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Mudra Yojana: मुद्रा योजना के तहत 3 कैटेगिरी में 10 लाख रुपये तक लोन मिलता है.
Start Business/ PM Mudra Yojana: आज के दौर में बहुत से ऐसे युवा हैं, जो नौकरी की बजाए खुद का कोई कारोबार करना चाहते हैं. हालांकि बहुत से युवाओं के पास पर्याप्त पूंजी या साधन नहीं होते कि वे ऐसा कर पाएं. लेकिन सरकार इस काम में काफी मदद कर रही है. प्रधानमंत्री मुद्रा लोन येजना के तहत अबतक 8 साल में करीब 40 करोड़ लोगों को इस योजना के तहत लोन दिया जा चुका है. सरकार ने इस योजना के तहत अपना प्रजेक्ट रिपोर्ट भी तैयार किया है, जिसमें कई ऐसे स्माल बिजनेस की जानकारी दी गई है, जो इस योजना के तहत शुरू किए जा सकते हैं. हमने यहां एक ऐसे ही प्रोजेक्ट रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि आप किस तरह से कम खर्च में अपना बिजनेस शुरू कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
डेयरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट
सरकार की मुद्रा स्कीम प्रोजेक्ट रिपोर्ट में डेयरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट की जानकारी दी गई है. दूध से बनने वाले इन प्रोडक्ट की मांग बहुत ज्यादा होने से इस बिजनेस में सफल होने के चांस भी बहुत ज्यादा हो जाते हैं. मुद्रा स्कीम के तहत सरकार ने जो प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाई हैं, उनमें डेयरी बिजनेस शुरू करने के लिए करीब 70 फीसदी लोन का प्रावधान है. इस यूनिट में पैकेट बंद दूध, पैकेट बंद दही, फ्लेवर्ड मिल्क, बटर, बटर मिल्क, घी और छाछ जैसे प्रोडक्ट तैयार हो सकते हैं. पैकेज्ड फूड बनाने के लिए पहले हेल्थ अथॉरिटी से लाइसेंस जरूरी है.
1000 वर्गफुट एरिया में लगा सकते हैं यूनिट
1000 वर्गफुट एरिया में डेयरी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट लग सकती है. इसमें 500 वर्ग फुट में आपको प्रोसेसिंग एरिया, 150 वर्ग फुट में रेफ्रिजरेशन रूम, 150 वर्ग फुट में वाशिंग एरिया, 100 वर्ग फुट में ऑफिस स्पेस और 100 वर्ग फुट में टॉयलेट जैसी सुविधाएं देनी होंगी.
खर्च और मुनाफे का हिसाब
प्रोजेक्ट रिपोर्ट के हिसाब से आपको यूनिट के लिए खुद के पास 30 फीसदी पूंजी दिखानी होगी. मान लिया कि अगर 16 लाख रुपये कुल खर्च है तो आपके पास 5 लाख रुपये होना चाहिए. बची 11 लाख की रकम आपको टर्म लोन और वर्किंग कैपिटल लोन के रूप में मिल जाएंगे.
इन खर्च में मशीन लगाने पर खर्च (इसमें क्रीम सेपरेटर, पैकिंग मशीन, बॉटल कैपिंग मशीन, फ्रीज, कूलर, वेट करने वाली मशीन, ट्रे के अलावा कुछ और छोटी मशीनें), रॉ मैटेरियल (दूध, चीनी, फ्लेवर और सॉल्ट) पर खर्च, सैलरी देने पर खर्च, बिजली का बिल आदि शामिल हैं.
रिपोर्ट के अनुसार अगर रोज 500 लीटर या सालाना 1.5 लाख लीटर दूध की प्रॉसेसिंग से जितना प्रोडक्ट तैयार होगा, उससे टैक्स आदि का खर्च काटने के बाद कुल खर्च का 20 से 25 फीसदी तक सालाना नेट प्रॉफिट हो सगकता है.
Mudra loan: कैसे कर सकते हैं अप्लाई
मुद्रा योजना के तहत 3 कैटेगिरी शिशु लोन, किशोर लोन और तरुण लोन के तहत कर्ज दिया जा रहा है. शिशु लोन के तहत आपको 50,000 रुपये तक, किशोर लोन में 50,000 से 5 लाख तक और तरुण लोन के तहत आपको 5 लाख से 10 लाख तक लोन मिलता है.
मुद्रा एक रीफाइनेंसिंग संस्था है, ये सीधे लाभार्थी को लोन नहीं देती, बल्कि इसके जरिए बैंक लोन देते हैं. इसका लाभ लेने के लिए आपको किसी भी अधिकृत बैंक, NBFC, माइक्रोफाइनेंस संस्थानों के करीबी ब्रांच पर जाकर फॉर्म भरना होगा. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन भी कर सकते हैं. आवेदन करने के लिए आपके पास पासपोर्ट साइज फोटो, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज होने चाहिए.
इसके तहत सभी गैर कृषि उद्यम, सूक्ष्म उद्यम और लघु उद्यम क्षेत्र के तहत आवेदन किया जा सकता है. आय सृजन गतिविधियों और विनिर्माण, व्यापार और सेवाओं से जुड़े बिजनेस के लिए आवेदन किया जा सकता है.
मुद्रा लोन लेने के फायदे
पीएम मुद्रा योजना में लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि बैंक या फिर किसी अन्य व्यक्ति संस्था से लोन लेने के लिए आपको कोई भी सिक्योरिटी जमा नहीं करनी पड़ती है. इस पर सरकार आपके लोन की गारंटी देती है. इस पर प्रोसेसिंग फीस भी बहुत कम होती है. साथ ही इस योजना के तहत लोन लेने पर महिलाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों को ब्याज दर में छूट दी जाती हैं.