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यूलिप को काफी पसंद किया जाता है क्योंकि इसमें एक साथ कई तरह के फायदे जुड़े हुए हैं.
ULIP : जब भी फाइनेंशिलय गोल्स की बात आती है, तो हम आमतौर पर ऐसी जगहों में निवेश करना चाहते हैं जहां ज्यादा फायदा हो. इस लिहाज से निवेशक यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) को काफी पसंद करते हैं क्योंकि इसमें एक साथ कई तरह के फायदे जुड़े हुए हैं. एक तरफ टर्म प्लान है जो एक लाइफ कवर प्रदान करता है. पॉलिसी अवधि के दौरान अगर पॉलिसी धारक की मृत्यु हो जाती है तो इस स्थिति में लाभार्थी को इस प्लान के तहत एकमुश्त रकम दी जाती है. लेकिन इस प्लान में किसी तरह का निवेश नहीं होता है. वहीं ULIP के तहत, आपको ना सिर्फ इंश्योरेंस कवर मिलता है, बल्कि आप निवेश भी कर सकते हैं. ULIP एक खास तरह का प्लान है, जिसमें दोहरा लाभ जुड़ा होता है. इसमें बीमा कंपनियां बीमा देने के साथ ही निवेशकों को निवेश का मौका भी देती है.
कैसे काम करता है यूलिप
इस प्लान के तहत निवेश के दो फायदे हैं. आपको टर्म इंश्योरेंस प्लान की तरह लाइफ कवर तो मिलता ही है, इसके अलावा आप निवेश भी कर पाते हैं. इसके तहत, प्रीमियम का एक हिस्सा लाइफ कवर के लिए और दूसरे हिस्से को डेट या इक्विटी एसेट्स में निवेश करके रिटर्न जनरेट करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. जब कोई व्यक्ति यूलिप में निवेश करता है, तो उसे चयनित कवर अमाउंट के लिए एक फिक्स्ड प्रीमियम का भुगतान करना होता है. इस प्रीमियम का कुछ हिस्सा बीमा कवरेज प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है, और शेष हिस्से को इक्विटी या डेट इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है. इसमें निवेशकों के पास अपने इन्वेस्टमेंट प्लान के लिए इक्विटी, डेट और बैलेंस्ड ऑप्शन के बीच किसी एक को चुनने की फ्लेक्सिबिलिटी होती है. इसके अलावा, उनके पास प्रीमियम भुगतान के दौरान इन्वेस्टमेंट प्लान्स के बीच स्विच करने का ऑप्शन भी होता है. फंड मैनेजर फंड के प्रकार के अनुसार निवेश को मैनेज करते हैं और डेट या इक्विटी इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं. यहां इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि IRDAI के अनुसार, ULIP के लिए लॉक-इन पीरियड 5 साल है और इससे कितना रिटर्न जनरेट होगा यह मार्केट के उतार-चढ़ाव पर निर्भर करता है.
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एक निवेश में हैं तीन फायदे
इंश्योरेंस
यूलिप के प्रमुख फायदों में से एक जीवन बीमा कवर है जो यह प्रदान करता है. यूलिप में निवेश करके कोई भी अपने परिवार को भविष्य की अनिश्चितताओं से बचा सकता है. इसके ज़रिए यह सुनिश्चित होता है कि बीमित व्यक्ति की असामयिक मृत्यु के मामले में परिवार की अच्छी तरह से देखभाल की जाए.
इनवेस्टमेंट
यूलिप में निवेश का एक और बड़ा फायदा यह है कि इक्विटी और डेट एसेट्स में निवेश के ज़रिए आप रटर्न जनरेट कर सकते हैं. लंबी अवधि के गोल्स के लिए यूलिप में निवेश करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है. आप अपनी जरूरत, जोखिम की क्षमता और निवेश की अवधि के अनुसार डेट, इक्विटी या बैलेंस विकल्प में से चुन सकते हैं. यूलिप प्लान पॉलिसीधारकों को इक्विटी, बॉन्ड और हाइब्रिड फंड जैसे कई फंड विकल्पों के बीच स्विच करने की अनुमति देते हैं. आप कभी भी ऐसा कर सकते हैं और इसमें कोई पैसा भी नहीं लगता है. पॉलिसीधारक मौजूदा परिस्थिति के आधार पर अलग-अलग यूलिप फंडों के बीच भविष्य के प्रीमियम अलॉट करना चुन सकते हैं. बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठाने के लिए भविष्य के प्रीमियमों के आवंटन को इक्विटी से बॉन्ड या इसके विपरीत में भी बदल सकते हैं. समझदारी के साथ फंड चुनने पर, यूलिप आपको बाजार से पर्याप्त रिटर्न प्रदान कर सकता है बशर्ते आपको धैर्य रखते हुए लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहिए. इसके तहत आपको काफी फ्लेक्सिबिलिटी मिलती है.
टैक्स बेनिफिट
यूलिप को म्यूचुअल फंड की तुलना में टैक्स-एफिशिएंट साधन माना जाता है क्योंकि इसके ज़रिए पॉलिसीधारक सभी चरणों में टैक्स की बचत कर सकते हैं. यूलिप में, बिना किसी खर्च के फंड के बीच स्विच करने की अनुमति है, जबकि म्यूचुअल फंड में, योजनाओं के बीच स्विच करने पर टैक्स देना पड़ता है. यूलिप में फंड स्विच करते समय टैक्स-बेनिफिट के अलावा, इनकम टैक्स एक्ट, 1961 के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक टैक्स में छूट मिलती है. यूलिप की मैच्योरिटी रकम सेक्शन 10(10D) के तहत टैक्स-फ्री है. निवेशकों को बिना किसी अतिरिक्त लागत के डेट और इक्विटी के बीच स्विच करने की अनुमति देकर, यूलिप यह सुनिश्चित करते हैं कि एक निवेशक के रूप में आप एक बेहतर पोर्टफोलियो बना सकें. इससे जोखिम भी कम होता है.