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निश्चित और सुरक्षित रिटर्न के लिए पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट और बैंक एफडी बेहद लोकप्रिय विकल्प हैं.
देश के आम निवेशक अपने पैसों पर निश्चित और सुरक्षित रिटर्न हासिल करने के लिए पोस्ट ऑफिस के टर्म डिपॉजिट और बैंक एफडी दोनों में बड़े पैमाने पर निवेश करते हैं. इनमें से कौन सा ऑप्शन आपके लिए बेहतर है, इसका फैसला करने के लिए यह जानना जरूरी है कि फिलहाल कहां कितना रिटर्न मिल रहा है.
इंडिया पोस्ट टर्म डिपॉजिट में कितना है रिटर्न
इंडिया पोस्ट टर्म डिपॉजिट (POTD) जिसे बोलचाल की भाषा में पोस्ट ऑफिस फिक्स्ड डिपॉजिट भी कहा जाता है, देश भर में दशकों से बेहद लोकप्रिय रहे हैं. पोस्ट ऑफिस की पहुंच देश के उन इलाकों में भी रही है, जहां बैंकिंग की सुविधाएं कम उपलब्ध थीं. सीधे केंद्र सरकार से जुड़ा होने के कारण पोस्ट ऑफिस को निवेश का सबसे सुरक्षित विकल्प भी माना जाता रहा है. साथ ही पोस्ट ऑफिस में निवेश पर अच्छा रिटर्न भी मिलता है.
पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट की खास बातें
पोस्ट ऑफिस में टर्म डिपॉजिट 1 साल, 2 साल, 3 साल या 5 साल के लिए कराए जा सकते हैं. इसमें कम से कम 1000 रुपये जमा किए जा सकते हैं, जिसके बाद 100 रुपये के मल्टीपल में कोई भी रकम जमा कराई जा सकती है. डिपॉजिट की कोई अधिकतम सीमा नहीं है. पोस्ट ऑफिस में फिलहाल 1 साल से 3 साल तक के टर्म डिपॉजिट पर 5.5 फीसदी ब्याज दिया जा रहा है. जबकि 5 साल के लिए जमा करने पर 6.70 फीसदी ब्याज मिलेगा. खास बात ये है कि पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट में जमा की गई रकम को जरूरत पड़ने पर 6 महीने बाद निकाला भी जा सकता है. लेकिन उस हालत में जमा रकम पर पोस्ट ऑफिस सेविंग्स एकाउंट्स (POSA) पर दिया जाने वाला ब्याज ही मिलेगा, जो अभी सालाना 4 फीसदी है. 5 साल के लिए टर्म डिपॉजिट करने पर आयकर की धारा 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है.
बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट
पोस्ट ऑफिस की जगह आप चाहें तो बैंकों के फिक्स्ड डिपॉजिट में भी निवेश कर सकते हैं. हर बैंक के एफडी पर दिए जाने वाले ब्याज की दर अलग-अलग है. आमतौर पर बैंक एफडी में जमा पैसों को मैच्योरिटी से पहले निकालने पर पेनाल्टी भी वसूल करते हैं, जो आमतौर पर एफडी पर लागू ब्याज दर के 0.5 फीसदी से 1 फीसदी के बराबर होती है. आपकी आसानी के लिए हम यहां कुछ प्रमुख बैंकों की मौजूदा एफडी की दरें दे रहे हैं. ये दरें इन बैंकों की वेबसाइट से ली गई हैं. सभी बैंकों के लिए हमने यहां 2 करोड़ रुपये से कम के डिपॉजिट पर लागू होने वाली ब्याज दरें दी हैं.
एसबीआई एफडी रेट (SBI FD Rates)
- 3 साल से लेकर 5 साल से कम अवधि की एफडी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) 5.60% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामले में ब्याज दर 6.10% है.
- 5 साल से लेकर 10 साल तक की एफडी पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) 5.65% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामले में ब्याज दर 6.45% है.
एचडीएफसी बैंक एफडी रेट (HDFC Bank FD Rates)
- 3 साल 1 दिन से लेकर 5 साल तक की एफडी पर एचडीएफसी बैंक 6.10% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामल में यह ब्याज दर 6.60% है.
- 5 साल 1 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी पर एचडीएफसी बैंक 5.75% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामल में यह ब्याज दर 6.50% है.
आईसीआईसीआई बैंक एफडी रेट (ICICI Bank FD Rates)
- 3 साल 1 दिन से लेकर 5 साल तक की एफडी पर ICICI बैंक 6.10% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामल में यह ब्याज दर 6.60% है.
- 5 साल 1 दिन से लेकर 10 साल तक की एफडी पर ICICI बैंक 5.90% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामल में यह ब्याज दर 6.60% है.
एक्सिस बैंक एफडी रेट (Axis Bank FD Rates)
- 3 साल से लेकर 5 साल से कम अवधि की एफडी पर एक्सिस बैंक 5.70% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामले में ब्याज दर 6.35% है.
- 5 साल से लेकर 10 साल तक की एफडी पर एक्सिस बैंक 5.75% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामले में ब्याज दर 6.35% है.
यस बैंक एफडी रेट (YES Bank FD Rates)
- 18 महीने से लेकर 3 साल से कम अवधि की एफडी पर यस बैंक 6.75% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामल में यह ब्याज दर 7.25% है.
- 3 साल से लेकर 10 साल तक की एफडी पर यस बैंक 6.75% ब्याज दे रहा है. सीनियर सिटिजन्स के मामल में यह ब्याज दर 7.50% है.
ऊपर दी गई जानकारी से साफ है कि फिलहाल इन बैंकों में एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज एक्सिस बैंक दे रहा है. लेकिन एफडी में निवेश का फैसला सिर्फ ज्यादा रिटर्न के आधार पर नहीं किया जा सकता. निवेश की सुरक्षा से लेकर रिटर्न की गारंटी जैसे मसले भी काफी अहमियत रखते हैं. सरकार से जुड़े होने के कारण पोस्ट ऑफिस के टर्म डिपॉजिट और एसबीआई के एफडी सबसे ज्यादा सुरक्षित माने जा सकते हैं. प्राइवेट सेक्टर के बैंकों में किए गए निवेश की सुरक्षा उस बैंक की वित्तीय मजबूती पर निर्भऱ करती है. ऐसे में निवेश का कोई भी फैसला सभी बातों को ध्यान में रखकर ही किया जाना चाहिए.
(यहां दी गई जानकारी सिर्फ निवेशकों की सुविधा के लिए है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन अपनी तरफ से किसी भी इंस्ट्रूमेंट में निवेश की सिफारिश नहीं करता. कोई भी फैसला करने से पहले अपने निवेश सलाहकार से परामर्श कर लें)