scorecardresearch

Insurance Premium: कम पैसों में लेनी है बेहतर बीमा पॉलिसी? प्रीमियम घटाने में काम आएंगे ये 4 टिप्स

Insurance Premium: बेहतर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए कम प्रीमियम चुकानी पड़े उसके यहां तरीके बताए गए हैं.

Insurance Premium: बेहतर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए कम प्रीमियम चुकानी पड़े उसके यहां तरीके बताए गए हैं.

author-image
FE Hindi Desk
एडिट
New Update
insurance premiums

Insurance Premium: पिछले कुछ सालों में इंश्योरेंस प्रीमियम की दर में काफी महंगी हो गई.

Smart Tips to Negotiate for Lower Insurance Premiums : पिछले कुछ सालों में इंश्योरेंस प्रीमियम की दर काफी महंगी हुई है. पॉलिसी खरीदारों को महंगी इंश्योरेंस प्रीमियम ने कंट्रोल करने के तरीकों को तलाशने पर मजबूर किया. इस पर नियंत्रण का एक तरीका ये भी है कि पॉलिसी रिनुअल के दौरान इंश्योरेंस प्रीमियम पर राय-मशविरा करनी चाहिए. इंश्योरेंस पॉलिसी रिनुअल करते समय सही रणनीति अपनाने से पैसे की बचत और प्रीमियम में राहत मिल सकती है. इंश्योरेंस प्रीमियम को कैसे घटाया जाए उसके लिए यहां कुछ टिप्स दिए गए हैं. उम्मीद है ये इन टिप्स की मदद से आपको पैसे बचाने में मदद मिलेगी.

पॉलिसी रिनुअल से पहले करें बाकी स्कीम कम्पेयर

मौजूदा समय में इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम को कम्पेयर करने के लिए ढेर सारे ऑनलाइन टूल उपलब्ध हैंं. ये ऑनलाइन टूल्स आपके द्वारा खरीदे गए इंश्योरेंस पॉलिसी और बाजार में उपलब्ध पॉलिसी को कम्पेयर करके जरूरी जानकारी देने में मदद करते हैं. आप उन ऑनलाइन टूल की मदद से मौजूदा और दूसरे कंपनियों द्वारा ऑफर किए गए पॉलिसी के फीचर, प्रीमियम जैसे तमाम जरूरी जानकारियों को आपस में कम्पेयर कर सकते हैं.

Advertisment

Pathaan’s Box Office Collection Day 3 : पठान ने तीसरे दिन कमाए 36 करोड़, भारत में  कलेक्शन 160 करोड़ के पार

सिर्फ प्रीमियम के आधार पर पॉलिसी खरीदने में बीमा कंपनियों को बदलने का फैसला न लें. दूसरे कंपनियों की इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले क्लेम सेटलमेंट रेशियो, क्लेम प्रोसेसिंग टाइम, पोस्ट-सेल्स सर्विस और क्लेम सेटलमेंट कंसिस्टेंसी जैसे अन्य फीचर्स पर विचार करें. अगर आप अपने कार इंश्योरेंस पॉलिसी को किसी दूसरे बीमा कंपनी के साथ रिनुअल करा रहे हैं तो कार बनाने वाली कंपनी और इंश्योरेंस कवर देने वाली कंपनी के बीच टाई-अप की पुष्टि जरूर कर लें ताकि जरूरत पड़ने पर कैशलेस क्लेम का लाभ पाने से आपको वंचित न किया जा सकें.

पॉलिसी टेन्योर खत्म होने से पहले करें रिनुअल

इंश्योरेंस पॉलिसी का टेन्योर समाप्त होने से पहले रिनुअल करा लें. ऐसा करके आप इंश्योरेंस कवर के कई फायदों में से एक एक नो क्लेम बोनस (NCB) स्कीम का हासिल कर लेते हैं. बीमा कंपनियां उन पॉलिसीधारकों को नो क्लेम बोनस स्कीम की पेशकश करती हैं जिन्होंने पॉलिसी टेन्योर के दौरान किसी भी तरह का क्लेम नहीं किया है. आमतौर पर हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर कंपनियां नो क्लेम बोनस के रुप में रिवार्ड देकर के बीमा कवर के दायरे को बढ़ाती हैं. वहीं कार इंश्योरेंस कंपनियां प्रीमियम में डिस्काउंट के रुप में नो क्लेम बोनस का लाभ देती हैं.

गैर-जरूरी ऐड-ऑन से बचें

बीमा कंपनियां अक्सर पॉलिसी के साथ ऐड-ऑन की पेशकश करते हैं जो प्रीमियम की कीमत को बढ़ा देते हैं. ऐसे में पॉलिसी खरीदते समय अपनी जरूरतों का आकलन करें और तय करें कि आपको पॉलिसी के साथ बीमा कंपनियों की ओर से ऑफर किए जा रहे ऐड-ऑन की जरूरत है या नहीं. अगर आपको ऐड-ऑन की जरूरत नहीं है, तो इंश्योरेंस पॉलिसी रिनुअल करते समय हटा दें ताकि आपको कम प्रीमियम का भुगतान करना पड़े.

एक्टिव लाइफ बेनिफिट के लिए क्लेम करें

खुशहाल जीवन जीने के लिए कई लोग परिवार के सभी सदस्यों के नाम हेल्थ इंश्योरेंस का कवर खरीदते हैं. ऐसे पॉलिसीहोल्डर को कुछ बीमा कंपनियां पॉलिसी के रिनुअल पर प्रीमियम में छूट की पेशकश करती हैं. अगर अपनी फिटनेस को लेकर आप काफी सजग हैं, तो बीमा कंपनी से इस तरह के डिस्काउंट के बारे में पूछ सकते हैं और डिस्काउंट ऑफर मौजूद होने पर हेल्थ इंश्योरेंस रिनुअल कराने के लिए प्रीमियम भुगतान करते समय छूट का लाभ पा सकते हैं.

(Article by Adhil Shetty, CEO, Bankbazaar.com)

Insurance Sector Car Insurance