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Mother’s Day 2024: महिलाओं के लिए हेल्थ इंश्योरेंस है जरूरी, मदर्स डे पर समझिए महत्व

रिप्रोडक्टिव हेल्थ से लेकर मेंटल हेल्थ तक, हमारी माताओं को उन बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है जिनके लिए ध्यान, देखभाल और सहायता की आवश्यकता होती है. सिर्फ मदर्स डे पर ही नहीं बल्कि साल के हर दिन अपनी मां के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना जरूरी है.

रिप्रोडक्टिव हेल्थ से लेकर मेंटल हेल्थ तक, हमारी माताओं को उन बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है जिनके लिए ध्यान, देखभाल और सहायता की आवश्यकता होती है. सिर्फ मदर्स डे पर ही नहीं बल्कि साल के हर दिन अपनी मां के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना जरूरी है.

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FE Hindi Desk
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आज दुनियाभर के कई देशों में मातृ दिवस यानी मदर्स डे (Mother's Day 2024) मनाया जा रहा है. ये खास दिन हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मनाया जाता है.

आज दुनियाभर के कई देशों में मातृ दिवस यानी मदर्स डे (Mother's Day 2024) मनाया जा रहा है. ये खास दिन हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को पड़ता है. इस साल यह दिवस 12 मई यानी आज ही है. मदर्स डे उन माताओं और मातृ विभूतियों को सम्मानित करने के लिए मनाया जाने वाला एक विशेष अवसर है जो हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं.

इस खास मौके पर महिलाओं के जीवन में आने वाली स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों पर बात करना जरूरी है. रिप्रोडक्टिव हेल्थ से लेकर मेंटल हेल्थ तक, हमारी माताओं को उन बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है जिनके लिए ध्यान, देखभाल और सहायता की आवश्यकता होती है. ज्यादातर चुनौतियों में अक्सर वक्त पर हस्तक्षेप की जरूरी होता है और इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.

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प्रजनन से जुड़ी दिक्कतों में हेल्थ कवरेज कर सकता है मदद 

रिप्रोडक्टिव हेल्थ एक महिला की संपूर्ण सेहत और कल्याण में अहम भूमिका निभाता है लेकिन कुछ अन्य वजहों महिलाओं को स्वास्थ संबंधी चुनौतियों का सामना करना पड़ जाता है. पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), एंडोमेट्रियोसिस (endometriosis) और यूटेराइन फाइब्रॉएड (uterine fibroids) जैसी तमाम रिप्रोडक्टिव हेल्थ से जुड़ी गड़बड़ियां महिला के जीवन की गुणवत्ता पर प्रभाव डाल सकती हैं. इन चुनौतियों का सामना करने के लिए वक्त पर जांच, डाक्टर की सलाह, उपयुक्त ट्रीटमेंट कराना जरूरी है. हेल्थ कवरेज होने पर इन सब से निपटने में आसानी हो सकती है. इसके लिए कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ कवरेज और भी मददगार साबित हो सकता है.

प्रीवेंटिव केयर और स्क्रीनिंग यानी रेगुलर हेल्थ चेकअप

स्तन कैंसर, सर्वाइकल कैंसर और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी स्वास्थ्य गड़बड़ियों की पहचान करने और उपचार के लिए रेगुलर हेल्थ चेकअप जरूरी है. कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस आम तौर पर इस तरह की बीमारियों के उपचार की प्रक्रियाओं को कवर करता है.

क्रॉनिक कंडिशन

अक्सर, महिलाएं ऑटोइम्यून डिजीज (autoimmune diseases), ऑस्टियोपोरोसिस, थायरॉयड डिऑर्डर जैसी लंबी अवधि तक परेशान वाली बीमारियों, कुछ मामलों में जानलेवा बीमारियों से प्रभावित होती हैं. इन स्थितियों को मैनेज करने के लिए समय-समय पर हेल्थ चेकअप, मेडिकेशन और कभी-कभी विशेष उपचार की आवश्यकता होती है. ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस रेगुलर हेल्थ चेकअप, दवा और उपचार के खर्चों को उठाने के लिए आवश्यक वित्तीय सहायता प्रदान करता है.

जीवनशैली में बदलाव

जीवनशैली यानी लाइफस्टाइल हर किसी के स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालते हैं. रेगुलर एक्सरसाइज, संतुलित पोषण यानी बैलेंस्ड डाइट, स्टेट मैनेजमेंट और भरपूर नींद जैसी आदतें अपनाने से कॉनिक डिजीज का खतरा कम हो सकता है, मेंटल हेल्थ में सुधार हो सकती है और जीवन जीने की क्वालिटी में भी सुधार नजर आ सकती है. बीमा कंपनियां प्रीवेंटिव केयर में मदद और बेहतर जीवनशैली को बढ़ावा दे रहे हैं जिससे लोगों के लिए लंबी अवधि तक चलने वाली बीमारियों के खर्चें कम हो सकें. कई बीमा कंपनियां अपने ग्राहकों को फिटनेस एक्टिविटीज में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रिवार्ड की पेशकश कर रही हैं.

हेल्थ कवरेज जेब पर पड़ने वाले बोझ को कम कर सकता है 

हमारी माताओं को जीवन भर स्त्री रोग विशेषज्ञों, प्रसूति रोग विशेषज्ञों, एंडोक्रिनोलॉजिस्ट और अन्य से विशेष देखभाल की आवश्यकता हो सकती है. बिना उपयुक्त हेल्थ कवर के इन विशेषज्ञों तक पहुंच वित्तीय रूप से बोझिल हो सकती है, जिससे निदान और उपचार में देरी हो सकती है. कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस कैशलेस स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं का एक नेटवर्क प्रदान करता है, जहां कोई भी चिकित्सा उपचार तक निर्बाध पहुंच प्राप्त कर सकता है. हेल्थ कवरेज इन सबके लिए जेब से होने वाले अत्यधिक खर्चों की बिना चिंता किए सुविधा उपलब्ध करा सकता है.

मां बनने के बाद होने वाली दिक्कतों में हेल्थ इंश्योरेंस कर सकता है मदद

प्रेगनेंसी और डिलीवरी जैसे चरण से गुजरने के बाद एक महिला मां बनती है. यह फेज महिला के शरीर और स्वास्थ्य में गहरा परिवर्तन लाता है. हालांकि पिछले कुछ सालों में मातृ मृत्यु दर में सुधार हुआ है. कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने से एक महिला को पैरेंटल केयर, डिलीवरी और उसके बाद केयर में मदद मिलती है. इस तरह से महिला और उसके परिवार पर वित्तीय बोझ कम पड़ता है और मां और बच्चे, दोनों की देखभाल में मदद मिल जाती है. इसके अलावा, डिलीवार के बाद मानसिक स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां महिलाओं (मां) में आम हैं जिन्हें बीमा कंपनियों के मानसिक स्वास्थ्य कवरेज द्वारा अच्छी तरह से कवर किया जाता है.

सिर्फ मदर्स डे पर ही नहीं बल्कि साल के हर दिन अपनी मां के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना जरूरी है. हर बीमारी का वक्त पर इलाज हो सके इसके लिए कॉम्प्रिहेंसिव हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना सही फैसला साबित हो सकता है.

(Article By Ajay Shah, Head – Distribution, Care Health Insurance) 

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