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G-Sec: क्या होता है गवर्नमेंट बॉन्ड, क्या रिस्क फ्री रिटर्न के लिए FD से अच्छा है विकल्प?

What is Government Securities: गवर्नमेंट सिक्योरिटीज यानी G-Sec ऐसे इन्‍वेस्‍टमेंट प्रोडक्ट होते हैं, जो केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जाते हैं. सरकारें आम जनता से पूंजी जुटाने के लिए ये सिक्‍योरिटीज जारी करती हैं.

What is Government Securities: गवर्नमेंट सिक्योरिटीज यानी G-Sec ऐसे इन्‍वेस्‍टमेंट प्रोडक्ट होते हैं, जो केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जाते हैं. सरकारें आम जनता से पूंजी जुटाने के लिए ये सिक्‍योरिटीज जारी करती हैं.

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Sushil Tripathi
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Government Bonds News

G-Sec a Risk Free Investment: गिल्ट म्यूचुअल फंड एक प्रकार का डेट फंड है जो गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश करता है. (file image)

Government Securities/Government Bond: म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम में निवेश करने वालों की संख्या भले ही बहुत ज्यादा है, लेकिन अब डेट योजनाओं को लेकर लोगों में आकर्षण बढ़ रहा है. बहुत से निवेशक ऐसे हैं जो कन्जर्वेटिव हैं या मॉडरेट रिस्क लेने वाले. ऐसे निवेशक इक्विटी स्कीम में पैसा लगाने से बचते हैं, क्योंकि उनमें बाजार का जोखिम ज्यादा होता है. ऐसे निवेशक अब ट्रेकडिशनल फिक्स्ड इनकम योजनाओं के अलावा डेट म्यूचुअल फंड में भी पैसे लगा रहे हैं. बीते कुछ सालों के रिटर्न चार्ट पर नजर डालें तो बहुत सी डेट स्कीम का रिटर्न एफडी या एनएससी जैसी स्माल सेविंग्स की तुलना में ज्यादा रहा है. अगर आपका भी फोकस ऐसे विकल्पों को खोजने पर बढ़ रहा है, जहां पैसा सुरक्षित रहे और रिटर्न भी बेहतर हो तो इन विकल्पों में गवर्नमेंट सिक्योरिटीज (G-Sec) भी शामिल हैं.

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क्या होता है गवर्नमेंट बॉन्ड?

गवर्नमेंट सिक्योरिटीज को गवर्नमेंट बॉन्‍ड भी कहते हैं. गवर्नमेंट सिक्योरिटीज यानी G-Sec ऐसे इन्‍वेस्‍टमेंट प्रोडक्ट होते हैं, जो केंद्र सरकार और राज्य सरकारों द्वारा जारी किए जाते हैं. सरकारें आम जनता से पूंजी जुटाने के लिए ये सिक्‍योरिटीज जारी करती हैं. ये बॉन्‍ड सरकार को जरूरत पड़ने पर फंडिंग सुनिश्चित करते हैं. छोटी अवधि की सिक्योरिटी ट्रेजरी बिल कहलाती है जो 1 साल से कम अवधि के लिए जारी की जाती हैं. वहीं 1 साल से अधिक के लिए जारी की जाने वाली सिक्‍योरिटीज को गवर्नमेंट बांड कहते हैं. केंद्र सरकार ट्रेजरी बिल और डेट सिक्योरिटीज, दोनों जारी करती है. राज्य सरकारें सिर्फ डेट सिक्योरिटीज ही जारी कर सकती हैं

कितना मिलता है ब्याज

ब्याज का पेमेंट गवर्नमेंट बॉन्ड कांट्रैक्‍ट में तय किए गए कूपन रेट के आधार पर किया जाता है. गवर्नमेंट बॉन्ड केंद्र या राज्य सरकारें जारी करती हैं, इसलिए इनमें रिस्क बहुत कम होता है. इसकी एक खासियत यह हे कि जब बॉन्ड मैच्योर हो जाते हें तो निवेशक को निवेश की गई राशि वापस मिल जाती है. ब्याज का फायदा अलग से होता है. अब सरकारें सहकारी बैंकों और रिटेल निवेशकों जैसे छोटे निवेशकों को भी G-Sec की पेशकश करती हैं.

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10 साल में बेस्ट रिटर्न वाली स्‍कीम

Kotak गिल्ट Inv PF & ट्रस्ट: 8.92%
निप्पॉन इंडिया गिल्ट सिक्योरिटीज फंड: 8.90
Kotak Gilt Inv: 8.89%
SBI Magnum Gilt: 8.81%
Bandhan GSF इन्वेस्टमेंट: 8.66%
ICICI प्रू गिल्ट: 8.61%
ABSL गवर्नमेंट सिक्योरिटीज: 8.50%
DSP गवर्नमेंट सिक्योरिटीज: 8.49%
UTI Gilt: 8.45%
HSBC Gilt: 8.00%

कैसे और कौन कर सकता है निवेश

गवर्नमेंट बॉन्ड सीधे बाजार से खरीदा जा सकता हैं. गिल्ट म्यूचुअल फंड एक प्रकार का डेट फंड है जो गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश करता है. इसलिए, यह गवर्नमेंट बॉन्ड में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका गिल्ट म्यूचुअल फंड है.

गवर्नमेंट बांड की खरीद बिक्री म्यूचुअल फंड, PF, बीमा कंपनियां, कमर्शियल बैंक, प्राइमरी डीलर, को-ऑपरेटिव बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक और पेंशन फंड करते हैं. कंपनियां भी G-Sec की खरीद-बिक्री करती हैं.

Government Securities Debt Schemes Mutual Fund