/financial-express-hindi/media/post_banners/IP1yM643Rx5oUMm8jC39.jpg)
आइए जानते हैं कि 2020 में आप निवेश के लिए किन विकल्पों को चुन सकते हैं.
/financial-express-hindi/media/post_attachments/YKqMzQCWfG99aUwhZ8yk.jpg)
Smart Investment Choices in 2020: हर व्यक्ति अपने सुरक्षित भविष्य के लिए निवेश करता है. भविष्य में ज्यादा वित्तीय परेशानी या चिंता न हो, इसके लिए हर व्यक्ति निवेश के सही विकल्प ढूंढ़ता है. मजबूत फाइनेंशियल पोर्टफोलियो बनाना बहुत जटिल और मुश्किल हो सकता है. अच्छे मुनाफे के लिए व्यक्ति को कई चीजों जैसे वित्तीय लक्ष्य, जोखिम, निवेश के रिटर्न और फंड की उपलब्धता को ध्यान में रखना चाहिए. आइए जानते हैं कि 2020 में निवेश के लिए आप किन विकल्पों को चुन सकते हैं.
इक्विटी (Equity)
इक्विटी आपके निवेश के पोर्टफोलियो में सबसे जरूरी एसेट क्लास में से एक है. इसकी वजह है कि इसमें आप SIP के जरिए निवेश से दौलत बना सकते हैं. इससे आपके भविष्य के वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलेगी जिसके लिए कॉर्पस जमा करने की जरूरत होती है. अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करते हैं, तो आप इक्विटी म्यूचुअल फंड से बेहतरीन रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं. इक्विटी मार्केट के वैल्युएशन को देखते हुए, निवेशकों को SIP/STP मोड से नियमित तौर पर पैसा लगाना चाहिए.
अल्ट्रा-शॉर्ट टर्म स्कीम्स
कुछ निवेशक अपने फंड को लंबे समय के लिए नहीं रखना चाहते और निवेश करने पर लिक्विडिटी चाहते हैं. ऐसे निवेशकों के लिए सेबी ने अल्ट्रा-शॉर्ट टर्म और कम अवधि की स्कीम्स को रेगुलेट किया है जो विश्वसनीय हैं. यह छोटी अवधि में रिटर्न देती हैं और इनमें ज्यादा लिक्विडिटी है. अपने नजदीकी भविष्य के लक्ष्यों के लिए अल्ट्रा शॉर्ट टर्म और कम अवधि वाले फिक्स्ड इनकम स्कीम्स को चुनें. ये टैक्स बचत के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा बेहतर हैं. खासकर जो लोग ज्यादा टैक्स स्लैब में हैं और अगर तीन साल से ज्यादा तक होल्ड किया है, तो उन्हें टैक्स में फायदा है.
सोना (Gold)
आप निजी इमरजेंसी के लिए सोने में निवेश कर सकते हैं. वित्तीय संकट में यह आपको बचाएगा. मुद्रास्फीति और बाजार की अस्थिरता से आपको बचाने के लिए यह बेहतरीन एसेट क्लास है. अगर व्यक्ति फिजिकल फॉर्म में सोना नहीं खरीदना चाहते तो वे सोने में निवेश गोल्ड फंड या गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स के जरिए कर सकता है.
अगर आपके पास डीमैट अकाउंट है, तो आप गोल्ड ETF में निवेश कर सकते हैं, जिससे 99.5 फीसदी शुद्ध सोने में निवेश होता है. हालांकि, गोल्ड ETF में SIP के जरिए निवेश की इजाजत नहीं है. अगर आप सोने में पीरियोडिक निवेश करना चाहते हैं, तो आप गोल्ड फंड्स में निवेश कर सकते हैं, जो गोल्ड ETF के यूनिट्स खरीदता है और व्यक्ति को नियमित अंतराल पर फंड में निवेश करने की इजाजत देता है.
गोल्ड फंड्स में फिजिकल और दूसरे सोने से जुड़े निवेश जैसे ETF के मुकाबले से ज्यादा लिक्विडिटी और सुरक्षा भी मिलती है. गोल्ड फंड्स के जरिए सोने में अपने पोर्टफोलियो का 5 से 15 फीसदी रखने की कोशिश करें.
SBI के करोड़ों ग्राहकों को झटका, FD पर इतनी घट गईं ब्याज दरें; यहां चेक करें नए रेट्स
छोटी बचत योजनाएं (Small Savings Schemes)
सरकार ने कई बचत योजनाओं को रेगुलेट किया है जैसे PPF, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स स्कीम्स आदि जिनमें व्यक्ति अपनी वित्तीय जरूरतों के हिसाब से निवेश कर सकता है. यह स्कीम्स शादी, शिक्षा, हेल्थकेयर आदि के लिए पैसों की जरूरत को पूरा करती हैं और इसके साथ ही टैक्स की बचत भी होती है.
रिटायरमेंट के लिए NPS
नेशनल पेंशन स्कीम सरकारी पेंशन स्कीम है, लेकिन यह बाजार से जुड़ी है. इसमें निवेशक नियमित तौर पर योगदान से रिटायरमेंट के लिए फंड तैयार कर सकते हैं. क्योंकि यह मार्केट से जुड़ा प्रोडक्ट है, इसलिए इसमें रिटर्न चुने गए फंड के प्रदर्शन से सीधे जुड़े हैं. यह स्कीम एक सैलरी पाने व्यक्ति के लिए उपयुक्त है जो 80CCD(1) और 80CCD के भीतर डिडक्शन चाहते हैं. इस बात का ध्यान रखें कि इसमें निवेश की मेच्योरिटी रिटायर होने पर ही होगी, इसलिए लिक्विडिटी चिंता का विषय हो सकता है.
By:नवीन कुकरेजा, सीईओ एवं को-फाउंडर, पैसा बाजार डॉट कॉम