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Nifty-50 का परफॉरमेंस शानदार लेकिन निवशकों को सतर्क रहने की जरूरत, जानें एक्सपर्ट्स क्यों कह रहे हैं ऐसा

इंटरनेशनल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले रिकार्ड को देखें तो टॉप लेवल पर पहुंचने के बाद निफ्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है

इंटरनेशनल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले रिकार्ड को देखें तो टॉप लेवल पर पहुंचने के बाद निफ्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है

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FE Online
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Nifty-50 का परफॉरमेंस शानदार लेकिन निवशकों को सतर्क रहने की जरूरत, जानें एक्सपर्ट्स क्यों कह रहे हैं ऐसा

क्या निफ्टी का यह जश्न बरकरार रहेगा?

एनएसई के इंडेक्स Nifty-50 ने इमर्जिंग मार्केट्स के इंडेक्स को परफॉरमेंस के मामले में पछाड़ दिया. तीन, छह और एक साल की अवधि में Nifty-50 में इनसे कहीं आगे है. लेकिन निवेशकों को निफ्टी की इस शानदार तेजी से सतर्क भी हो जाना चाहिए. इंटरनेशनल ब्रोकरेज फर्म Jefferies ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले रिकार्ड को देखें तो टॉप लेवल पर पहुंचने के बाद निफ्टी का प्रदर्शन कमजोर रहा है. इसलिए आगे Nifty-50 अंडरपरफॉर्म कर सकता है. Jefferies ने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में एडजस्टमेंट भी किया है. यह पोर्टफोलियो अब डिफेंसिव दिख रहा और इसने ITC को जोड़ा है. इसने दो अन्य शेयरों की वेट कम कर दी है.

ज्यादा दिनों तक बरकरार नहीं रहेगा ये परफॉरमेंस : Jefferies

मार्च में Nifty-50 अपने निचले स्तर पर पहुंचने के बाद से अब तक दोगुना हो चुका है. दरसअसल 2020 में रिकार्ड विदेशी निवेश और रिटेल निवेशकों की संख्या दोगुना होने का फायदा Nifty-50 को मिला है. मार्च 2021 में निफ्टी-50 गिर कर 7,511 पर आ गया था. दरअसल कोविड की वजह से ग्लोबल मार्केट में बिकवाली का असर घरेलू बाजार पर भी पड़ रहा था. लेकिन इस महीने की शुरुआत में निफ्टी मार्च, 2020 के निचले स्तर से 136 फीसदी रैली कर 17,792 पर पहुंच गया. इस रैली के दौरान निफ्टी ने इमर्जिंग मार्केट के परफॉरमेंस को पछाड़ दिया.

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Jefferies का कहना है कि इसके लॉन्ग टर्म डेली रोलिंग एनालिसिस के मुताबिक Nifty-50 का यह परफॉरमेंस ज्यादा ज्यादा दिनों तक बरकरार नहीं रहेगा. Jefferies के विश्लेषकों का मानना है रिकार्ड बताते हैं कि इस तरह के परफॉरमेंस के बाद निफ्टी में गिरावट दिखी है. ब्रोकरेज हाउस की भारत की आर्थिक गतिविधियों को लेकर सकारात्मक राय है लेकिन घरेलू कंपनियों के शेयरों की वैल्यूएशन काफी ज्यादा है और इसमें ऊपर उठने की गुंजाइश नहीं दिख रही है. रिस्क-रिवार्ड निवेशकों के पक्ष में नहीं दिख रहा है.

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ITC को पोर्टफोलियो में जोड़ा

Jefferies ने अपने मॉडल पोर्टफोलियो में ITC में जोड़ा है. यह शेयर पिछले एक महीने में 17.5 फीसदी बढ़ चुका है. ब्रोकरेज फर्म ने इस शेयर का टारगेट प्राइस बढ़ा कर 300 रुपये कर दिया है. हालांकि इसने टाटा स्टील और भारतीय स्टेट बैंक के वेट में कटौती कर दी है.

(Article: Kshitij Bhargava)

(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

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