/financial-express-hindi/media/post_banners/ABimqAOap2uvxO41hPkB.jpg)
फार्मा सेक्टर की मैन्यूफैक्चरर कंपनियों की पीएलआई स्कीम के तहत मिलेंगे 15 हजार करोड़ रुपये का इन्सेंटिव
फार्मास्यूटिकल्स सेक्टर के लिए पीएलआई (PLI) स्कीम के तहत दिए जाने वाले 15 हजार करोड़ रुपये के इनसेंटिव का फायदा दवा कंपनी बनाने वाली 55 कंपनियों को होगा. सरकार की ओर से जारी एक रिलीज में कहा गया है कि इंडस्ट्री ने सरकार की PLI स्कीम का जोरदार स्वागत किया है. स्कीम के तहत इनसेंटिव के लिए 31 अगस्त 2021 तक 278 आवेदन मिले थे. स्कीम के तहत 55 आवेदनों को स्वीकार किया जाना था.".
सन फार्मा समेत कई कंपनियों को फायदा
जिन कंपनियों को इस स्कीम का फायदा मिलेगा, उनमें शामिल हैं- सन फार्मास्यूटिकल्स इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Sun Pharmaceutical Industries ), अरविंदो फार्मा लिमिटेड Aurobindo Pharma Limited), डॉ. रेड्डी लेबेरेट्रीज लिमिटेड (Dr. Reddy’s Laoratories Limited), ल्युपिन लिमिटेड, (Lupin Limited) माइलेन लेबोरेट्रीज ( Mylan Laboratories Limited) कैडिला हेल्थकेयर( Cadila Healthcare Limited), सिप्ला लिमिटेड ( Cipla Limited) एमनिल (Amneal Pharmaceuticals Private Limited), ग्लेनमार्क( Glenmark Pharmaceuticals Limited), इंटास (Intas Pharmaceuticals Limited ) और टॉरेंट (Torrent Pharmaceuticals).
एमएसएमई कंपनियों को मिलेंगे 50-50 करोड़ रुपये
ग्रुप बी की जिन कंपनियों को इसका फायदा मिलेगा उनमें बायोकोन लिमिटेड ( Biocon Limited), एमएसएन लेबोरेट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, वोकहार्ट लिमिटेड, एलेम्बिक फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड, एमक्योर फार्मा, मैकलियोड्स, बायोलॉजिकल ई और नेटको लिमिटेड शामिल हैं. 11000 करोड़ रुपये के फंड का बड़ा हिस्सा ग्रुप ए की 11 बड़ी कंपनियों को मिलेगा. ग्रुप बी की कंपनियों को 2250 करोड़ रुपये का इन्सेंटिव मिलेगा.इनमें से हरेक कंपनी को 250 करोड़ रुपये का इन्सेंटिव मिल सकता है.ग्रुप सी में फार्मा एमएसएमई हैं. उनमें 35 कंपनियों को 1750 करोड़ रुपये मिलेंगे. यानी हरेक कंपनी को 50 करोड़ रुपये. केंद्र ने जून 2021 में पीएलआई की दूसरी स्कीम के तहत घरेलू फार्मा सेक्टर के लिए इन्सेंटिव देने का फैसला किया था. यह स्कीम 2020-21 से 2028-29 तक जारी रहेगी.