/financial-express-hindi/media/post_banners/Uhw30CKDY2H7emFbCYls.jpg)
संपत्ति खरीदने की बात आती है तो आम बोलचाल की भाषा में इसमें नया घर खरीदना या जमीन का कोई टुकड़ा खरीदना आता है. लेकिन बैंकों की शब्दावली में ये दोनों अलग-अलग चीजें हैं. (Image- Pixabay)
Home Loan vs Land Loan: संपत्ति खरीदने की बात आती है तो आम बोलचाल की भाषा में इसमें नया घर खरीदना या जमीन का कोई टुकड़ा खरीदना आता है. लेकिन बैंकों की शब्दावली में ये दोनों अलग-अलग चीजें हैं. अधिकतर लोग नया घर या जमीन खरीदने के लिए पैसों का इंतजाम बैंकों से लोन के जरिए करते हैं लेकिन घर के लोन लेना जमीन के लिए लोन लेने से काफी अलग है. दोनों के लिए ब्याज दरों से लेकर कुछ शर्तें भी अलग होती हैं.
इसके अलावा दोनों ही लोन के लिए टैक्स बेनेफिट्स में भी काफी फर्क होता है. ऐसे में लोन लेने से पहले दोनों प्रकार के लोन में फर्क के बारे में जानना बहुत जरूरी है. दोनों प्रकार के लोन में कुछ अंतर जानने से पहले समानता भी जानना जरूरी है. दोनों ही प्रकार के लोन बांटने की प्रक्रिया लगभग समान होती है और ईएमआई विकल्प भी समान होतें हैं.
लोन देने का मकसद अलग
होम लोन किसी बने-बनाए घर के लिए दिया जाता है या ऐसे घर के लिए दिया जाता है जिनका निर्माण हो रहा है या जल्द होने वाला है या खुद इसका निर्माण करवाना है. इसके विपरीत लैंड लोन को प्लॉट खरीदने के लिए दिया जाता है जिसका इस्तेमाल सिर्फ और सिर्फ आवासीय संपत्ति बनाने के लिए किया जा सकता है. लैंड लोन का इस्तेमाल व्यक्तिगत प्रयोग या निवेश के रूप में किया जा सकता है.
होम लोन में कम डाउनपेमेंट की जरूरत
किसी संपत्ति की कीमत का कितना हिस्सा लोन के जरिए पेमेंट किया जा सकता है, इसे लोन टू वैल्यू रेशियो (LTV Ratio) कहा जाता है. होन लोन के लिए एलटीवी रेशियो 75-90 फीसदी है यानी कि संपत्ति की कीमत का 90 फीसदी तक का हिस्सा होम लोन में कवर हो सकता है और शेष राशि यानी 10 फीसदी राशि डाउनपेमेंट के रूप में चुकानी होगी. इसके विपरीत लैंड लोन के मामले में यह रेशियो 75-80 फीसदी है यानी लैंड लोन ले रहे हैं तो जमीन की कीमत का कम से कम 20 फीसदी हिस्सा डाउनपेमेंट के रूप में देना होगा.
होम लोन की दरें न्यूनतम
फेस्टिव सीजन के दौरान बैंक लोगों को कई ऑफर देती हैं और इस समय होम लोन ऐतिहासिक स्तर पर न्यूनतम है. घर खरीदने के लिए महज 6.4 फीसदी की दर से भी होम लोन हासिल किया जा सकता है. अधिकतर बैंक सात फीसदी से कम दर पर होम लोन उपलब्ध करा रहे हैं. इसके विपरीत लैंड लोन की ब्याज दरें अधिक होती हैं.
लैंड लोन चुकाने के लिए नहीं मिलता अधिक वक्त
लोन हासिल करने के बाद इसे किश्तों में चुकाने के लिए कुछ समय मिलता है. होम लोन चुकाने के लिए 30 साल तक का समय मिलता है. हालांकि लैंड लोन के मामले में इतना लंबा समय किश्त चुकाने के लिए नहीं मिलता है. लैंड लोन के तहत 15-20 वर्षों में पूरा कर्ज चुकाना होगा.
होम लोन पर मिलता है टैक्स बेनेफिट्स
आयकर अधिनियम के तहत टैक्सपेयर्स को होम लोन के भुगतान पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी और 24बी के तहत टैक्स बेनेफिट्स मिलता है. होम लोन के लिए चुकाए गए ब्याज के अलावा मूलधन पर भी टैक्स राहत मिलती है. लैंड लोन में इस प्रकार की कोई राहत नहीं मिलती है. हालांकि जमीन पर किए गए निर्माण के लिए जब लोन लेते हैं तो इस पर टैक्स डिडक्शन मिलता है और यह फायदा निर्माण पूरा होने पर मिलता है.