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रिटायरमेंट के बाद नियमित आय के लिए अभी से प्लानिंग करना जरूरी है. इसके लिए कई विकल्पों में पैसे लगा सकते हैं जिसमें नेशनल पेंशन सिस्टम भी एक है.
NPS Tier 2: रिटायरमेंट के बाद नियमित आय के लिए अभी से प्लानिंग करना जरूरी है. इसके लिए कई विकल्पों में पैसे लगा सकते हैं जिसमें नेशनल पेंशन सिस्टम (National Pension System) भी एक है. इसमें रिटायरमेंट के बाद एकमुश्त राशि के अलावा हर महीने पेंशन मिलती है. एनपीएस के तहत दो प्रकार के खाते खुलते हैं-टियर 1 और टियर 2. इसमें टियर 1 खाते में तो टैक्स बेनेफिट मिलता है लेकिन टियर-2 में नहीं. ऐसे में सवाल उठता है कि फिर टियर-2 खाते में निवेश क्यों किया जाए.
ध्यान रहे कि बिना टियर-1 खाता खुलवाए टियर-2 खाता नहीं खुलवा सकते हैं. एनपीएस टियर-2 वॉलेंटरी होता है यानी कि अगर आप अपनी इच्छा के हिसाब से ही खुलवा सकते हैं. इसे 18-65 वर्ष का को भी भारतीय नागरिक खुलवा सकता है जिसका एनपीएस टियर-1 खाता एक्टिव हो.
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इसलिए NPS Tier 2 खुलवाना है फायदेमंद
अगर आप अपनी कमाई को ऐसे किसी विकल्प में निवेश करना चाहते हैं, जहां आपका पैसा बढ़ता रहे और जरूरत के वक्त निकाल भी सकें तो एनपीएस टियर-2 खाता बेहतर विकल्प है. इस खाते में आप कभी भी पैसे जमा कर सकते है, निकाल सकते हो. यहां तक कि आपने जिस दिन इसमें पैसे जमा किए हैं, उसी दिन निकाल भी सकते हैं.
NPS Tier-2 खाते के फीचर्स
- यह एक वॉलेंटरी खाता है जिसे खुलवाने के लिए बैंक खाता होना जरूरी है.
- खाता खुलवाने के लिए कम से कम 1 हजार रुपये का योगदान करना होगा लेकिन इसमें मिनिमम बैलेंस या कोई सालाना कांट्रिब्यूशन की बाध्यता नहीं है.
- इसमें 250 रुपये के गुणक में कितनी भी राशि निवेश कर सकते हैं.
- इसमें कोई लॉक-इन पीरियड नहीं है.
- इसमें जमा पैसों पर टैक्स बेनेफिट्स नहीं मिलता है. हालांकि सरकारी कर्मी अगर तीन साल तक निवेश बनाए रखते हैं तो उन्हें सेक्शन 80सी के तहत बेनेफिट्स मिलता है.
- टियर-2 खाते के पैसों को टियर-1 खाते में आसानी से भेज सकते हैं.
- टियर-1 खाते से अलग इंवेस्टमेंट पैटर्न चुनने का विकल्प.