/financial-express-hindi/media/post_banners/45Hca96jEFCAuUHyw0Ys.jpg)
आपके बच्चे के भविष्य के खर्च की प्लानिंग करने के लिए कुछ टिप्स ये हैं.
How to plan for child education: पिछले कुछ साल के दौरान स्कूलों की फीस में लगातार बढ़ोतरी हुई है, जिससे पढ़ाई का खर्च बहुत ज्यादा हो गया है. माता-पिता अपने बहुत से खर्च जैसे ईएमआई पर भी इसके लिए समझौता करने के लिए भी तैयार हैं, जिससे वे अपने बच्चे का दाखिला किसी बड़े नामी स्कूल में करा सकें. बच्चे की वर्तमान शिक्षा पर लगभग 10 फीसदी सालाना महंगाई बढ़ने का ट्रेंड देखा जा रहा है. इसलिए खर्च, डिमांड और प्रतिसपर्धा के लिए पहले से एक योजना होने की जरूरत है.
स्कूल के खर्च: 10 फीसदी की मुद्रास्फीति को देखते हुए केवल स्कूल फीस या दाखिले के लिए कुछ विकल्प जैसे बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट या रिकरिंग डिपॉजिट या डेट फंड हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि दो-तीन साल बाजार में औसत रिटर्न के लिए निवेश करने के लिए बहुत छोटी अवधि है. इसलिए इन सालाना खर्चों के लिए ज्यादा निवेश करें.
भविष्य की शिक्षा के लिए योजना: अब जब आपको बच्चे के भविष्य के खर्चों के लिए प्लान करना है, उसके लिए पहले से सही योजना होनी चाहिए. अगर आप जल्दी शुरू करते हैं, तो आप पावर ऑफ कंपाउंडिंग का फायदा भी ले सकते हैं. इसका सीधा मतलब है कि आप जितना जल्दी निवेश करेंगे, उतना पैसा आप कमा सकेंगे क्योंकि कंपाउंडिंग ब्याज पूरे फंड पर जमा होती है. इसके साथ पैसे की भविष्य की वैल्यू और मुद्रास्फीति को भी ध्यान में रखें.
आपके बच्चे के भविष्य के खर्च की प्लानिंग करने के लिए कुछ टिप्स ये हैं:
जल्दी शुरू करें
अधिकतम बेनेफिट्स लेने के लिए यह जरूरी है. निवेश की अवधि बढ़ने के साथ रिटर्न में भी इजाफा होगा. पावर ऑफ कंपाउंडिंग से लक्ष्यों को आसानी से हासिल करने में मदद मिलेगी.
विश्लेषण की जरूरत
अक्सर हम जरूरत का सही विश्लेषण और लक्ष्यों को तय नहीं करते हैं. यह बहुत जरूरी कदम है क्योंकि अपनी जरूरत के मुताबिक ही प्लानिंग करनी होती है.
सही प्लान बनाएं
ज्यादातर लोग बच्चे के भविष्य के लिए लोन लेते या गलत खर्च करते हैं क्योंकि उन्होंने पहले से प्लान नहीं किया होता. अगर शुरुआत में कैश फ्लो का सही विश्लेषण कर लिया जाए, तो उसे लागू करने में कोई मुश्किल नहीं होगी.
इस बैंक में डिजिटल सेविंग्स अकाउंट पर मिलेगा 7% सालाना ब्याज, साथ में कई और बेनेफिट
प्लान का कड़ाई से पालन करें
अगर प्लानिंग सही तरीके से की गई है, तो आप उसका पालन भी कड़ाई से करें और बिल्कुल अनिवार्य होने को छोड़कर उससे न हटें. जरूरत का आंकलन, योजना तैयार और उसका कड़ाई से पालन करने के बाद कोई परेशानी नहीं होगी.
रिव्यू करें
यह ध्यान रखें कि आप अपने बच्चे के भविष्य के खर्चों के लिए सही वित्तीय योजना बना रहे हैं. रिव्यू इसलिए भी जरूरी है क्योंकि समय, लाइफस्टाइल आदि के साथ जरूरतें, गोल, सपने आदि बदलते रहते हैं.
(By- Deepak Yohannan, CEO, MyInsuranceClub)