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गोल्ड ईटीएफ के तर्ज पर अब सिल्वर ईटीएफ भी होगा शुरू.
मार्केट रेगुलेटर सेबी ने मंगलवार को अपनी बोर्ड की बैठक के बाद म्यूचुअल फंड कंपनियों को सिल्वर ईटीएफ शुरू करने की इजाजत दे दी. अभी तक मार्केट में सिल्वर ईटीएफ नहीं था. सिल्वर और क्रू़ड ऑयल ईटीएफ (Exchange traded fund) की मांग लंबे समय से की जा रही थी. एक्सपर्ट्स का मानना है कि सिल्वर, प्लेटिनम और पैलेडियम निवेशकों के पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करने के अच्छे तरीके हैं. इससे निवेशकों को सिर्फ गोल्ड या डायमंड जैसी कीमती धातुओं पर ही निर्भर नहीं रहना पड़ता है.
गोल्ड ईटीएफ जैसे ही होंगे सिल्वर ईटीएफ के रेगुलेटरी नियम
सेबी बोर्ड ने मंगलवार को सेबी (म्यूचअल फंड) रेगुलेशन्स, 1950 में संशोधन को मंजूरी दे दी ताकि गोल्ड ईटीएफ के रेगुलेटरी मैकेनिज्म के तहत कुछ निश्चित सुरक्षा प्रावधानों के साथ सिल्वर ईटीएफ की शुरुआत हो सके. पिछले कुछ समय में निवेशकों ने गोल्ड के साथ सिल्वर में भी तेजी से निवेश करना शुरू किया है. यही वजह है कि सिल्वर ईटीएफ की जरूरत महसूस की जा रही थी.
Nippon India के पास देश का सबसे बड़ा गोल्ड ETF
जहां तक गोल्ड ईटीएफ का सवाल है तो भारत में Nippon India ETF Gold BeES सबसे बड़ा गोल्ड ईटीएफ है. इसका एयूएम 6000 करोड़ रुपये से ज्यादा का है. इसके बाद HDFC Gold ETF और SBI ETF Gold का नंबर आता है. HDFC Gold ETF का एयूएम 2,682 करोड़ रुपये और SBI ETF Gold का एयूएम 2,354 करोड़ रुपये का है. एक्सपर्ट्स का मानना है कि हालांकि चांदी को हमेशा गोल्ड से जोड़ कर देखा जाता है लेकिन अब इसकी स्वतंत्र मांग और सप्लाई डायनेमिक्स हो सकते हैं.
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की तरह गोल्ड ईटीएफ फिजिकल गोल्ड को रिप्रजेंट करता है. जो पेपर या डीमैट फॉर्म में होता है. एक गोल्ड ईटीएफ एक ग्राम गोल्ड के बराबर होता है .इसके तहत बेहद ऊंची उच्च गुणवत्ता के फिजिकल गोल्ड की गारंटी होती है. गोल्ड ईटीएफ एनएसई और बीएसई में लिस्टेड होते हैं और इन्हीं पर इनकी ट्रेडिंग भी होती है. गोल्ड ईटीएफ का मतलब इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में गोल्ड की खरीदारी से है.