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Small Savings: पोस्ट ऑफिस कई बेहतरीन और पॉपुलर स्माल सेविंग्स स्कीम ऑफर कर रहा है. (reuters)
Post Office Small Savings Schemes: एक ही कंपनी में काम करने वाले राहुल और संतोष ने 10-10 लाख रुपये बाजार में निवेश करने का प्लान बनाया. राहुल ने एडवाइजर की सलाह से अपना पोर्टफोलियो बैलेंस किया और कैपिटल मार्केट के साथ पैसा स्माल सेविंग्स स्कीम में भी लगाया. लेकिन संतोष ने ज्यादा रिटर्न की लालच में पूरा पैसा इक्विटी में लगा दिया. संतोष ने इक्विटी चुनते समय सावधानी नहीं बरती और उसका पोर्टफोलियो बीते 1 साल में फ्लैट ही रहा है. लेकिन राहुल का पैसा तय ब्याज के हिसाब से बढ़ रहा है.
असल में आज के दौर में हर कोई अपने निवेश पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न की तलाश में है. इसी वजह से बहुत से लोग स्माल सेविंग्स स्कीम को अनदेखा कर देते हैं. इसकी बजाए वे कैपिटल मार्केट का रुख कर लेते हैं. लेकिन यह धारणा गलत है. किसी के लिए पोर्टफोलियो बैलेंस करना जरूरी है. इसलिए निवेश का एक हिस्सा ऐसी योजनाओं में लगाएं, जहां 100 फीसदी सुरक्षा के साथ गारंटीड रिटर्न मिले. कैपिटल मार्केट में नुकसान हो तो ये स्कीम इमरजेंसी में काम आएंगी.
पोस्ट ऑफिस: 100% सुरक्षा, रिटर्न की गारंटी
पोस्ट ऑफिस कई बेहतरीन और पॉपुलर स्माल सेविंग्स स्कीम ऑफर कर रहा है. इनमें नेशनल सेविंग्स टाइम डिपॉजिट स्कीम (TD), नेशनल सेविंग्स मंथली इनकम स्कीम (MIS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), किसान विकास पत्र (KVP), सुकन्या सम़द्धि योजना (SSY), सीनियर रिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS), नेशनल सेविंग्स रिकरिंग डिपॉजिट (RD) शामिल है.
पोस्ट ऑफिस की बचत योजनाएं इसलिए बेहतर हैं, क्योंकि यहां आपका जमा पैसा सुरक्षित होता है. यहां जमा किए जाने वाले फंड का इस्तेमाल सरकार अपने कामों के लिए करती है. इसलिए इन पर सरकार सॉवरेन गारंटी देती है. यानी निवेश पर 100 फीसदी सुरक्षा. इनमें कुछ स्कीम पर टैक्स छूट का लाभ भी मिलता है. इनमें तय ब्याज के हिसाब से रिटर्न मिलता है.
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पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
ब्याज दर: 7.1 फीसदी सालाना
सालाना अधिकतम निवेश: 1.5 लाख रुपये
कम से कम निवेश: 500 रुपये
मैच्योरिटी: 15 साल, लेकिन आगे 5-5 साल बढ़ाने का विकल्प
टैक्स लाभ: EEE कैटेगिरि
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS)
ब्याज दर: 8.2 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 5 साल
अधिकतम जमा: 15 लाख
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: 1.50 सालाना निवेश पर 80सी के तहत छूट. हालांकि एक वित्त वर्ष कमाया गया ब्याज 50,000 रुपये से अधिक है तो टीडीएस कटेगा.
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
ब्याज दर: 8.0 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 21 साल
अधिकतम जमा: 1.50 लाख सालाना
मिनिमम जमा: 250 रुपये
टैक्स लाभ: EEE कटेगिरि. यानी सालाना 1.50 लाख निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट, कमाए गए ब्याज पर टैक्स छूट और मैच्योरिटी पर मिलने वाली रकम भी टैक्स फ्री.
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
ब्याज दर: 7.7 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 5 साल
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: निवेश की गई 1.50 रुपये तक की राशि पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता है.
टाइम डिपॉजिट (TD)
1 साल की स्कीम पर ब्याज: 6.9 फीसदी सालाना
2 साल की स्कीम पर ब्याज: 7.0 फीसदी सालाना
3 साल की स्कीम पर ब्याज: 7.0 फीसदी सालाना
5 साल की स्कीम पर ब्याज: 7.7 फीसदी सालाना
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: निवेश की गई 1.50 रुपये तक की राशि पर 80C के तहत टैक्स छूट. लेकिन ब्याज से होने वाली कमाई 40 हजार या ज्यादा है तो टीडीएस कटेगा. सीनियर सिटीजन के लिए लिमिट 50 हजार है.
रिकरिंग डिपॉजिट (RD)
ब्याज दर: 6.5 फीसदी सालाना
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 100 रुपये मंथली
मैच्योरिटी: 5 साल, जिसे आगे 5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.
टैक्स लाभ: नहीं
RD से होने वाली ब्याज आय 40,000 रुपये से ज्यादा है तो 10 फीसदी टीडीएस, सीनियर सिटीजन के यह लिमिट 50,000 रुपये है.
किसान विकास पत्र (KVP)
ब्याज दर: 7.5 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 115 महीने
अधिकतम जमा: लिमिट नहीं
मिनिमम जमा: 1000 रुपये
टैक्स लाभ: नहीं
मंथली इनकम स्कीम (MIS)
ब्याज दर: 7.4 फीसदी सालाना
मैच्योरिटी: 5 साल, फिर 5 साल के लिए उस समय के ब्याज पर नया अकाउंट खुल सकता है
अधिकतम जमा: 4.50 सिंगल अकाउंट, 9 लाख ज्वॉइंट अकाउंट
टैक्स लाभ: नहीं