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किसान विकास पत्र भारतीय डाक विभाग की छोटी बचत योजनाओं में से एक हैं.
Kisan Vikas Patra: क्या आप निवेश के लिए कोई ऐसा विकल्प खोज रहे हैं, जहां पैसे डबल होने की गारंटी मिले. अगर हां तो आपके पास बेहतर मौका है. भारतीय डाक विभाग द्वारा किसान विकास पत्र (KVP) नाम से एक बचत निवेश स्कीम चलाई जा रही है. इस स्कीम में निवेश करने पर ज्यादा फायदा मिलेगा. सरकार ने मौजूदा तिमाही के लिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. यहां अब आपके पैसे 123 महीनों यानी 10 साल और 3 महीने की समय सीमा में डबल हों जाएंगे. किसान विकास पत्र पोस्ट ऑफिस की छोटी बचत योजनाओं में से एक हैं. आज हम आपके लिए इस स्कीम से जुड़ी कुछ जानकारियां बता रहे हैं.
कौन कर सकता है निवेश
किसान विकास पत्र स्कीम में कोई भी बालिग व्यक्ति, जिसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है, पोस्ट ऑफिस में अपना खाता खुलवा सकता है. वहीं नाबालिग की ओर से उसके माता-पिता या अभिभावक द्वारा खाता खुलवाया जा सकता है. इस स्कीम में सिंगल या फिर ज्वॉइंट अकाउंट खोला जा सकता है. ज्वॉइंट अकाउंट में अधिकतम तीन बालिग लोग शामिल हो सकते हैं.
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निवेश की रकम
इस स्कीम में निवेश की मिनिमम राशि 1000 रुपये है, जबकि इसमें अधिकतम निवेश के बारे में कोई भी लिमिट तय नहीं की गई है. हालांकि 50 हजार रुपये से ज्यादा के निवेश पर पैन कार्ड दिखाना अनिवार्य है.
निवेश पर मिलने वाला ब्याज
सरकार ने इसी साल 1 अक्टूबर को ही इस स्कीम पर मिलने वाले ब्याज दर में इजाफा किया है. अब इस स्कीम में निवेश करने पर आपको 7 फीसदी सालाना की दर से ब्याज मिलेगा. इससे पहले यह ब्याज दर 6.9 फीसदी सालाना थी. इसकी ब्याज दरों में सरकार द्वारा समय-समय पर बदलाव किया जाता है.
निवेश की अवधि
किसान विकास पत्र में आप अपनी सहुलियत के हिसाब से निवेश कर सकते हैं, यानी सरकार द्वारा तय समय सीमाओं के अंतर्गत निवेश किया जा सकता है. लेकिन अगर आप अपनी रकम को डबल करना चाहते हैं, तो आप को 123 महीने यानी 10 साल और 3 महीनों के लिए अपनी राशि का निवेश करना होगा.
मैच्योरिटी
किसान विकास पत्र का मैच्योरिटी पीरियड 10 साल और 3 महीनों का होता है. लेकिन आप कुछ खास स्थितियों में इसमें से पहले भी पैसे निकाल सकते हैं. जैसे अगर आप किसान विकास पत्र में निवेश को बंद करना चाहते हैं, तो आपको कम कम दो साल और 6 महीने की अवधि तक इस निवेश को जारी रखना होगा. इसके बाद ही आप निवेश की गई रकम को वापस पा सकते हैं. इसके साथ ही यदि किसान विकास पत्र के अकाउंट होल्डर की मौत हो जाती है या फिर ज्वॉइन्ट खाते के होल्डर्स में एक की या फिर सभी की मौत हो जाती है, तो भी आप अपनी रकम वापस पा सकते हैं. मैच्योरिटी के बाद आप किसी भी पोस्ट ऑफिस से अपनी रकम प्राप्त कर सकते हैं.
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अकाउंट ट्रांसफर करने की सुविधा
किसान विकास पत्र में निवेश करने वाले लोगों को कुछ शर्तों और परिस्थतियों में अकाउंट ट्रांसफर करने की सुविधा दी जा रही है. किसान विकास पत्र के खाताधारक की मौत के बाद उसके नोमिनी या कानूनी उत्तराधिकारी को अकाउंट का ट्रांसफर किया जाएगा. साथ ही ज्वॉइन्ट अकाउंट होल्डर्स में से किसी की मौत हो जाने और कोर्ट के आदेश से अकाउंट का ट्रांसफर किया जा सकता है.
KVP: टैक्स का फायदा मिलेगा या नहीं
- केवीपी में निवेश करने पर आपको अर्जित लाभ की रकम पर टैक्स देना पड़ता है, जबकि अन्य स्कीम नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट और पीपीएफ अकाउंट पर मिलने वाला ब्याज टैक्स फ्री होता है.
- आयकर एक्ट के सेक्शन 80C के तहत दी जाने वाली छूट इस स्कीम पर लागू नहीं होती. यानी आपके द्वारा किया गया निवेश आयकर के दायरे में ही रहेगा, जबकि पीपीएफ खाता और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र में किए गए निवेश पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में छूट मिलती है. इसके अलावा बैंकों में 5 साल के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट में किए गए निवेश को भी सेक्शन 80सी के तहत टैक्स में छूट मिलती है.
- किसान विकास पत्र के निवेश पर आप को 7 फीसदी के हिसाब से ब्याज हासिल होता है, जो पीपीएफ, राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र और फिक्स्ड डिपॉजिट जैसी बचत स्कीम के मुकाबले कम या फिर बराबर है. इस स्कीम में बचत स्कीमों पर मिलने वाले अन्य लाभ लागू नहीं होते हैं.
- केवीपी में मैच्योरिटी पीरियड 123 महीनों का होता है, जो सामान्य बैंक की एफडी के मुकाबले बहुत ज्यादा है. बैंक की एफडी को तय फाइन के साथ तोड़ा जा सकता है, लेकिन इस स्कीम में आप को कम से कम दो साल 6 महीनों का इंतजार करना होता है.