सरकार सोवरेन गोल्ड बॉन्ड्स (Sovereign Gold Bonds) की चार ट्रेंच लॉन्च करेगी. इसमें निवेश पर सरकार 2.5 फीसदी की दर से सालाना ब्याज भी देगी. एसजीबी लॉन्च करने की मुख्य वजह गोल्ड के आयात तो हतोत्साहित करना है क्योंकि गोल्ड के अधिक आयात से व्यापार घाटा असंतुलित होता है. इन बॉन्ड से हुए कैपिटल गेन पर कोई टैक्स देनदारी नहीं बनती है जिससे यह आकर्षक निवेश साबित होता है. हालांकि सालाना मिलने वाले ब्याज पर टैक्स देनदारी बनती है.
SEBI on Digital Gold: दिवाली से पहले सेबी का अहम निर्देश, डिजिटल गोल्ड में डील न करें निवेश सलाहकार
ये है टाइमलाइन
- वित्त मंत्रालय के मुताबिक गोल्ड बॉन्ड की पहली ट्रेंच को सब्सक्राइब करने के लिए आवेदन 25-29 अक्टूबर के बीच स्वीकार किए जाएंगे. इसके बाद इसे 2 नवंबर को निवेशकों को जारी किया जाएगा.
- दूसरी ट्रेंच सब्सक्रिप्शन के लिए 29 नवंबर-3 दिसंबर के बीच खुलेगी और फिर बॉन्ड्स 7 दिसंबर को इश्यू किए जाएंगे.
- गोल्ड बॉन्ड्स की तीसरी ट्रेंच के लिए 10-14 जनवरी के बीज आवेदन स्वीकार किए जाएंगे और बॉन्ड्स 18 जनवरी को जारी होंगे.
- चालू वित्त वर्ष में सोवरेन गोल्ड बॉन्ड्स की आखिरी ट्रेंच 28 फरवरी-4 मार्च के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा और फिर निवेशकों को इसके पेपर्स 8 मार्च को जारी कर दिए जाएंगे.
Sovereign Gold Bonds से जुड़ी खास बातें
- गोल्ड बॉन्ड के भाव सब्सक्रिप्शन अवधि के पिछले हफ्ते के अंतिम तीन वर्किंग डेज में 999 शुद्धता वाले गोल्ड के औसतन भाव के आधार पर तय किए जाएंगे. 999 शुद्धता वाले गोल्ड के भाव इंडियन बूलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) प्रकाशित करती है.
- ऑनलाइन आवेदन और पेमेंट करने पर निवेशकों कों 50 रुपये का डिस्काउंट मिलेगा.
- बॉन्डों की बिक्री स्माल फाइनेंस और पेमेंट बैंकों को छोड़कर शेड्यूल्ड कॉमर्शियल बैंकों, स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, चुनिंदा डाकघरों, एनएसई और बीएसई के जरिए की जाएगी.
- निवेशकों को हर छह महीने पर 2.5 फीसदी की सालाना दर से निवेश के नॉमिनल वैल्यू पर ब्याज मिलेगा.
- गोल्ड बॉन्ड के जरिए कम से कम 1 ग्राम गोल्ड में निवेश करना होगा. इसके अलावा इंडिविजुअल्स को अधिकतम 4 किग्रा और ट्रस्ट जैसी एंटिटीज को एक वित्त वर्ष में अधिकतम 20 किग्रा गोल्ड बॉन्ड में निवेश करने की मंजूरी है.
- इन बॉन्डों का टेन्योर 8 साल होगा. हालांकि पांच साल तक होल्ड करने के बाद अगली ब्याज अदायगी तिथि को अपनी पूंजी निकाल सकते हैं.
- रिडेंप्शन प्राइस आईबीजीए द्वारा प्रकाशित पिछले तीन वर्किंग डेज में 999 शुद्धता वाले गोल्ड के औसतन बंद भाव के आधार पर तय होगा.
- बॉन्ड में निवेश पर जो ब्याज मिलेगा, उस पर टैक्स चुकाना होगा लेकिन रिडेंप्शन पर जो कैपिटल गेन होगा, उस पर इंडिविजुअल की टैक्स देनदारी नहीं बनती है.
- ये बॉन्ड स्टॉक एक्सचेंज पर भी ट्रेड होते हैं.