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Home Loan: बैंकों में होमलोन की दर पिछले दिनों बढ़ी है, जिससे घर खरीदना का खर्च जेब पर भारी पड़ रहा है. (file image)
Financial Planning: घर खरीदने की प्लानिंग कर रहे हैं तो यह जरूरी है कि अलग से निवेश की कुछ ऐसी भी प्लानिंग करें, जिससे घर खरीदने में खर्च होने वाला फंड रिकवर भी हो सके. ये मुश्किल नहीं है, बस इसके लिए कुछ स्मार्ट इन्वेस्टर बनकर काम करना जरूरी है. वैसे इसके लिए बेहतर फॉर्मूला है EMI के साथ साथ SIP. अगर आप अनुशासित तरीके से यह नियम फॉलो करते हैं तो घर की ईएमआई खत्म होते होते आप एसआईपी से इतनी रकम पा सकते हैं कि कम से कम लोन पर दिया जाने वाला ब्याज रिकवर हो जाएगा.
असल में रिजर्व बैंक ने पिछले साल मई से अबतक रेपो रेट में 2.50 फीसदी का इजाफा किया है. हालांकि 2 बार से दरों पर पॉज लगा है. लेकिन रेपो रेट बढ़ने से ज्यादातर प्रमुख बैंकों या नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी ने होमलोन रेट (Home Loan Interest Rates) में भी 1.5 से 2 फीसदी इजाफा कर दिया है. साल 2022 की शुरूआत में होमलोन की जा दरें 7.50 फीसदी थीं, वह बढ़कर 9.50 फीसदी के करीब पहुंच गई हैं. यानी अब लोन लेकर घर खरीदना और महंगा हो गया है.
होमलोन: मूलधन पर कितना लगेगा ब्याज
आप जब होमलोन लेते हैं तो क्या आप यह कैलकुलेट कर पाते हैं कि आपको मूलधन पर बैंकों को कितना ब्याज देना पड़ता है. मान लिया कि आप 40 लाख रुपये का लोन ले रहे हैं, वह भी 20 साल के लिए. बैंकों की होमलोन पर औसत ब्याज दर आजकल 9.5 फीसदी के आस पास है. ऐसे में अगर आप ईएमआई देखें तो हर महीने 37285 रुपये की बनेगी. इस लिहाज से आपका 20 साल के दौरान बैंकों को दिया जाने वाला ब्याज 49,48,459 रुपये होगा. इसमें मूलधन भी जोड़ दें तो बैंकों को देने वाली कुल रकम 89,48,459 रुपये होगी.
कुल होम लोन: 40 लाख रुपये
इंटरेस्ट रेट: 9.50%
लोन की अवधि: 20 साल
EMI: 37285 रुपये
कुल ब्याज: 49,48,459 रुपये
लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट: 89,48,459 रुपये
(SBI Interest Rates)
होमलोन पर लगने वाला इंटरेस्ट कैसे करें फ्री
यहां आपकी मंथली ईएमआई 37285 रुपये के करीब है. आप ईएमआई शुरू होने के साथ ही इस रकम का 15 फीसदी एसआईपी कर दें. यानी हर महीने 5593 रुपये आपको किसी बेहतर म्यूचुअल फंड स्कीम में एसआईपी के जरिए निवेश करना होगा. यह निवेश भी 20 साल के लिए होगा. 20 साल लंबी अवधि है और रिटर्न हिस्ट्री देखें तो बहुत सी ऐसी स्कीम हैं, जिनमें 20 साल में एसआईपी का रिटर्न 15 फीसदी या इससे ज्यादा रहा है. हम यहां सालाना रिटर्न 13 फीसदी मानकर कैलकुलेशन करेंगे.
मंथली SIP: 5593 रुपये
सालाना ब्याज: 13 फीसदी
20 साल बाद SIP की वैल्यू: 64,06,889 रुपये
आपका कुल निवेश: 13,42,320 रुपये
ब्याज का फायदा: 50,64,569 रुपये
ऊपर दिए गए कैलकुलेशन में साफ है कि आपने ईएमआई शुरू होते ही किस्त के 15 फीसदी रकम के बराबर एसआईपी भी शुरू कर दी है. आपकी मंथली किस्त 37285 रुपये हुई जिसका 15 फीसदी 5593 रुपये है. 20 साल में हर महीने आपने 5593 रुपये निवेश किया. यानी आपको कुल 13,42,320 रुपये लगाना पड़ा. बदले में आपकी 20 साल बाद एसआईपी की कुल वैल्यू 64,06,889 रुपये हो गई. अगर इसमें से अपना निवेश निकाल लें तो भी करीब 50,64,569 रुपये का ब्याज का फायदा हुआ. जबकि आप करीब इतनी ही रकम 49,48,459 रुपये बैंक को ब्याज के रूप में दे रहे हैं. एक तरह से आपका कुल ब्याज पर खर्च कवर हो गया.
EMI की 25 फीसदी रकम SIP में लगाएं
मंथली SIP: 9321 रुपये
सालाना ब्याज: 13 फीसदी
20 साल बाद SIP की वैल्यू: 1,06,77,384 रुपये
आपका कुल निवेश: 22,37,040 रुपये
ब्याज का फायदा: 84,40,344 रुपये
क्या निकल पाई घर की पूरी कीमत
ऊपर दिए गए कैलकुलेशन में साफ है कि आपने ईएमआई शुरू होते ही किस्त के 25 फीसदी रकम के बराबर एसआईपी भी शुरू कर दी है. आपकी मंथली किस्त 37285 रुपये हुई जिसका 25 फीसदी 9321 रुपये है. 20 साल में हर महीने आपने 9321 रुपये निवेश किया. यानी आपको कुल 22.37 लाख रुपये लगाना पड़ा. बदले में आपकी 20 साल बाद एसआईपी की कुल वैल्यू 1,06,77,384 रुपये हो गई. अगर इसमें से अपना निवेश निकाल लें तो भी करीब 85 लाख रुपये का ब्याज का फायदा हुआ. जबकि आप करीब इतनी ही रकम 89 लाख रुपये बैंक को ब्याज के रूप में दे रहे हैं. एक तरह से आपका कुल खर्च कवर हो गया.
20 साल: ज्यादा SIP रिटर्न देने वाले फंड
ICICI Pru Technology: 20% CAGR
SBI Consmpn Opp: 19.5% CAGR
Nippon Ind Growth: 19.5% CAGR
SBI Magnum Global: 19% CAGR
ICICI Pru FMCG: 19% CAGR
Quant Active: 17.5% CAGR
(नोट: हम यहां एक्सपर्ट से बातचीत और फंड के प्रदर्शन के आधार पर जानकारी दे रहे हैं. यह निवेश की सलाह नहीं दी जा रही है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एडवाइजर से सलाह जरूर लें.)