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एनालिस्ट्स पेटीएम के शेयरों से दूर रहने की सलाह दे रहे हैं.
दिग्गज डिजिटल पेमेंट कंपनी Paytm के शेयरों में 27 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. लेकिन इतना ज्यादा करेक्शन के बावजूद एनालिस्ट्स की राय इस शेयर को लेकर पॉजीटिव नहीं है. लिस्टिंग के दिन ही इस शेयर ने 20 फीसदी का लोअर सर्किट छू लिया था. लेकिन एनालिस्ट्स को अब भी यह ओवरवैल्यूड लग रहा है. मार्केट की नजर में अभी भी यह शेयर मंहगा है साथ ही कंपनी को होने वाला घाटा भी एनालिस्ट्स को इस शेयर को खरीदने की सलाह देने से रोक रहा है.
IIFL Securities के डायरेक्टर संजीव भसीन का कहना है, “ मुझे नहीं लगता है कि पेटीएम के शेयरों की खरीद अच्छी खरीदारी है. मेरा मानना है कि यह ओवरप्राइस्ड है. गौरतलब है कि पेटीएम की पैरेंट कंपनी one 97 Communication का शेयर अपनी आईपीओ प्राइस से 27 फीसदी नीचे गिर गया है. पहले ही दिन इसमें इतनी बड़ी गिरावट की वजह से निवेशकों का काफी पैसा डूब गया. गुरुवार को पेटीएम के शेयर 2150 के आईपीओ प्राइस से गिर कर 1,560 रुपये पर आ गए. .
गिरावट आई है इसलिए खरीदना ठीक नहीं
संजीव भसीन कहते हैं कि बीएसई में पेटीएम का शेयर 1,955 रुपये पर खुला जो इसकी आईपीओ प्राइस से 9.07 फीसदी कम थी. उस दिन कुछ ही मिनटों के ट्रेड के बाद इमें 15 फीसदी की गिरावट आ गई. अब यह शेयर 20 से 25 फीसदी और अब 27 फीसदी तक नीचे जा चुका है. निवेशक सोच रहे हैं इस बड़ी गिरावट में पेटीएम के शेयर खरीदे जा सकते हैं. लेकिन इतनी गिरावट के बाद भी इस शेयर को BUY की रेटिंग नहीं दी जा सकती.भसीन का कहना है कि अभी मार्केट अनिश्चित है.ऐसे में हर कोई पेटीएम जैसी बड़ी ऑफरिंग को दरकिनार कर रहा है क्योंकि इसका कोई निश्चित भविष्य नहीं दिख रहा है. इसलिए इस शेयर को अभी नहीं खरीदना चाहिए. जब तक यह शेयर स्थिर नहीं हो जाता तब तक इंतजार करना चाहिए. यह देखना चाहिए कि आखिर आने वाले दिनों में मार्केट क्या रंग अख्तियार करता है.
रेलिगेयर ब्रोकिंग ( Religare Broking) के रिसर्च वाइस प्रेसिडेंट अजित मिश्रा का कहना है कि भारी गिरावट के बावजूद अभी पेटीएम में एंट्री करना ठीक नहीं है. उन्होंने कहा, “ हमने पहले भी एक नोटस में कहा था कि कई न्यूज एज कंपनियां दूसरे कारोबारों में हैं, निवेशकों को उधर ध्यान देना चाहिए. निवेशकों को पेटीएम जैसी किसी एक कंपनी में बहुत ज्यादा दांव नहीं लगाना चाहिए. पेटीएम में तो मौजूदा स्तर पर भी एंट्री नहीं करना चाहिए.
JST Investments के सीओओ आदित्य कोंडावर कहते हैं कि पेटीएम का बिजनेस जटिल है, इस वजह से इसका शेयर नीचे जा रहा है. बहुत से निवेशकों को यह समझ में नहीं आ रहा है कि पेटीएम आखिर करता क्या है. और यह अपना मुनाफा कैसे हासिल कर रहा है. दरअसल पेटीएम जिस बिजनेस में है उसमें लीडर नहीं है. यह ठीक है कि पेटीएम ब्रांड काफी कीमती है लेकिन मौजूदा वैल्यूएशन में सेफ्टी मार्जिन नहीं है.
यही चिंता विदेशी ब्रोकरेज फर्म Macquarie भी जता रही है. उसने आईपीओ प्राइस से 44 फीसदी गिरावट का अनुमान जताया था. इस फर्म का कहना है कि फिलहाल पेटीएम कैश खर्च कर रही है और उसने कई जगह हाथ डाल रखे हैं. ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि पेटीएम में पॉजीटिव फ्री कैश फ्लो 2029-30 में ही शुरू हो सकेगा.
पेटीएम नहीं, फिर कहां करें निवेश?
संजीव भसीन का कहना है कि पेटीएम के बजाय लार्ज कैप आईटी शेयरों में निवेश करना चाहिए. उन्होंने कहा, “ हम टीसीएस, विप्रो, इन्फोसिस, टेक महिंद्रा जैसे शेयरों पर बुलिश हैं. निवेशकों को इनमें निवेश करना चाहिए. हालांकि अजित मिश्रा का कहना है कि निवशकों को Nykaa, Zomato, Policybazaar जैसे शेयरों में निवेश करना चाहिए. हालांकि वह कहते हैं कि महंगे वैल्यूएशन को देखते हुए वे इनमें धीरे-धीरे ही निवेश करें.
(Article: Kshitij Bhargava)
(स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)