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Midcap[ Funds: निवेश और बचत की बात करें तो इसमें धैर्य और अनुशासन का बड़ा अहम रोल है.
Midcap Mutual Funds SIP Return: निवेश और बचत की बात करें तो इसमें धैर्य और अनुशासन का बड़ा अहम रोल है. धैर्य रखकर अगर लंबी अवधि के लिए अच्छी स्कीम में पैसा लगाते हैं तो कई गुना रिटर्न मिलने की उम्मीद बढ़ जाती है. अगर बाजार के रिटर्न पर नजर डालें तो ऐसा हुआ है. यहां हर महीने 5 हजार रुपये बचत करने वाले निवेशक करोड़पति बन गए हैं. हमने यहां म्यूचुअल फंड की मिडकैप कैटेगिरी के ऐसे कुछ फंड की यहां जानकारी दी है. इनमें 20 साल के एसआईपी का टॉप रिटर्न करीब 20 फीसदी सालाना के हिसाब से रहा है. टॉप रिटर्न देने वाली स्कीम में 20 साल के लिए 5000 रुपये एसआईपी की वैल्यू अब 2 करोड़ के करीब हो गई है.
Sundaram Mid Cap Fund
20 साल का रिटर्न: 19.70% सालाना
5000 रु SIP की 20 साल में वैल्यू: 1,95,81,155 रुपये
20 साल में कुल कुल निवेश: 13,00,000 रुपये
कुल एसेट्स: 7,156 करोड़ (As on 31-Jul-2022)
एक्सपेंस रेश्यो: 1.85% (As on 31-Jul-2022)
कम से कम निवेश: 100 रुपये
कम से कम SIP: 100 रुपये
Nippon India Growth Fund
20 साल का रिटर्न: 19.40% सालाना
5000 रु SIP की 20 साल में वैल्यू: 1,94,65,869 रुपये
20 साल में कुल कुल निवेश: 13,00,000 रुपये
कुल एसेट्स: 13,225करोड़ (As on 31-Aug-2022)
एक्सपेंस रेश्यो: 1.87% (As on 31-Jul-2022)
कम से कम निवेश: 100 रुपये
कम से कम SIP: 100 रुपये
Franklin India Prima Fund
20 साल का रिटर्न: 17.89% सालाना
5000 रु SIP की 20 साल में वैल्यू: 1,52,04,712 रुपये
20 साल में कुल कुल निवेश: 13,00,000 रुपये
कुल एसेट्स: 7,277 करोड़ (As on 31-Jul-2022)
एक्सपेंस रेश्यो: 1.88% (As on 31-Jul-2022)
कम से कम निवेश: 5000 रुपये
कम से कम SIP: 500 रुपये
Quant Mid Cap Fund
20 साल का रिटर्न: 14.32% सालाना
5000 रु SIP की 20 साल में वैल्यू: 64,66,018 रुपये
20 साल में कुल कुल निवेश: 13,00,000 रुपये
कुल एसेट्स: 621 करोड़ (As on 31-Jul-2022)
एक्सपेंस रेश्यो: 2.68% (As on 31-Jul-2022)
कम से कम निवेश: 5000 रुपये
कम से कम SIP: 1000 रुपये
म्यूचुअल फंड में निवेश के फायदे
म्यूचुअल फंड की इक्विटी स्कीम आपके पैसे को शेयर बाजार में निपवेश करती है. लेकिन यहां पैसे किसी एक शेयर की बजाए, अलग अलग कंपनियों के शेयरों में लगाए जाते हैं. इससे निवेशकों का पोर्टफोलियो डज्ञइवर्सिफाइड हो जाता है और उन्हें बाजार के जोखिम से सुरक्षा मिलती है. वहीं एसआईपी का फायदा यह है कि इसमें एक मुश्त पैसे लगाने की बजाए लंबी अवधि तक हर महीने एक तय रकम लगाने की सुविधा है. इससे समयम समय पर अपने निवेशक के आंकलन की सुविधा मिलती है. वहीं लंबी अवधि का निवेश होने से कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है.