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रिकरिंग डिपॉजिट पर समझें ब्याज का कैलकुलेशन, फाइनेंशियल प्लानिंग में होगी आसानी

अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग तय करते समय इसे जरूर समझ लें कि आरडी पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है क्योंकि इससे इसका अनुमान लग जाएगा कि कितनी पूंजी जमा कर अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.

अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग तय करते समय इसे जरूर समझ लें कि आरडी पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है क्योंकि इससे इसका अनुमान लग जाएगा कि कितनी पूंजी जमा कर अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.

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know about interest calculation or recurring deposit rd calculator

आरडी पर ब्याज कंपाउंडिंग के हिसाब से जुड़ता है यानी कि अधिक टेन्योर के लिए आरडी कराने पर फायदा बढ़ेगा.

Calculate Interest Rate on Recurring Deposit: निवेश के सुरक्षित विकल्पों की बात करें तो रिकरिंग डिपॉजिट (RD) बेहतर विकल्प है. मार्केट लिंक्ड न होने के चलते यह निवेशकों को उनकी जमा-पूंजी पर निश्चित रिटर्न देती है. इसके अलावा आरडी में निवेश से एफडी या सेविंग्स अकाउंट की तुलना में अधिक ब्याज मिलता है जिससे मिलने वाला रिटर्न बढ़ जाता है. अपनी फाइनेंशियल प्लानिंग तय करते समय इसे जरूर समझ लें कि आरडी पर ब्याज कैसे कैलकुलेट होता है क्योंकि इससे इसका अनुमान लग जाएगा कि कितनी पूंजी जमा कर अपने वित्तीय लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है.

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कैसे होता है RD पर ब्याज कैलकुलेट

आरडी पर ब्याज कैलकुलेट करने के लिए अलग-अलग फॉर्मूला हैं.

अगर आप मंथली निवेश करते हैं तो,

M = R <(1+i)n – 1> divided by 1-(1+i)(-1/3)

M: RD की मेच्योरिटी वैल्यू

R: RD के मंथली इंस्टालमेंट की संख्या

n: टेन्योर (कुल तिमाही की संख्या)

I: ब्याज दर/400

अगर एक मुश्त रकम जमा करते हैं,

A = P (1 + r/n) ^ nt

A: फाइनल अमाउंट

P: कुल कितना निवेश किया

r: ब्याज दर

n: एक साल में ब्याज कितनी बार कंपांउंड हुआ

t: आरडी का कुल टेन्योर

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इसके अलावा कई बैंक या इंस्टीट्यूशंस भी आरडी कैलकुलेटर की सुविधा देती हैं जिनका इस्तेमाल कर आप अपने निवेश पर रिटर्न की वैल्यू का लगभग अनुमान लगा सकते हैं.

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आरडी में निवेश को लेकर कुछ जरूरी बातों का रखें ख्याल

  • आरडी पर ब्याज कंपाउंडिंग के हिसाब से जुड़ता है यानी कि अधिक टेन्योर के लिए आरडी कराने पर फायदा बढ़ेगा.
  • आरडी करते समय सभी बैंक और डाकघर किस दर पर ब्याज दे रहे हैं, इसकी तुलना जरूर कर लें और जिस बैंक में आरडी पर ज्यादा ब्याज मिल रहा हो, वहां इसमें निवेश करें.
  • किसी बैंक में आरडी के लिए वहां पहले से बैंक खाता होना जरूरी नहीं है, लेकिन अगर किसी बैंक में खाता है तो आरडी तुरंत खुल जाती है.
  • वरिष्ठ नागरिकों को अधिक दर पर ब्याज मिलता है.
  • आरडी खाते को 10 साल तक की अवधि तक के लिए खोल सकते हैं.

विभिन्न बैंकों या इंस्टीट्यूशंस में आरडी की सालाना दरें

बैंक                                -  दर (जनरल पब्लिक) (%)    -   दर (वरिष्ठ नागिरक) (%)

एचडीएफसी                     -             6.30                       -               6.8

आईसीआईसीआई             -           6.2-6.4                     -             6.7-6.9

एसबीआई                        -              6                           -                6.5

इलाहाबाद बैंक                 -           6.25-6.45                  -            6.25-6.45

इंडसइंड बैंक                   -           6.65-6.75                  -            7.15-7.25

पोस्ट ऑफिस                   -             7.2                          -               7.2

येस बैंक                          -            7.25-7.5                   -             7.75-8

(सोर्स: बैंकबाजारडॉटकॉम)