/financial-express-hindi/media/post_banners/rcdCBHkvqjaoYJhwAbEV.jpg)
अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो इसका एक बड़ा फायदा है. (reuters)
Loan Against Mutual Funds: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं तो इसका एक बड़ा फायदा है. आप अपने म्यूचुअल फंड यूनिट्स पर लोन ले सकते हैं. लोन का अमाउंट 50 हजार से 3 करोड़ रुपये तक भी हो सकता है. इक्विटी और डेट में निवेश वाली तमाम म्युचुअल फंड स्कीम पर यह लोन लिया जा सकता है. नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी मिरे एसेट फाइनेंशियल सर्विसेज ने ऐसा ही एक प्रोडक्ट पेश किया है. कंपनी ने एक ऑनलाइन मोबाइल ऐप पेश किया है जिसके जरिए मिनटों में लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड का लाभ उठा सकते हैं. म्यूचुअल फंड पर लोने लेने की सुविधा पहले से मौजूद है. कई बैंक और NBFCs म्यूचुअल फंड में निवेश की गई राशि पर लोन दे रही हैं. इसका तरीका भी बहुत आसान है.
ओवरड्राफ्ट सुविधा के रूप में
यह लोन ओवरड्राफ्ट सुविधा के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा. ग्राहक जब चाहें और जहां भी जरूरत हो, मोबाइल ऐप के माध्यम से जरूरत की राशि निकाल सकते हैं. आवेदन करने पर उसी दिन वह राशि सीधे ग्राहक के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाती है. ऐप को सीधे एंड्रॉइड या आईओएस ऐप स्टोर से इंस्टाल किया जा सकता है.
कैसे मिलेगा लोन?
म्यूचुअल फंड यूनिट्स के बदले लोन लेने के लिए आपको बैंक या एनबीएफसी के साथ लोन एग्रीमेंट करना होता है. इसके तहत आपकी म्यूचुअल फंड की यूनिट गिरवी रखी जाती हैं. फिर बैंक या एनबीएफसी इसके बदले लोन देते हैं. यूनिट्स के बाजार मूल्य के आधार पर आपको लोन दिया जाता है. एप्लीकेशन प्रॉसेस में बैंक या एनबीएफसी के फेवर में म्यूचुअल फंड यूनिट चिन्हित कर दी जाती हैं. इन्हें 'मार्किंग ऑफ लियन' कहा जाता है. लियन के मार्क हो जाने पर निवेशक इन यूनिट को तबतक बेच या भुना नहीं सकते हैं, जबतक लोन खत्म न हो जाए.
15 मिनट के अंदर लिक्विडिटी
मिरे एसेट फाइनेंशियल सर्विसेज के सीईओ कृष्णा कन्हैया का कहना है कि हम लेंडिंग बिजनेस में अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं. इसके लिए कंपनी ने एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है जहां ग्राहक 15 मिनट के अंदर लिक्विडिटी जुटा सकते हैं. मिरे एसेट ग्लोबल इन्वेस्टमेंट्स (इंडिया) के निदेशक स्वरूप मोहंती का कहना है कि हमारे इस कदम का उद्देश्य यह है कि जरूरत पड़ने पर ग्राहकों की पहुंच तुरंत अपने फंड तक हो. यह ग्राहकों को अपने फाइनेंस को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में भी मदद करता है क्योंकि यह उनकी तुरंत की जरूरतों को पूरा करने और लॉन्ग टर्म गोल के लिए निवेश जारी रखने का एक अच्छा विकल्प है.