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अलर्ट!: सरकार नहीं चला रही 'सुकन्या देव' नाम की कोई स्कीम, न आएं झांसे में

देश में बच्चियों के नाम पर एक फर्जी योजना को लेकर मैसेज वायरल हो रहा है.

देश में बच्चियों के नाम पर एक फर्जी योजना को लेकर मैसेज वायरल हो रहा है.

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FE Online
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PIB fact check: Sukanya Dev scheme is fake, central government is not running any such scheme

PIB fact check: Sukanya Dev scheme is fake, central government is not running any such scheme

देश में बच्चियों के नाम पर एक फर्जी योजना को लेकर मैसेज वायरल हो रहा है. मैसेज में कहा जा रहा है कि सुकन्या देव नाम की एक स्कीम चल रही है, जिसके तहत बेटी के नाम पर 6 लाख रुपये तक की रकम पाई जा सकती है. लेकिन यह दावा झूठा है और योजना फर्जी है. इस बोर में PIB Fact Check ने ट्वीट कर जानकारी दी है.

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ट्वीट में कहा गया है कि लोगों के पास मैसेज आ रहे हैं, जिनमें कहा जा रहा है, 'भारत सरकार द्वारा पोस्ट ऑफिस में सुकन्या देव योजना शुरू की गई है. इसमें 1 से 10 वर्ष तक की बेटी के नाम साल में 1000 रुपये जमा करने हैं. अगर 14 साल तक ऐसा किया जाता है तो बेटी को 21 साल की उम्र में 6 लाख रुपये मिलेंगे.'

PIB Fact Check ने इस दावे को झूठा करार दिया है. उसका कहना है कि केन्द्र सरकार द्वारा सुकन्या देव जैसी कोई योजना नहीं चलाई जा रही है.

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सु​कन्या समृद्धि का उठा सकते हैं फायदा

बता दें कि सरकार की ओर से 'सुकन्या समृद्धि योजना' चलाई जाती है. इसमें 10 साल तक की बच्ची के नाम पर पोस्ट ऑफिस या ​बैंकों में खाता खुलवाया जा सकता है. अकाउंट को मिनिमम 250 रुपये में खुलवाया जा सकता है और एक वित्त वर्ष में मिनिमम जमा 250 रुपये और मैक्सिमम 1.5 लाख रुपये तय की गई है. सुकन्या समृद्धि योजना में खाता खुलने के दिन से 14 साल पूरा होने तक निवेश करना होता है. लेकिन यह खाता बच्ची के 21 साल का होने पर मैच्योर होता है. इस वक्त पोस्ट ऑफिस में सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाला सालाना ब्याज 8.4 फीसदी है.

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क्या है PIB Fact Check

PIB Fact Check केन्द्र सरकार की पॉलिसी/स्कीम्स/विभाग/मंत्रालयों को लेकर गलत सूचना को फैलने से रोकने के लिए काम करता है. सरकार से जुड़ी कोई खबर सच है या फर्जी, यह जानने के लिए PIB Fact Check की मदद ली जा सकती है. PIB Fact Check को संदेहात्मक खबर का स्क्रीनशॉट, ट्वीट, फेसबुक पोस्ट या URL वॉट्सऐप नंबर 918799711259 पर भेजा जा सकता है या फिर pibfactcheck@gmail.com पर मेल किया जा सकता है.

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