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कई लोगों को लगता है कि वर्क फ्रॉम होम का मतलब है कि आराम से काम निपटाना लेकिन अगर इसे सही तरीके से हैंडल न किया गया तो कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं. (File Photo- Reuters)
कोरोना वायरस के चलते पिछले साल 2020 में पूरी दुनिया लगभग थम सी गई थी. काम-काज जारी रहे, इसके लिए वर्क फ्रॉम होम का कल्चर आया है. यह कल्चर नया नहीं है लेकिन पहली बार इसे व्यापक तरीके से अपनाया गया. अब जबकि कई ऑफिसेज खुलने लगे हैं लेकिन फिर भी अधिकतर कंपनियां वर्क फ्रॉम होम को प्रमुखता दे रही हैं. कई लोगों को लगता है कि वर्क फ्रॉम होम का मतलब है कि आराम से काम निपटाना लेकिन अगर इसे सही तरीके से हैंडल न किया गया तो कई समस्याएं खड़ी हो सकती हैं. ऐसे में जरूरी है कि प्रोफेशनल लाईफ और निजी जिंदगी के बीच एक संतुलन बनाया जाए. इससे न सिर्फ प्रॉडक्टिविटी बढ़ेगी बल्कि परिवार के क्लाविटी टाइम बिताने में मदद मिलेगी.
एक प्रॉपर शेड्यूल तैयार करें
जब आप ऑफिस से काम करते हैं तो उसकी एक फिक्स्ड टाइमिंग होती है. वर्क फ्रॉम होम होने का मतलब यह नहीं है कि आप दिन भर में कभी भी काम पर लग जाओ, इसकी बजाय वर्क फ्रॉम होम में एक प्रॉपर शेड्यूल बनाएं. इससे आप इस टाइमिंग के बाद के घंटों में परिवार को बेहतर समय दे सकेंगे.
काम करने की एक निश्चित जगह तय करें
घर से काम करने का मतलब यह नहीं है कि आप घर के किसी भी कोने में बैठकर काम निपटाएं. इसकी बजाय घर में किसी एक स्थान को फिक्स कर लें और वहां अपनी जरूरत के मुताबिक सभी अरैंजमेंट करें. जैसे कि उस स्थान पर लैपटॉप/कंप्यूटर के लिए इलेक्ट्रिसिटी सॉकेट, इंटरनेट कनेक्शन, ऑफिस इक्विपमेंट इत्यादि. एक बात का ख्याल यह भी रखें कि जगह ऐसी चुनें जहां मोबाइल में नेटवर्क भी बेहतर मिले.
ऑफिस या अपनी टीम से संपर्क बनाए रखें
घर से काम करने पर ऑफिस या अपनी टीम से लगातार संपर्क बनाए रखें. इससे कोई भी महत्वपूर्ण सूचना आपसे नहीं छूटेगी जैसे कि ऑफिस की तरफ से कोई मेल आया हो लेकिन घंटों तक आपका उस पर ध्यान न जाए .
परिवार को जरूर बताएं अपनी शिफ्ट टाइमिंग
घर से काम करने पर पारिवारिक सदस्यों का सपोर्ट बहुत जरूरी है. ऐसे में अपने परिवार को अपनी शिफ्ट टाइमिंग के बारे में जानकारी जरूर दें. इससे शिफ्ट टाइमिंग के दौरान आप डिस्टर्ब नहीं होंगे और परिवार को भी पता रहेगा कि आप कब उपलब्ध रहेंगे.
बीच-बीच में ब्रेक भी जरूरी
ऑफिस में काम करते हुए कलीग से बात कर या कैंटीन में जाकर खुद को तरो-ताजा करते थे. यही काम आपको घर से काम करने के दौरान भी करना है. वर्क फ्रॉम होम करते हुए बीच-बीच में ब्रेक जरूर लें. कुछ देर टहल लें या परिवार के सदस्यों से हल्की-फुल्की बातें कर लें या चाय-कॉफी पी लें.
बचे हुए ट्रैवल टाइम का करें इस्तेमाल
जब आप ऑफिस जाते थे तो इसमें आने और जाने में भी वक्त लगता था. आप इस समय का इस्तेमाल अपने परिवार के साथ वक्त बिताने में कर सकते हैं.
वीकेंड की प्लानिंग करें
पहले जब ऑफिसेज होते थे तो वीकेंड की प्लानिंग की जाती थी जैसे कि मूवी देखना, कहीं घूमने जाना या बुक पढ़ना. वर्क फ्रॉम होम के दौरान भी इस सिलसिले को बनाए रखना है. अपने परिवार के साथ वीकेंड पर मूवी देखें या कहीं घूमने जाएं या आप चाहें तो कोई बुक पढ़ सकते हैं जो लंबे समय से आपके पास अधूरी पड़ी हुई है.