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पोस्ट ऑफिस (Post Office) की छोटी बचत योजनाएं हमेशा से ही निवेश करने के लिए बेहतर विकल्प रही हैं.
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पोस्ट ऑफिस (Post Office) की छोटी बचत योजनाएं हमेशा से ही निवेश करने के लिए बेहतर विकल्प रही हैं. इसकी सबसे बड़ी वजह है कि इसमें अच्छे रिटर्न के साथ आपके पैसों की सुरक्षा की गारंटी रहती है. पोस्ट ऑफिस अपने ग्राहकों को कई तरह की डिपॉजिट स्कीम्स की पेशकश करता है. इन्हें स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स के नाम से भी जाना जाता है. बेहतर और गारंटेड रिटर्न के कारण ये स्कीम्स काफी लोकप्रिय हैं. इन योजनाओं पर सरकार की सॉवरेन गारंटी होती है. इनमें से कुछ योजनाओं में इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80 सी के तहत आयकर में छूट भी मिलती है. इन योजनाओं पर ब्याज दर हर तीन महीने में सरकार द्वारा तय की जाती है. राहत यह रही है कि जून तिमाही के लिए ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं हुई है. यहां हम आपको पोस्ट ऑफिस की अलग अलग सेविंग्स स्कीम्स के बारे में जानकारी दे रहे हैं.
पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (POTD)
पॉस्ट ऑफिस भी बैंक FD की तरह ही ग्राहकों से टाइम डिपॉजिट की पेशकश करता है. यह 1, 2, 3 या 5 साल के लिए होता है. इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 200 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है.
1 साल: 5.5 फीसदी सालाना
2 साल: 5.5 फीसदी सालाना
3 साल: 5.5 फीसदी सालाना
5 साल: 6.7 फीसदी सालाना
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) की मेच्योरिटी 5 साल होती है.
इस योजना में भी धारा 80 सी के तहत आयकर में छूट मिलती है.
NSC में न्यूनतम निवेश राशि 100 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है.
ब्याज: 6.8 फीसदी सालाना
पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट (RD)
पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट रेगुलर इंटरवल पर छोटी छोटी राशि के निवेश का मौका देती है. इसकी मेच्येारिटी 5 साल की होती है. इसे आगे भी बढ़ा सकते हैं. इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 10 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है.
ब्याज: 5.8 फीसदी (तिमाही कंपाउंडिंग)
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
यह स्कीम 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' अभियान के तहत चलाई जा रही है.
स्कीम को एक्जेम्प्ट-एक्जेम्प्ट-एक्जेम्प्ट (ईईई) का टैक्स दर्जा हासिल है. इसका मतलब यह है कि निवेश की रकम, इसके ब्याज और मैच्योरिटी की राशि तीनों पर टैक्स छूट मिलेगी.
माता-पिता बेटी के 10 साल का होने तक उसका खाता खुलवा सकते हैं.
एक बेटी के लिए एक खाता ही खुलवाने की अनुमति है.
अधिकतम दो बेटियों के लिए स्कीम के तहत खाते खुलवाए जा सकते हैं.
बेटी के 21 साल का पूरा होने पर मैच्योरिटी की रकम मिलती है.
ब्याज: 7.6 फीसदी सालाना
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
इस योजना में भी निवेश की राशि, ब्याज और मेच्योरिटी राशि तीनों में ही आयकर से छूट मिलती है.
इस योजना में 15 साल का लॉक-इन पीरियड होता है, लेकिन सात साल बाद से आंशिक निकासी की सुविधा दी गई है.
इस योजना को मेच्योरिटी के बाद 5—5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं.
इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि 500 रुपये और अधिकतम निवेश राशि 1.50 लाख रुपये सालाना रखी गई है.
ब्याज: 7.1 फीसदी सालाना
किसान विकास पत्र (KVP)
मेच्योरिटी: 124 महीने
ब्याज: 6.9 फीसदी सालाना
इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि की सीमा 1,000 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS)
मेच्योरिटी: 5 साल
ब्याज: 6.6 फीसदी सालाना
यह योजना निवेशकों से मासिक ब्याज भुगतान की पेशकश करती है. यानी एक साल के ब्याज को 12 हिस्सों में बांट दिया जाता है और हर महीने खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है.
इस योजना में न्यूनतम निवेश सीमा 1500 रुपये और अधिकतम निवेश सीमा सिंगल अकाउंट के लिए 4.50 लाख और ज्वाइंट अकाउंट के लिए 9 लाख रुपये है.
सीनियर सिटीजन सेविग्स स्कीम (SCSS)
मेच्योरिटी: 5 साल
ब्याज: 7.4 फीसदी
पेनल्टी देने के बाद एक साल पूरे होने पर प्रीमेच्योर निकासी की अनुमति है.
60 साल या इससे अधिक की उम्र के वरिष्ठ नागरिक इस स्कीम में निवेश कर सकते हैं.
स्कीम के तहत जमा पर ब्याज तिमाही आधार पर मिलता है.
अधिकतम निवेश: 15 लाख रुपये
स्कीम में निवेश पर सेक्शन 80सी के तहत टैक्स छूट मिलती है.
पोस्ट ऑफिस बचत खाता
ब्याज: 4 फीसदी सालाना
ग्राहक केवल 20 रुपये से पोस्ट ऑफिस में बचत खाता खुलवा सकते हैं.
इस अकाउंट में निवेश की न्यूनतम राशि 20 रुपये और अधिकतम राशि की कोई सीमा नहीं है.