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PPF Calculator: फॉर्म-H का करें इस्तेमाल, 30 लाख का निवेश हो जाएगा 82 लाख

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक लांग टर्म इन्वेस्टमेंट टूल है, जो खासतौर नौकरीपेशा लोगों में बेहद पॉपुलर है.

पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक लांग टर्म इन्वेस्टमेंट टूल है, जो खासतौर नौकरीपेशा लोगों में बेहद पॉपुलर है.

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Sushil Tripathi
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PPF Calculator: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक लांग टर्म इन्वेस्टमेंट अूल है, जो खासतौर नौकरीपेशा लोगों में बेहद पॉपुलर है. पीपीएफ की मेच्योरिटी 15 साल की होती है, लेकिप इसे आगे 5 साल और बढ़ा सकते हैं. जून तिमाही के लिए पीपीएफ पर सरकार 7.1 फीसदी सालाना के हिसाब से ब्याज दे रही है. पीपीएफ में निवेश कर अपने लंबी अवधि के लक्ष्य को आसानी से पूरा किया जा सकता है, मसलन बच्चों की पढ़ाई, शादी ब्याह या इस तरह के कोई और लक्ष्य. इसे बैंक या डाकघर कहीं भी खोला जा सकता है. सरकारी स्कीम होने के नाते इस पर रिटर्न की गारंटी होती है, वहीं रिस्क फ्री निवेश माना जाता है.

कैसे बढ़ा सकते हैं टेन्योर

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पब्लिक प्रोविडेंट फंड की मेच्योरिटी 15 साल की होती है. लेकिन इसे आगे 5—5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं. इसके लए मेच्योरिटी अवधि पूरा होने से 1 साल के अंदर पहले फॉर्म-H भरना होता है. इसके जरिए योजना को अगले 5 साल और बढ़ाया जा सकता है. पीपीएफ को अगले 5—5 साल के लिए आप कितनी बार भी बढ़ा सकते हैं. इससे आपको कंपांउंडिंग का पूरा फायदा मिल जाता है.

योग्यता

कोई भी भारतीय नागरिक पीपीएफ अकाउंट खोल सकता है. इसे माअनर्स के नाम पर भी अभिभावक खोल सकते हैं. बच्चे के 18 साल पूरे होने पर उसे खाते के संचालन का अधिकार मिल जाता है.

किन डॉक्युमेंट्स की जरूरत

पीपीएफ अकाउंट आनलाइन और आफ लाइन दोनों तरह से किसी बैंक या डाकघर में खोला जा सकता है. इसके लिए KYC डॉक्युमेंट के तौर पर आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस मान्य होता है. इसके अलावा PAN कार्ड, एड्रेस प्रूफ, नॉमिनी डिक्लेरेशन और पासपोर्ट साइज के 2 फोटोग्राफ जरूरी हैं.

केस 1: मेच्योरिटी 15 साल

मंथली जमा: 10 हजार रुपये

सालाना जमा: 1,20,000 रुपये

ब्याज दर: 7.1 फीसदी

मेच्योरिटी: 15 साल

कुल जमा: 18,00,000 रुपये

मेच्योरिटी पर रकम: 32,54,567

ब्याज का फायदा: 14,54,567 रुपये

केस 2: मेच्योरिटी 20 साल

मंथली जमा: 10 हजार रुपये

सालाना जमा: 1,20,000 रुपये

ब्याज दर: 7.1 फीसदी

मेच्योरिटी: 20 साल

कुल जमा: 24,00,000 रुपये

मेच्योरिटी पर रकम: 53,26,631 रुपये

ब्याज का फायदा: 29,26,631 रुपये

केस 3: मेच्योरिटी 25 साल

मंथली जमा: 10 हजार रुपये

सालाना जमा: 1,20,000 रुपये

ब्याज दर: 7.1 फीसदी

मेच्योरिटी: 25 साल

कुल जमा: 30,00,000 रुपये

मेच्योरिटी पर रकम: 82,46,412 रुपये

ब्याज का फायदा: 52,46,412 रुपये

क्यों है बेहतर विकल्प

ज्यादातर बैंक के बचत खातों पर अब 3 से 3.5 फीसदी ही सालाना ब्याज. हालांकि कुछ बैंक​ बचत खाते पर 6 फीसदी के आस पास भी ब्याज देते हैं.

5 साल की बैंक एफडी पर 5.5 से 6.25 फीसदी के आस पास ब्याज.

अनिश्चितता के हालात में भी तय किए गए ब्याज के अनुसार ही रिटर्न मिलेगा. जबकि कैपिटल मार्केट में निवेश के डूबने का खतरा रहता है.

म्यूचुअल फंड में पिछले 1 साल के दौरान इक्विटी सेग्मेंट के हर कटेगिरी में 20 फीसदी से ज्यादा गिरावट.

इक्विटी मा​र्केट में 1 साल में 23 फीसदी की गिरावट.

डाकघर में जमा हर एक पैसे पर सुरक्षा की गारंटी. जबकि बैंकों में सिर्फ 5 लाख तक की ही रकम पर बीमा मिलता है. यानी बैंक डूब जाएं तो आपकी सिर्फ 5 लाख की रकम ही सुरक्षित रहेगी.

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