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हर व्यक्ति भविष्य के लिये पैसों की बचत करता है. वह रिटायरमेंट के लिये अपने पैसे बचाता है.
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हर व्यक्ति अपने भविष्य और रिटायरमेंट के लिये पैसों की बचत करता है. व्यक्ति रिटारमेंट के लिये पर्याप्त फंड की व्यवस्था करता है. स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक ने रिटायरमेंट के लिये जरूरी फंड पर एक रिपोर्ट जारी की है जिसमें तीन कैटेगरी के लोगों को आधार बनाया गया है. इस रिपोर्ट में प्रभावशाली लोगों, उभरते प्रभावशाली लोगों और हाई नेट वर्थ वाले लोगों पर फोकस किया गया है. इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगर इन कैटेगरी के किसी व्यक्ति के पास 3.6 करोड़ रुपये का रिटायरमेंट फंड है, तो वह भी उसके लिये पर्याप्त नहीं है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि 3.6 करोड़ के फंड से रिटायरमेंट के बाद व्यक्ति को 93,000 रुपये प्रति महीने मिलेंगे. अगर वह महीने में अपने औसत खर्च के हिसाब से पैसे खर्च करें, तो यह राशि एक उभरते प्रभावशाली व्यक्ति के लिये 6 साल की रिटायरमेंट तक के लिये पर्याप्त रहेगी, प्रभावशाली व्यक्ति के लिये 9 साल और हाई नेट वर्थ वाले व्यक्ति के लिये 5 साल तक पर्याप्त रहेगी .
इसके अलावा रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 32 फीसदी लोग अपने वित्तीय लक्ष्यों को 60 साल की उम्र तक अपने आधे से ज्यादा वित्तीय लक्ष्यों को पूरा कर सकते हैं. इसके अलावा बाकी बचे 68 फीसदी लोग भी बेहतर तरीके से संपत्ति का प्रबंधन करके अपना लक्ष्य हासिल कर सकते हैं.
ज्यादातर लोगों के पास बचत की योजना
इस रिपोर्ट में बचत पर भी बात की गई है. हर पांच में से तीन बचत करने वाले व्यक्ति (60 फीसदी) के पास भविष्य के लिये वित्तीय योजना है. इस स्टडी में पाया गया है कि हर पांच में से चार व्यक्ति (77 फीसदी) पैसों को खुशी के लिये जरूरी मानते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रभावशाली लोग डिजिटल बैंकिंग को लेकर ज्यादा सकारात्मक हैं. लगभग 78 फीसदी धनी बनते लोग अपने पैसों को डिजिटल माध्यम से मैनेज करते हैं और 79 फीसदी धनी लोग इसके लिये डिजिटल माध्यम को चुनते हैं.
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बच्चों की शिक्षा के लिये सबसे ज्यादा बचत
लोग सबसे ज्यादा बचत अपने बच्चों की शिक्षा के लिये, अपना बिजनेस शुरू करना, प्रॉपर्टी में निवेश और माता-पिता या रिश्तेदारों को फाइनेंशियल सपोर्ट देना शामिल है.