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Business Cycle Fund : बिजनेस साइकिल फंड का निवेश सभी तरह से सेक्टर और सभी तरह के मार्केट कैप वाली कंपनियों के स्टॉक में हो सकता है. (Pixabay)
Motilal Oswal Business Cycle Fund : मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी (MOAMC) के न्यू फंड ऑफर (NFO) मोतीलाल ओसवाल बिजनेस साइकिल फंड में 21 अगस्त तक निवेश करने का मौका है. यह एनएफओ 7 अगस्त 2024 को खुला था. यह नया थिमैटिक फंड एक ओपन-एंडेड इक्विटी स्कीम है, जो बिजनेस साइकिल आधारित इन्वेस्टमेंट थीम को फॉलो करती है. इसकी इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी बिजनेस साइकिल के अलग अलग फेज में अलग अलग सेक्टर और शेयरों के बीच डायनमिक एलोकेशन के माध्यम से कंपनियों में निवेश करके लंबी अवधि में दौलत में इजाफा करना है. जबकि बेंचमार्क Nifty 500 TRI है.
Motilal Oswal Business Cycle Fund : निवेश की स्ट्रैटेजी
यह फंड (New Fund Offer) बिजनेस साइकिल थीम के आधार पर चुने गए इक्विटी और इक्विटी संबंधित विकल्पों में कम से कम 80 फीसदी और मैक्सिमम 100 फीसदी निवेश करेगा. वहीं, 20 फीसदी एलोकेशन बिजनेस साइकिल थीम से संबधित इक्विटी और इक्विटी से जुड़े विकल्पों के अलावा अन्य इक्विटी या इक्विटी से जुड़े विकल्पों, डेट और मनी मार्केट में होगा. इसमें कैश भी शामिल हैं. वहीं REITs और InvITs द्वारा जारी यूनिट्स में भी मैक्सिमम 10 फीसदी एलोकेशन किया जा सकता है. वहीं रिस्क मिटिगेशन के प्रावधान के साथ म्यूचुअल फंड की यूनिट्स में मैक्सिमम 5 फीसदी एलोकेट किया जा सकता है.
किसके लिए बेहतर है विकल्प
यह एनएफओ उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प है जो बिजनेस साइकिल के आधार पर चुने गए इक्विटी और इक्विटी से संबंधित विकल्पों में मुख्य रूप से निवेश करके लंबी अवधि में अपनी दौलत में इजाफा करना चाहते हैं. ऐसे निवेशक जो शेयर बाजार में होने वाले उतार-चढ़ाव को समझते हैं और उससे संबंधित जोखिम को सहने की सहने की क्षमता रखते हैं. वहीं उनके निवेश का लक्ष्य कम से कम 5 साल का होता है, उनके लिए ये फंड बेहतर विकल्प हैं. बिजनेस साइकल फंड में एकमुश्त और एसआईपी दोनों निवेश के विकल्प हैं.
कैसे काम करता है बिजनेस साइकिल फंड?
बिजनेस साइकिल फंड (Business Cycle Fund) का निवेश सभी तरह से सेक्टर और सभी तरह के मार्केट कैप वाली कंपनियों के स्टॉक में हो सकता है. बिजनेस साइकिल के अनुसार जिन सेक्टर से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की जाती है, उन सेक्टर की अच्छी कंपनियों के स्टॉक को इस तरह के फंड के पोर्टफोलियो में शामिल किया जाता है. सामान्य तौर पर चयन की एक विशेष प्रक्रिया के आधार पर पहले बिजनेस साइकिल के अनुरूप सेक्टर का चुनाव किया जाता है और फिर उन सेक्टर के आर्थिक तौर पर मजबूत कंपनियां चुनी जाती हैं. बिजनेस साइकिल फंड के पोर्टफोलियो में डिफेंसिव और नॉन-डिफेंसिव सेक्टर हो सकते हैं. डिफेंसिव सेक्टर जैसे कि फार्मास्युटिकल, एफएमसीजी, आईटी और टेलीकॉम हैं और ये सेक्टर आर्थिक मंदी के दौर में भी स्टेबल प्रदर्शन कर सकते हैं. वहीं नॉन-डिफेंसिव सेक्टर में फाइनेंशियल, इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑटोमोबाइल, सीमेंट जैसे सेक्टर शामिल हैं, जो अर्थव्यवस्था में तेजी के दौर में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
बेहतर बिजनेस थीम का सेलेक्शन
मोतीलाल ओसवाल एसेट मैनेजमेंट कंपनी के एमडी एंड सीईओ, प्रतीक अग्रवाल का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था विस्तार के चरण में है, जो कॉर्पोरेट प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार, क्रेडिट और कैपेक्स में बढ़ोतरी और कई सेक्टर को सरकारी समर्थन के चलते है. इसके परिणामस्वरूप पिछले 3 साल के दौरान भारत की घरेलू मांग और खपत में भी सुधार हुआ है, जिससे बिजनेस की संभावनाओं में सुधार हुआ है, बिजनेस कैपेसिटी में निवेश बढ़ा है और हाउसहोल्ड एसेट्स में सुधार हुआ है. बिजनेस साइकिल स्ट्रैटेजी के साथ, हम उन बिजनेस का चयन करके इस बेहतर समय का लाभ उठाना चाहते हैं, जिनके इस विस्तार के फेज के दौरान अच्छा प्रदर्शन करने की सबसे अधिक संभावना है.
अलग-अलग फेज में बदलता है रिटर्न
मोतीलाल ओसवाल म्यूचुअल फंड के सीआईओ, निकेत शाह ने कहा कि हमारा बिजनेस साइकिल फंड रणनीतिक रूप से उभरते सेक्टर और थीम को भुनाने के लिए डिजाइन किया गया है. जो अर्ली एक्सपोजर की अनुमति देता है और आगामी रुझानों से वेल्थ क्रिएशन की क्षमता को मैक्सिमाइज करता है. हाई-ग्रोथ और हाई-कनविक्शन इन्वेस्टमेंट का उपयोग करते हुए, फंड पूरे बाजार स्पेक्ट्रम में टॉप हाउस आइडिया के एक केंद्रित आवंटन का लाभ उठाता है. बिजनेस साइकिल निवेश में, अलग अलग फेज के दौरान स्ट्रैटेजिक पोजिशनिंग रिटर्न पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है.
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