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छोटी अवधि या लंबे समय के लक्ष्य के लिए बचत करना चाहते हैं, म्यूचुअल फंड इस उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं.
युवाओं को उनके माता-पिता और दूसरे रिश्तेदार लगातार ज्यादा बचत करने के लिए जार देते हैं. लेकिन ज्यादा खर्च की वजह से कल के लिए बचत करना आसान नहीं होता है. हालंकि, यह वित्तीय सुरक्षा के लिए प्लानिंग करने के लिए यह सबसे अच्छी उम्र है और इसलिए ज्यादा सोच-समझकर निवेश करना चाहिए. निवेश की बात करें, अगर आप शुरुआत कर रहे हैं, तो आप म्यूचुअल फंड सबसे अच्छा विकल्प है. वे आपको अलग-अलग पोर्टफोलियो, स्थिर रिटर्न, लिक्विडिटी और कम कीमत के लिए अवसर देते हैं.
चाहे वे छोटी अवधि या लंबे समय के लक्ष्य के लिए बचत करना चाहते हैं, म्यूचुअल फंड इस उद्देश्य को पूरा कर सकते हैं. निवेश की आसानी के साथ, व्यक्ति बेहद कम राशि के साथ निवेश शुरू कर सकता है. हालांकि, युवाओं को यह बात परेशान करती है कि म्यूचुअल फंड निवेश से बेहतरीन रिटर्न कैसे प्राप्त कर सकते हैं. इसके लिए कुछ निवेश की टिप्स और नियम हैं. युवा निवेशक रिटर्न को बढ़ाने के लिए इन पांच टिप्स को फॉलो कर सकते हैं.
इंडैक्स फंड्स का इस्तेमाल करें
बाजार में बड़ी गिरावट में ठीक रहने के तरीके समान होते हैं. निवेश के कुछ विकल्प सुरक्षित हैं और इसके साथ भविष्य में बेहतर रिटर्न का मौका भी है. इंडैक्स फंड बाजार में बुके हालात को मात देने के लिए थोड़े तरीकों में से एक है. इसके अलावा कम मार्केट रिस्क और कम कीमत बेहतर लंबी अवधि के प्रदर्शन के लिए बेहतर विकल्प बनाता है.
बाजार में मुश्किल स्थिति लगने पर भी निवेश जारी रखें
अपने सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान्स (SIPs) को रखें और म्यूचुअल फंड्स के ऑपरेशनल पार्ट के बारे में चिंता नहीं करें, जब तक आपको कोई नया निवेश, स्विच या प्रोफाइल या अकाउंट से जुड़े बदलाव नहीं करने हैं. म्यूचुअल फंड बाजार की स्थिति के बावजूद सबसे बेहतर विकल्पों में से एक है.
रिडीम करने के दबाव से बचें
इससे पहले बाजार में कई गिरावट आई हैं लेकिन हमेशा रिकवरी भी है. इसलिए, जल्दबाजी में शांत रहना पर्याप्त है और अपने निवेश को रिडीम नहीं करें. उतार-चढ़ाव निवेशक के सफर का हिस्सा हैं और आपको जल्दबाजी में कुछ करने से बचना चाहिए.
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रिव्यू करें
अपने निवेश पोर्टफोलियो का समय-समय पर रिव्यू करते रहें और बाजार में बदलाव के मुताबिक अपने पोर्टफोलियो में बदलाव करें. अपनी जोखिम की क्षमता, उम्र और वित्तीय लक्ष्यों के मुताबिक वित्तीय लक्ष्य में भी बदलाव करना जरूरी है.
निवेश में विभिन्नता लाना
एक पोर्टफोलियो में कई एसेट क्लास शामिल करना और कई एसेट क्लास से बेहतर रिटर्न आता है. जहां यह सही है कि फंड सिलेक्शन और एसेट का आवंटन निवेश, वित्तीय लक्ष्य और जोखिम की क्षमता के आधार पर किया जाना चाहिए, यह भी जरूरी है कि बहुत सारे फंड में निवेश करने से बचना महत्वपूर्ण है क्योंकि प्रदर्शन को ट्रैक करना संभव नहीं होता.
(By Jashan Arora, Director, Master Capital Services)
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