scorecardresearch

Monkeypox: मंकीपॉक्स के इलाज का खर्च क्या आपके हेल्थ इंश्योरेंस में होगा कवर? क्या है एक्सपर्ट्स की राय?

कोविड-19 महामारी के दौरान कई लोगों को पैसों की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. ऐसे में किसी भी महामारी की आशंका से पहले इसके लिए तैयार रहना बेहद जरूरी है.

कोविड-19 महामारी के दौरान कई लोगों को पैसों की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. ऐसे में किसी भी महामारी की आशंका से पहले इसके लिए तैयार रहना बेहद जरूरी है.

author-image
FE Online
एडिट
New Update
Monkeypox

दुनिया भर के कई देशों में मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox) के मामले बढ़ते जा रहे हैं.

Monkeypox: दुनिया भर के कई देशों में मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इसे दखते हुए भारत सरकार ने भी गाइडलाइन जारी किए हैं. मंकीपॉक्स के लिए जिम्मेदार वायरस बंदरों और अन्य जंगली जानवरों में पैदा होता है. इससे संक्रमित ज्यादातर मरीजों में बुखार, शरीर में दर्द, ठंड लगने और थकान के लक्षण देखे गए हैं. गंभीर मामलों में मरीजों के चेहरे, हाथों और शरीर के अन्य हिस्सों पर चकत्ते व दाने भी निकल सकते हैं.

मंकीपॉक्स के मामले कभी-कभी अधिक गंभीर हो सकते हैं. हालांकि, स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इसका ज्यादा खतरा नहीं है और आम जनता के लिए जोखिम बहुत कम है. अब तक भारत में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है और राज्य और केंद्र सरकार स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए है. कोविड-19 महामारी के दौरान कई लोगों को अस्पताल में भर्ती होने पर पैसों की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. ऐसे में किसी भी महामारी की आशंका से पहले इसके लिए तैयार रहना बेहद जरूरी है.

Advertisment

देश के पहले बैंकिंग मेटावर्स का एलान, घर बैठे कर पाएंगे ब्रांच से जुड़े काम

क्या मंकीपॉक्स इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत होता है कवर?

स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों के तहत आपको किसी भी मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में पैसों की जरूरत से निपटने में मदद मिलती है. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि क्या मंकीपॉक्स वायरस से संक्रमित शख्स के इलाज में होने वाला खर्च भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर होता है?

रिलायंस जनरल इंश्योरेंस कंपनी के CEO राकेश जैन कहते हैं, “हमें यह समझने की आवश्यकता है कि मंकीपॉक्स सहित सभी संक्रामक रोग बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अंतर्गत आते हैं. अगर किसी शख्स को देश में आने के बाद इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया जाता है, तो इसे इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर किया जाएगा, न कि ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत. यात्रा पूरी होने के बाद एक ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी वैलिड नहीं रह जाती है.

Motorola E32s, Redmi 10A और Poco C31 में कौन सा स्मार्टफोन है बेस्ट, जानिए कीमत और फीचर्स से जुड़ी तमाम डिटेल

अगर कोई विदेश यात्रा कर रहा है और मंकीपॉक्स से संक्रमित हो जाता है, तो ऐसे में ट्रैवल इंश्योरेंस पॉलिसी अहम हो जाता है. जैन कहते हैं, “इंटरनेशनल ट्रैवल इंश्योरेंस के मामले में यह ध्यान रखना जरूरी है कि कुछ ट्रैवल पॉलिसी केवल एक्सिडेंटल डेथ और एक्सिडेंटल हॉस्पिटलाइजेशन को कवर करती हैं, लेकिन मेडिकल हॉस्पिटलाइजेशन को नहीं. अगर कोई कस्टमर अपनी ट्रैवल पॉलिसी में मेडिकल एक्सपेंस फीचर का विकल्प चुनता है, तभी उसकी सभी इमरजेंसी मेडिकल कॉस्ट जैसे कि अस्पताल में भर्ती होने का खर्च, आउट पेशेंट और कैशलेस हॉस्पिटलाइजेशन होने पर विदेश यात्रा के दौरान कवर किया जाएगा.”

(Sunil Dhawan)

Healthcare 2 Health Insurance