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म्यूचुअल फंड को शेयरों की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है
Mutual Fund calculator: म्यूचुअल फंड गणना दिखाती है कि म्यूचुअल फंड निवेश में कंपाउंडिंग भले ही अपनी ताकत दिखाने में वक्त लेता है, लेकिन वक्त के साथ यह अपना असर दिखाना शुरु कर देता है, जो आप की निवेशित रकम को कई गुना बढ़ा देता है. बाजार में सैकड़ों की तादात में म्यूचुअल फंड स्कीम मौजूद हैं, जो निवेशक को कंफ्यूज करती है, जिसके चलते म्यूचुअल फंड में निवेश जोखिम से भर जाता है. ऐसे में निवेशक रिसर्च व प्रोफेशल्स की सलाह से इन जोखिमों से बचते हुए अपनी रकम को तेजी से बढ़ा सकते हैं.
उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आप ने निवेश के लिए 12 फीसदी तक सालाना रिटर्न देने वाले एक अच्छी स्कीम का चयन कर लिया है और आप चाहते हैं कि रिटायरमेंट के समय में आप के पास 1 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम जमा हो. ऐसे में सवाल उठता है कि कितने समय में आप का म्यूचुअल फंड यह लक्ष्य हासिल करेगा?
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सामान्य तौर पर बैंक में डिपॉजिट निवेश को 1 करोड़ रुपये तक पहुंचने में पूरी उम्र का समय लग जाएगा या फिर इसके लिए निवेशक को बड़ी रकम का निवेश करना पड़ेगा. जबकि म्यूचुअल फंड के जरिये निवेशक 25 साल से कम वक्त में 5 करोड़ रुपये तक जमा करने का अपना लक्ष्य आसानी से प्राप्त कर सकते हैं, बशर्ते आप रुपये का निवेश करने के लिए तैयार हों. हर महीने मात्र 30,000 रुपये SIP कर 12 फीसदी का सालाना रिटर्न हासिल कर सकते हैं. गौर देने वाली खास बात ये है कि इस चक्रवृति ब्याज की गणना के मुताबिक आप की 1 करोड़ की रकम को 5 करोड़ होने में सिर्फ 12 साल का वक्त लगेंगा.
शुरुआत में 12% सालाना ब्याज के साथ 30,000 रुपये प्रति महीने के एसआईपी पर आप की रकम को 1 करोड़ होने में करीब 12 साल लगेंगे। इसके बाद 1 से 2 करोड़ तक पहुंचने में और 5 साल का वक्त लगेंगे. उसके बाद आपकी म्यूचुअल फंड राशि चक्रवृति ब्याज से टर्बोचार्ज हो जाएगी। 3 करोड़ रुपये तक पहुंचने में आपको सिर्फ 3 साल लगेंगे जबकि 3 करोड़ रुपये से 4 करोड़ रुपये तक का सफर सिर्फ 2 से 3 महीने में खत्म हो जाएगा. सबसे खास बात ये है कि आप की निवेश राशि को 5 करोड़ रुपयेहोने में दो साल से भी कम समय लगेगा.
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क्या आपको म्यूचुअल फंड में निवेश करना चाहिए?
म्यूचुअल फंड को शेयरों की तुलना में अधिक सुरक्षित माना जाता है क्योंकि वे आपको एकल फंड के माध्यम से कई कंपनियों या शेयरों में निवेश में विविधता लाने की अनुमति देते हैं।
फिनवे एफएससी के सीईओ रचित चावला की माने तो "सही समय की समझ होने पर म्यूचुअल फंड निवेश के लिए सबसे सुरक्षित स्कीम साबित हो सकती है. चाहे बाजार में कितना ही उतार चढाव क्यों न हो. म्यूचुअल फंड में निवेश करना सुरक्षित है क्योंकि निवेश लंबी अवधि के लिए हैं और अल्पकालिक उतार-चढ़ाव निवेशकों के लिए चिंता का विषय नहीं होना चाहिए”
उन्होंने कहा कि, "मुद्रास्फीति उन लोगों पर नेगिटिव असर डाल सकती है जिनके पास बैंक खाते में पैसा है, हालांकि यह उन लोगों पर असर नहीं डालेगा जिन्होंने लंबे समय तक स्मार्ट निवेश किया है. हालांकि हाई मुद्रास्फीति के परिणामस्वरूप शॉर्ट टर्म बाजार में अस्थिरता हो सकती है, लेकिन लंबी अवधि में नए अवसरों को खोलना निश्चित है; यही वह जगह है यहां म्यूचुअल फंड निवेश लाभदायक हो जाता है."