/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/post_banners/cqkLOjW7DBubMt8xf5RW.jpg)
National Pension Scheme: NPS का एक हिस्सा इक्विटी में जाता है, इसलिए इस स्कीम में गारंटीड रिटर्न नहीं मिल सकता है. (file image)
National Pension System Calculation: जब कोई भी इनडिविजुअल नौकरी में रहता है या उस दौर में रहता है, जब उसकी इनकम बेहतर रहती है तो अपनी पसंद का लाइफ स्टाइल जी सकता है. या कह सकते हैं कि अपनी हर जरूरत को पूरी करने के लिए उसे ज्यादा परेशानी नहीं होती है. लेकिन जब वह रिटायर हो जाता है या उस उम्र में पहुंच जाता है, जब अर्निंग मेंबर नहीं रहता तो डेली की जरूरतों को पूरा करने के लिए परेशानियां आ सकती हैं. इसलिए जरूरी है कि समय रहते ही उम्र के उस दौर के लिए भी फाइनेंशियल प्लानिंग कर लें, जिस दौर में आप नॉन वर्किंग हो जाते हैं. कहने का मतलब है कि आपको समय से पहले ही रिटायरमेंट प्लानिंग कर लें.
SCSS: हर साल इस सरकारी स्कीम से घर आ सकते हैं 4.81 लाख रुपये, कितना करना होगा निवेश? ऐसे करें कैलकुलेशन
रिटायरमेंट के लिए बेहतर है NPS
अगर आप भी कुछ इस तरह की प्लानिंग कर रहे हैं तो नेशनल पेंशन सिस्टम यानी NPS एक बेहतर विकल्प हो सकता है. यह सरकार की रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है. केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 को इसे लॉन्च किया था. इस डेट के बाद नौकरी ज्वॉइन करने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए यह योजना जरूरी है. साल 2009 के बाद से इसे प्राइवेट कर्मचारियों के लिए भी खोल दिया गया. NPS में कम से कम 20 साल निवेश करना जरूरी है. अकाउंट खुलने के बाद 60 साल की उम्र तक या मैच्योरिटी तक इसमें कंट्रीब्यूट करना होता है.
नेशनल पेंशन स्कीम (NPS), पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) और केंद्र सरकार की देखरेख में रिटायरमेंट के लिए एक वॉलंटियरी (स्वैच्छिक) और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट प्लान है. NPS केंद्र सरकार की एक सोशल सिक्योरिटी पहल है. यह पेंशन स्कीम सार्वजनिक, निजी और यहां तक कि असंगठित क्षेत्रों के कर्मचारियों के लिए है. नेशनल पेंशन स्कीम के तहत निवेश 18 साल से 70 साल के बीच का कोई भी भारतीय नागरिक (सरकारी कर्मचारी या निजी सेक्टर का कर्मचारी) शुरू कर सकता है. एनआरआई भी इसके लिए योग्य हैं.
बेहतर है रिटर्न
NPS का एक हिस्सा इक्विटी में जाता है, इसलिए इस स्कीम में गारंटीड रिटर्न नहीं मिल सकता है. हालांकि, फिर भी यह पीपीएफ जैसे अन्य ट्रेडिशनल लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की तुलना में अधिक रिटर्न दे सकती है. अगर NPS की रिटर्न हिस्ट्री देखें तो अब तक इसने 9% से 12% सालाना रिटर्न दिया है. NPS में जमा रकम को निवेश करने का जिम्मा PFRDA द्वारा रजिस्टर्ड पेंशन फंड मैनेजर्स को दिया जाता है. ये आपके निवेश को इक्विटी, गवर्नमेंट सिक्योरिटीज और नॉन गवर्नमेंट सिक्योरिटीज के अलावा फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट में निवेश करते हैं.
NPS: 1 लाख पेंशन के लिए कैलकुलेशन
निवेश शुरू करने की उम्र: 30 साल
हर महीने NPS में निवेश: 10 हजार रुपये
30 साल में कुल निवेश: 36 लाख रुपए
निवेश पर अनुमानित रिटर्न: 10 फीसदी सालाना
पेंशन वेल्थ: 2,27,93,253 रुपए (2.28 करोड़)
एन्युटी प्लान में निवेश: 55 फीसदी
एन्युटी रिटर्न: 10 फीसदी
लम्प सम वैल्यू: 1,02,56,964 रुपये (1.02 करोड़)
मंथली पेंशन: 1,04,469 रुपये (1 लाख रुपये)
NPS: रिटायरमेंट के बाद विदड्रॉल के नियम
वर्तमान में, कोई व्यक्ति कुल कॉर्पस का 60 फीसदी तक एकमुश्त राशि के रूप में निकाल सकता है, शेष 40 फीसदी एन्युटी योजना में जाता है. नए NPS गाइडलाइन के तहत अगर कुल कॉर्पस 5 लाख रुपये या उससे कम है तो, सब्सक्राइबर्स एन्युटी प्लान खरीदे बिना पूरी रकम निकाल सकते हैं. ये निकासी भी टैक्स-फ्री हैं.