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Mutual Funds Strategy : मार्च 2025 में म्यूचुअल फंड हाउस ने अपने पोर्टफोलियो में कुछ स्टॉक बढ़ाए तो कुछ में बिकवाली की. (Image : Freepik)
Mutual Funds Latest Buying : लगातार 5 महीने की गिरावट के बाद मार्च में निफ्टी ने बाउंसबैक किया और मंथली बेसिस पर 6.3 फीसदी बढ़त के साथ बंद हुआ. यह फाइनेंशियल ईयर 2025 में जुलाई 2024 के बाद इंडेक्स के लिए सबसे बड़ा गेन रहा है. FY25 की बात करें तो मिडकैप में 7 फीसदी बढ़त रही, और इंडेक्स ने लार्जकैप और स्मॉलकैप के मुकाबले आउटपरफॉर्म किया. लार्जकैप और स्मॉलकैप दोनों में 5 फीसदी बढ़त रही.
मार्च महीने में 2 महीने लगातार आउटफ्लो के बाद FII नेट इनफ्लो देखने को मिला है. मार्च में FII इनफ्लो 0.2 बिलियन डॉलर रहा, जबकि फरवरी और जनवरी महीने में 5.4 बिलियन डॉलर और 8.4 बिलियन डॉलर का आउटफ्लो देखने को मिला था. डोमेस्टिक इनफ्लो मॉडरेट होकर 4.3 बिलियन डॉलर रहा, जो फरवरी और जनवरी में 7.4 बिलियन डॉलर और 10 बिलियन डॉलर रहा था. इस दौरान म्यूचुअल फंड्स ने भी अपनी स्टॉक स्ट्रैटेजी (Stock Market) में बदलाव किए. म्यूचुअल फड की लेटेस्ट स्टॉक स्ट्रैटेजी पर ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल ने अपनी रिपोर्ट जारी की है.
म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का हाल
हालांकि, चुनौतियों के बावजूद, घरेलू म्यूचुअल फंड ने लगातार पांचवें साल अपने इक्विटी AUM को FY25 में 32.3 लाख करोड़ रुपये (+26% YoY) तक बढ़ते देखा. AUM की ग्रोथ मार्केट इंडेक्स (निफ्टी: +5% YoY) और इक्विटी योजनाओं की अधिक बिक्री (9,396 बिलियन रुपये; +65% YoY) में तेजी के कारण हुई. हालांकि, रिडेम्प्शन भी 25 फीसदी सालाना बढ़कर 4,636 बिलियन रुपये हो गया, जिससे नेट इनफ्लो (YoY से दोगुना से अधिक) बढ़कर FY25 में 4,760 बिलियन रुपये हो गया (आलटाइम हाई), जो FY24 में 1,971 बिलियन रुपये था. इंडस्ट्री का कुल एयूएम FY25 में 23 फीसदी सालाना (12.3 लाख करोड़ रुपये) बढ़कर 65.7 लाख करोड़ रुपये हो गया.
सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIPs) में निवेश मजबूती से जारी है और मार्च में SIP के जरिए 259.3 बिलिसन रुपये का निवेश आया है. हालांकि यह 4 महीने में सबसे कम और मंथली बेसिस पर -0.3 फीसदी कम रहा. लेकिन सालाना बेसिस पर 34.5 फीसदी अधिक रहा है. मार्च में
किन सेक्टर में बढ़ा और किनमे घटा निवेश
मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च 2025 में डिफेंसिव सेक्टर्स में म्यूचुअल फंड वेटेज 30bp सुधरकर 29.7 फीसदी हो गया. टेलिकॉम और हेल्थकेयर सेक्टर पर फोकस बढ़ा. जबकि कंज्यूमर, टेक्नोलॉजी और यूटिलिटीज में वेटेज मॉडरेट हुआ है.
डोमेस्टिक साइक्लिक सेक्टर में वेट 30bp बढ़कर 61.5 फीसदी हो गया, जिनमें बैंक, रिटेल, इंश्योरेंस, रीयल एस्टेट, इंफ्रास्ट्रक्चर और सीमेंट पर फोकस रहा है. ग्लोबल साइक्लिक वेटेज 70bp घटकर 8.7 फीसदी पर आ गया, खासतौर से Oil & Gas में वेटेज घटने से.
हेल्थकेयर सेक्टर में FY25 में वेटेज 7.6% (+20bp YoY) हो गया और इस मामले में यह 5वें स चौथे पोजीशन पर आ गया. टेक्नोलॉजी में वेटेज 20bp YoY घटकर 8.5% रह गया. हालांकि वेटेज के मामले में यह अपनी पारेजीशन पर टिका हुआ है.
प्राइवेट बैंक में वेटेज बढ़कर 18.4% (+150bp YoY) हो गया.
PSU बैंक में वेटेज घटकर 2.8% (-60bp YoY) पर आ गया. .
कैपिटल गुड्स में वेटेज घटकर 7.2% (+70bp YoY) रह गया है.
पोर्टफोलियो में कौन से स्टॉक बढ़े
मार्च में म्यूचुअल फंड्स के पोर्टफोलियो में Jio Financial, Tata Consumer और Eternal जैसे लार्जकैप के स्टॉक बढ़े हैं. वहीं Yes Bank, HUDCO, IDFC First Bank, Patanjali Foods और Hindustan Zinc जैसे मिडकैप, जबकि IIFL Finance, Welspun Living, Castrol India और HFCL जैसे स्मॉलकैप कंपनियों के स्टॉक भी बढ़े हैं.
टॉप 10 स्टॉक (वैल्यू में बदलाव)
ICICI Bank
HDFC Bank
Reliance Industries
SBI
L&T
Bharti Airtel
Axis Bank
NTPC
Kotak Mahindra Bank
Bharat Electronics
बॉटम 10 स्टॉक (वैल्यू में बदलाव)
Infosys
IndusInd Bank
Maruti Suzuki
AAVAS Financiers
LTIMindtree
Wipro
Dixon Technologies
HCL Tech
Hexaware Tech
Sona BLW Precision