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Report: अगले 12 महीने में चांदी छू लेगी ₹85,000 का आंकड़ा, क्यों बढ़ रहा है दाम, कब तक रहेगी यह ग्रोथ?

Motilal Oswal Report: पहले चार महीनों में चांदी में लगभग 11 फीसदी की बढ़त हुई और कुल मिलाकर 6 फीसदी की बढ़त बरकरार रही.

Motilal Oswal Report: पहले चार महीनों में चांदी में लगभग 11 फीसदी की बढ़त हुई और कुल मिलाकर 6 फीसदी की बढ़त बरकरार रही.

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rajiv.chaturvedi
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Motilal Oswal Report: मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज रिपोर्ट (Motilal Oswal Services Report) के अनुसार, हर बड़ी गिरावट के बाद घरेलू चांदी की कीमतों में ऊंचे स्तर पर बदलाव देखा जा रहा है.

Motilal Oswal Report: 2023 के पहले चार महीनों में चांदी (Silver) ने निवेशकों को भरपूर लाभ दिया. हालांकि चांदी द्वारा उच्च कीमत हासिल करने के बाद पिछले कुछ समय से अस्थिरता का सामना करना पड़ा है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज रिपोर्ट (Motilal Oswal Services Report) के अनुसार, हर बड़ी गिरावट के बाद घरेलू चांदी की कीमतों में ऊंचे स्तर पर बदलाव देखा जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार चांदी की ये प्रवृति आगे भी जारी रहेगी. पिछले कुछ समय के आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले चार महीने में चांदी में कुल 11 फीसदी की बढ़त रही है और रिपोर्ट ने अनुमान लगाया गया है कि अगले 12 महीनों में चांदी 85000 का आंकड़ा भी छू सकती है.

चांदी 85000 रुपये का स्तर को छुवेगी

मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) को उम्मीद है कि चांदी में तेजी जारी रहेगी और अगली कुछ तिमाहियों में इसमें 15 फीसदी की बढ़ोतरी हो सकती है. एमओएफएसएल ₹70,500 पर तत्काल समर्थन (Immediate Support) के साथ निचले स्तर पर कांस्टेंट एक्यूमिलेशन की सलाह देता है, जबकि स्ट्रांग मिड-टर्म सपोर्ट ₹68,000 पर है. यही नहीं, रिपोर्ट के मुताबिक चांदी की कीमतें अगले 12 महीने में ₹82,000 और उसके बाद ₹85,000 के स्तर को छू सकती हैं.

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4 महीने में 11 फीसदी की बढ़त

2023 की शुरुआत में, चांदी का प्रदर्शन मजबूत रहा है. पहले चार महीनों में लगभग 11 फीसदी की बढ़त हुई और कुल मिलाकर 6 फीसदी की बढ़त बरकरार रही. शुरुआती रैली अमेरिकी बैंकिंग और डेट सेक्टर्स में चिंताओं से प्रेरित थी, लेकिन फेडरल रिजर्व की "हॉकिश पॉज़" पॉलिसी से यह स्पीड कुछ हद तक कम हो गई. जिससे कीमती और औद्योगिक दोनों मेटल्स पर असर पड़ा है. अमेरिकी कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI) 3.2 फीसदी पर है, जो जुलाई 2022 में 9.1 फीसदी के अपने शिखर से नीचे है. माना जा रहा है कि आने वाले समय में चांदी में और लाभ दिखता रहेगा.

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चांदी में क्यों है बढ़त?

चांदी में बढ़त के पीछे जियो-पोलिटिकल टेंशन का भी अहम हाथ रहा है. इसके अलावा डॉलर इंडेक्स लगभग 99.60 से तेजी से बढ़कर 104 पर पहुंच गया. फेड ने 2023 में अमेरिका के लिए वृद्धि का पूर्वानुमान बढ़ाया है, जो सॉफ्ट लैंडिंग का संकेत है. सिल्वर इंस्टीट्यूट के आंकड़ों से पता चलता है कि लगातार तीसरे साल मार्केट बैलेंस डेफिसिट में रह सकता है, जिससे चांदी की कीमतों को और समर्थन मिलेगा. दूसरी तरफ, सोलर एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV), और 5जी जैसी ग्रीन टेक्नोलॉजी में चांदी की मांग मार्केट के लिए और उम्मीद लाती हैं.

आगे और बढ़ेगा चांदी का दाम?

इंडस्ट्रियल डिमांड में वृद्धि ग्रीम टेक्नोलॉजी के ग्रोथ में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. त्योहारी सीजन के करीब घरेलू मांग से चांदी की कीमतों में सकारात्मक तेजी आने की उम्मीद है. हालांकि मंदी के बारे में चिंताएं कम हो गई हैं. क्योंकि इकोनॉमी ग्रोथ में अगर कोई भी अनिश्चितता आता है तो चांदी का मांग एक सेफ-हेवन के रूप में और बढ़ेगा. औद्योगिक और कीमती धातु दोनों बुनियादी सिद्धांतों से प्रभावित होने के कारण, चांदी को दोहरे लाभ से लाभ होता है. ऐतिहासिक रूप से, देखें तो महत्वपूर्ण गिरावट के बाद, घरेलू चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गई है और रिपोर्ट में यही उम्मीद जताई गई है.

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