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माताएं पिता की तुलना में बच्चों को अधिक पॉकेट मनी देती हैं.
माताएं पिता की तुलना में बच्चों को अधिक पॉकेट मनी देती हैं. यह हम नहीं कह रहे हैं बल्कि हाल ही में किए गए एक स्टडी में यह बात सामने आई है. इस स्टडी में एक लाख से ज्यादा पेरेंट्स ने हिस्सा लिया है. जूनियो द्वारा किए गए इस सर्वे से पता चला है कि बच्चों को पॉकेट मनी के रूप में माताओं से औसतन 1500 रुपये से अधिक पैसे मिलते हैं, जबकि पिता लगभग 1100 रुपये देते हैं. इस अध्ययन से पता चला है कि पॉकेट मनी प्राप्त करने वाले 50 फीसदी बच्चे दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर, हैदराबाद, चेन्नई, कोलकाता, अहमदाबाद, पुणे, चंडीगढ़ और लखनऊ से हैं और उनका एवरेज मंथली अलाउंस अन्य शहरों के बच्चों की तुलना में अधिक था.
ये रहे सर्वे के नतीजे
सर्वे के मुताबिक, बच्चों को मनी मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाने और उनमें पैसों के खर्च को लेकर समझ विकसित करने में माताएं अहम भूमिका निभाती हैं. सर्वे से पता चला है कि माताएं अपने बच्चों को मासिक बजट बनाने, खर्चों को कंट्रोल करने, बचत करने और अपने सभी लेन-देन पर ध्यान रखने जैसे अलग-अलग मनी मैनेजमेंट स्किल सिखाने का काम बखूबी करती हैं.
बच्चे अपनी पॉकेट मनी कहां इस्तेमाल करते हैं?
अध्ययन से पता चला है कि बच्चे अपनी पॉकेट मनी का इस्तेमाल खास तौर पर मोबाइल रिचार्ज, फ्यूल बिल, कैब राइड्स, फूड बिल जैसी चीजों का भुगतान करने में करते हैं. कैश फ्लो और मंथली अलाउंस को ट्रैक करते हुए अन्य अहम खर्च ज़ोमैटो, स्विगी Zepto, Paytm, PhonePe, Blinkit, Flipkart और Amazon जैसे प्लेटफार्मों पर देखा गया.
फाइनेंशियल डिसीप्लीन सिखाने में माताएं निभाती हैं अहम भूमिका
जूनियो के को-फाउंडर अंकित गेरा ने इस सर्वे पर टिप्पणी करते हुए कहा, “बच्चों को फाइनेंशियल डिसीप्लीन सिखाने में माताएं अहम भूमिका निभा रही हैं. बच्चों को पैसों के खर्च को लेकर सही सीख देना और उनमें बचत की आदतें विकसित करना पेरेंट्स द्वारा बच्चों को दिए जाने वाले सबसे अच्छे उपहारों में से एक है.” उन्होंने आगे कहा, पेरेंट्स अपने बच्चों को कम उम्र में ही पैसे की अहमियत सिखाकर उन्हें सशक्त बना सकते हैं. आजकल के बच्चे टेक्नो-फ्रेंडली हैं और जल्दी सीखते हैं, इसलिए पेरेंट्स के लिए उन्हें फाइनेंशियल डिसीप्लीन, बजट और बचत की आदतें सिखाना आसान है. जूनियो हमेशा बच्चों और माता-पिता दोनों के लिए इसे सरल और अधिक दिलचस्प बनाने के लिए काम कर रहा है.”