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If you’re a guarantor for someone else’s loan, and they happen to have defaulted on their repayments, this will affect your credit score as well.
बैंकों, वित्तीय संस्थानों और एनबीएफसी से कर्ज की जरूरत होने पर क्रेडिट स्कोर काफी अहम भूमिका अदा करता है. देश में एक बड़ी आबादी उन लोगों की है जिन्हें क्रेडिट स्कोर के अभाव में बैंकों या वित्तीय संस्थानों से लोन नहीं मिल पाता. वर्ल्ड बैंक के डेटा के मुताबिक देश में लगभग 19 करोड़ ऐसे लोग हैं जो मुख्यधारा की फाइनेंशियल सर्विसेज से बाहर हैं. लिहाजा उनके पास क्रेडिट स्कोर नहीं है. यही वजह है कि उन्हें बैंक या वित्तीय संस्थानों से कर्ज नहीं मिल पाता है.
अगर आपकी क्रेडिट हिस्ट्री कमजोर है तो इसे सुधारने के कई तरीके हैं. हालांकि यह भी सच है कि लोग अपना क्रेडिट स्कोर उस वक्त चेक करते हैं जब उन्हें लोन लेने की जरूरत होती है. इसलिए विशेषज्ञ इसे समय-समय पर चेक करने की सलाह देते हैं ताकि इसमें कोई अंतर होने पर ठीक करवा सकें. अगर आपने हाल में नौकरी शुरू की है यह आपके लिए अपना क्रेडिट स्कोर मजबूत बनाने के लिए सबसे अच्छा समय है.
क्रेडिट स्कोर बताता है आपकी लोन लेने की क्षमता
क्रेडिट स्कोर 300 से 900 के बीच की एक संख्या होती है जो यह तय करती है कि आपकी कर्ज लेने की क्षमता कैसी है. OneScore के सीईओ और को-फाउंडर अनुराग सिन्हा कहते हैं कि जब आप लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो बैंक या वित्तीय संस्था इसे देख कर आपको लोन देना तय करते हैं. आपका क्रेडिट स्कोर जितना ऊंचा होगा, बैंक या वित्तीय संस्थानों के लिए आप उतने ही विश्वसनीय लोन कस्टमर होंगे. क्रेडिट स्कोर अच्छा होने पर आपको कम ब्याज दर पर आसानी से लोन मिल सकता है. साथ ही क्रेडिट कार्ड का क्रेडिट लिमिट भी बढ़ सकता है. जब आप कोई संपत्ति बंधक रखे बिना (collateral-free loans) कोई लोन लेते हैं तो क्रेडिट स्कोर का अच्छा होना काफी मायने रखता है.
क्रेडिट स्कोर कम होने की अहम वजह
देरी से पेमेंट- क्रेडिट कार्ड के पेमेंट में देरी से आपके क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ सकता है. यहां तक कि एक या दो बार पेमेंट में देरी की वजह से भी क्रेडिट स्कोर प्रभावित हो सकता है.
मिस्ड पेमेंट्स - कई बार आप बिल पेमेंट करने की स्थिति में नहीं होते. ऐसे में पूरा पेमेंट न देने की तुलना में मिनिमम अमाउंट का पेमेंट कर सकते हैं. अगर आप बिल्कुल पेमेंट नहीं करते तो आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है.
अलग-अलग जगह से पूछताछ - अगर आपने लोन या कार्ड के लिए कई बैंकों में अप्लाई किया है तो आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है. ऐसी पूछताछ से क्रेडिट ब्यूरो आपका क्रेडिट स्कोर कम कर सकते हैं.
गलत जानकारी - अगर आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हुए गलत या आधी-अधूरी जानकारी देते हैं तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है. ऐसी स्थिति में बैंक से संपर्क कर अपनी सही जानकारी अपडेट कराना जरूरी है.
क्रेडिट स्कोर बेहतर करने के तरीके
सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड लें - सिक्योर्ड क्रेडिट कार्ड किसी बंधक संपत्ति, आम तौर पर फिक्स्ड डिपोजिट के एवज में इश्यू किए जाते हैं. यह आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर करने में मदद करता है.
समय पर पेमेंट- ईएमआई या क्रेडिट कार्ड का बिल, वक्त पर बिल का पेमेंट करना जरूरी है. इलेक्ट्ऱॉनिक क्लीयरेंस सर्विसेज (ECS) की ओर से समय पर क्रेडिट कार्ड रीपेमेंट बिल को अपडेट करना आपके क्रेडिट स्कोर के लिए बेहतर रहता है.
क्रेडिट कार्ड का वजह इस्तेमाल - बेवजह क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल भी आपका क्रेडिट स्कोर कम कर सकता है. आपने अगर अपने ट्रांजेक्शन के दौरान 70 फीसदी से अधिक बार क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया है तो क्रेडिट स्कोर कम हो सकता है. इसलिए इस तरह के हालात से बचने की कोशिश करें.
क्या क्रेडिट हिस्ट्री के बगैर भी मिल सकता है लोन?
बेहतर क्रेडिट हिस्ट्री भी आपको सस्ता लोन दिला सकती है. अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा नहीं है तो लोन देते समय ग्राहक की पड़ताल लंबी होती जाती है . बैंक आपके अकाउंट स्टेटमेंट, इनकम प्रूफ वगैरह मांगते. यहां तक कि सिक्योर्ड लोन के मामले में इन प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ता है. सिक्योर्ड लोन किसी संपत्ति को बंधक रख कर दिया जाता है. कार लोन, होम लोन, बिजनेस लोन सिक्योर्ड लोन होते हैं.