/financial-express-hindi/media/post_banners/alA0CZyksNokCQqLhWO1.jpg)
क्रेडिट कार्ड बकाये पर मोरेटोरियम के कई नुकसान भी हो सकते हैं.
/financial-express-hindi/media/post_attachments/7B1eft91jqnbSy8dZzDI.jpg)
Credit card Moratorium: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने कोरोना महामारी (Coronavirus Pandemic) को देखते हुए कई राहत के कदमों का एलान किया है जिसमें लोन ईएमआई और क्रेडिट कार्ड EMI पर तीन महीने का मोरेटोरियम शामिल है. हालांकि, लोन की रिपेमेंट पर राहत को आंख बंद करके मान नहीं लेना चाहिए, क्योंकि इससे लंबे समय में आपके फाइनेंस पर बुरा असर हो सकता है. इस बात में कोई संदेह नहीं है कि बड़ी संख्या में लोगों को वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है और उन्हें अपने लोन जैसे कार लोन की EMI के भुगतान में परेशानी आ सकती है.
बहुत से लोगों के लिए लोगों के लिए भुगतान में डिफॉल्ट से बचने के लिए मोरेटोरियम ही एकमात्र रास्ता है. लेकिन जहां ज्यादातर लोन प्रोडक्ट्स का रिपेमेंट टेन्योर 12 महीने से ज्यादा है, क्रेडिट कार्ड का लाइन ऑफ क्रेडिट छोटी अवधि के लिए होता है. इसलिए मोरेटोरियम के बारे में विचार करते समय आपकी लोन और क्रेडिट कार्ड के बकाये पर अलग से विचार करना चाहिए. क्रेडिट कार्ड बकाये पर मोरेटोरियम के कई नुकसान भी हो सकते हैं.
भारी ब्याज दर
क्रेडिट कार्ड यूजर की मदद से क्रेडिट कार्ड यूजर को 1 मार्च 2020 से 31 मई 2020 तक बकाया राशि के पुर्नभुगतान को तीन महीने तक टालने का मौका मिलता है. उदाहरण के लिए, अगर आपने मार्च महीने के लिए आपने क्रेडिट कार्ड के बिल का भुगतान कर दिया है, तो आप बाकी बचे दो महीने के लिए इसका फायदा ले सकते हैं.
हालांकि, यह समझना जरूरी है कि मोरेटोरियम ऑप्शन से आपको भुगतान को टालने का मौका मिलता है जिसमें ब्याज और प्रिंसिपल राशि भी शामिल है, लेकिन यह ब्याज और प्रिंसिपल राशि पर छूट नहीं है. मोरेटोरियम की राशि के दौरान लगा ब्याज आपकी बकाया राशि पर जुड़ेगा और आपको इसे जून के महीने में आने वाली तारीख पर भुगतान करना होगा.
क्रेडिट कार्ड के बकाया पर ब्याज बहुत ज्यादा है, जो लगभग 36 फीसदी से 48 फीसदी सालाना की है. इसका मतलब हुआ कि अगर 1 अप्रैल 2020 को आपके क्रेडिट कार्ड पर बकाया राशि 50 हजार रुपये है और आपको कार्ड जारी करने वाला सालाना 42 सालाना का ब्याज लगाता है और आप मोरेटोरियम को चुनते हैं, तो आपको 1 जून 2020 को लगभग 3,571 रुपये के ब्याज का भुगतान करना होगा. (दो महीने का ब्याज)
इससे यह पता चलता है कि अगर आपके पास पर्याप्त पैसा है, तो आपको क्रेडिट कार्ड के बिल पर मोरेटोरियम लेने से बचना चाहिए.
क्रेडिट कार्ड लिमिट को लॉक करना
कुछ बैंक मोरेटोरियम की सुविधा को चुनने पर आपकी क्रेडिट कार्ड की सीमा को फ्रीज कर सकते हैं. उदाहरण के लिए कुछ निजी बैंकों ने मोरेटोरियम को चुनने वाले ग्राहकों के लिए क्रेडिट कार्ड के इस्तेमाल से किसी नई खरीदारी पर प्रतिबंध लगाया है. यह तब तक के लिए है जब तक वे कम से कम जून की स्टेटमेंट में दिखाई गई न्यूनतम राशि भुगतान करते हैं. इस समय के दौरान क्रेडिट लिमिट पर बिना किसी सीमा के काफी मदद होती है. इसलिए अपने बैंक के द्वारा भेजा गया कोई मैसेज या लेटेस्ट क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को ध्यान से चेक कर लें और फिर फैसला लें.
क्रेडिट स्कोर पर असर
आरबीआई ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि यह सुनिश्चित करें कि मोरेटोरियम चुनने पर क्रेडिट कार्ड यूजर्स के क्रेडिट कार्ड स्कोर पर कोई असर नहीं हो. हालांकि, अगर क्रेडिट यूटिलाइजेशन रेश्यो (CUR) मोरेटोरियम पीरियड के दौरान ज्यादा बने रहने की उम्मीद होती है जिससे आपके क्रेडिट स्कोर पर असर हो सकता है. इसलिए अगर आप मोरेटोरियम को चुनने की सोच रहे हैं, तो आप अपने खर्च को कई कार्ड में बांट दें जिससे CUR घट जाएं.
SGB: कोरोना संकट में सरकार बेचेगी सस्ता सोना, 6 माह में 6 बार जारी होगा गोल्ड बांड; जान लें फायदे
कर्ज के जाल में फंसने की संभावना
क्रेडिट कार्ड के बकाये पर ज्यादा ब्याज लगता है. अगर आप वित्तीय संकट में हैं, तो आपको परेशानी होगी. ब्याज से क्रेडिट कार्ड का बकाया कम समय में बड़ी राशि हो जाएगा जिससे आपको उसे बाद में चुकाने में मुश्किल हो सकती है और आप कर्ज के जाल में फंस सकते हैं. इसलिए अगर आपके पास पर्याप्त कैशफ्लो है जिससे आप मोरेटोरियम की अवधि खत्म होने के बाद भुगतान कर सकते हैं, इस बात को सुनिश्चित करें.
By: आदिल शेट्टी, सीईओ, बैंकबाजार डॉट कॉम