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'नो क्लेम बोनस' एक तरह से रिवार्ड फीचर है जो बीमा कंपनी अपने ग्राहकों को किसी साल क्लेम नहीं लेने पर देती हैं.
No Claim Bonus in Health Insurance: जब आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते हैं तो हर साल कवरेज के लिए कुछ प्रीमियम चुकाना होता है. पॉलिसी अवधि के दौरान हॉस्पिटलाइजेशन के खर्चों को लेकर आप क्लेम कर सकते हैं जिससे कवरेज के मुताबिक इलाज के खर्चों की भरपाई होती है. हालांकि अगर आपने किसी वर्ष आपने कोई क्लेम नहीं लिया तो ऐसी परिस्थिति में आपको कोई फायदा होता है? बिल्कुल होता है और हेल्थ इंश्योरेंस के तहत अगर किसी पॉलिसी अवधि में आपने कोई क्लेम नहीं किया है तो बीमा कंपनी 'नो क्लेम बोनस' (एनसीबी) की सुविधा देती है. यह एक तरह से रिवार्ड फीचर है जो बीमा कंपनी अपने ग्राहकों को किसी साल क्लेम नहीं लेने पर देती हैं. मेडिकल इंफ्लेशन के चलते आपके हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज पर असर न पड़े, इसमें 'नो क्लेम बोनस' बड़ी भूमिका निभा सकता है.
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No Claim Bonus का ये होता है फायदा
- 'नो क्लेम बोनस' फीचर की सबसे खास बात ये है कि यह हर साल आगे जुड़ता रहता है यानी कि हर क्लेम-फ्री वर्ष में यह बढ़ता जाता है. इसके तहत बीमा कंपनियों जो बोनस देती हैं उससे पॉलिसी प्रीमियम में छूट पा सकते हैं. इसके अलावा बीमा कंपनियां इसके तहत पॉलिसी प्रीमियम में बिना किसी बदलाव के बीमा कवरेज बढ़ाने और जिम, स्पा व योगा सब्सक्रिप्शंस या वेलनेस से जुड़े हुए प्रॉडक्ट्स ऑफर करती है.
- जो लोग अपने वर्तमान बीमा कंपनी से खुश नहीं हैं और दूसरी बीमा कंपनी के पास शिफ्ट होना चाहते हैं तो यह बोनस भी ट्रांसफर हो जाता है. हालांकि यह जरूरी है कि इसका फायदा लेने के लिए हेल्थ पॉलिसी को रिन्यू डेट से पहले ही रिन्यू कराना होगा. सभी बीमा कंपनियां शुरुआती रिन्यूअल डेट से 30 दिनों तक का समय रिन्यू कराने के लिए देती हैं और अगर इस दौरान भी पॉलिसी रिन्यू नहीं करा पाए तो बोनस खत्म हो जाएगा.
आम हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से कैसे अलग है Critical Illness Policy? क्या हैं इसमें निवेश का फायदा?
- नो क्लेम बोनस' इंडिविजुअल और फैमिली फ्लोटर दोनों हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के लिए एप्लीकेबल है.
- बोनस कितना मिलेगा, यह बीमा कंपनियों की शर्तों पर निर्भर करती हैं. ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय बीमा कंपनियां एनसीबी के तहत क्या ऑफर दे रही हैं, इसे जरूर चेक कर लेना चाहिए. कुछ बीमा कंपनियां 200 फीसदी तक सम इंश्योर्ड बढ़ाने की सुविधा देती हैं. जैसे कि अगर किसी शख्स ने 5 लाख रुपये का हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदा है और लगातार चार साल तक उसने कोई क्लेम नहीं किया है तो हर साल उसका सम इंश्योर्ड 50 फीसदी यानी 2.5 लाख रुपये तक बढ़ सकता है और चार साल के बाद कुल सम इंश्योर्ड 15 लाख रुपये का हो जाएगा. हालांकि अभी 200 फीसदी तक सम इंश्योर्ड बढ़ने का फीचर सिर्फ केयर हेल्थ इंश्योरेंस के केयर प्लस प्लान में है.
- केयर प्लस प्लान की बात करें तो इसमें एक खास बेनेफिट 'नो-क्लेम बोनस प्रोटेक्शन' भी बीमाधारक को मिलता है. अगर आपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के तहत किसी पॉलिसी अवधि में सम इंश्योर्ड के 25 फीसदी तक क्लेम किया है तो एनसीबी बेनेफिट बना रहेगा. अगर यह प्रोटेक्शन नहीं रहता तो सम इंश्योर्ड के 10 फीसदी तक भी क्लेम कर दिया तो एनसीबी का फायदा नहीं मिलेगा.
(अमित छाबड़ा, प्रमुख-हेल्थ इंश्योरेंस, पॉलिसीबाजारडॉटकॉम)