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पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) ने 9 सालों में लगभग 134% रिटर्न दिया है.
PPF Deposit 2022: पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) स्कीम के तहत नेट डिपॉजिट ने 2013-14 और 2021-22 के बीच यानी 9 सालों में लगभग 134% रिटर्न दिया है. यह जानकारी सरकारी आंकड़ों से मिली है. इस पॉपुलर स्मॉल सेविंग स्कीम के तहत डाकघरों में 2013-14 में कुल जमा राशि 5487.43 करोड़ रुपये थी. यह 2021-22 तक बढ़कर 12,846 करोड़ रुपये हो गई. स्मॉल सेविंग स्कीम में पैसा लगाने वाले इन्वेस्टर्स को आकर्षक ब्याज दर ऑफर किया जाता है. इन स्कीम पर ब्याज दरों को हर तिमाही में संशोधित किया जाता है. पिछली कुछ तिमाहियों से स्मॉल सेविंग स्कीम की दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है.
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने सोमवार (25 जुलाई) को लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में कहा, "स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर ब्याज दर की समय-समय पर सरकार द्वारा निर्धारित सिद्धांतों के आधार पर समीक्षा की जाती है और उसके अनुसार ब्याज दरें तय की जाती हैं."
9 सालों में कैसे बढ़ा रिटर्न
साल | ग्रॉस डिपॉजिट (करोड़ में) | नेट डिपॉजिट (करोड़ में) |
2013-14 | 8,135.00 | 5,487.43 |
2014-15 | 9,756.84 | 6,139.91 |
2015-16 | 9,622.48 | 4,855.95 |
2016-17 | 10,393.23 | 5,758.40 |
2017-18 | 10,486.84 | 6,007.00 |
2018-19 | 13,566.48 | 8,539.75 |
2019-20 | 18,881.62 | 13,012.98 |
2020-21 | 20,455.76 | 13,689.99 |
2021-22 | 21,302.81 | 12,846.03 |
PPF की 5 ऐसी बातें जो इसे बनाती है खास
पीपीएफ निवेशकों के लिए सबसे लोकप्रिय निवेश और कर-बचत योजनाओं में से एक है. इसमें निवेशकों को कई तरह का लाभ मिलता है.
- उच्च ब्याज दर: PPF की ब्याज दर आम तौर पर बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट की तुलना में अधिक रहती है. वर्तमान में पीपीएफ डिपॉजिट पर ब्याज 7.1% है, जो सालाना चक्रवृद्धि है. कंपाउंडिंग का लाभ जमाकर्ताओं को वर्षों में एक बड़ा फंड जनरेट करने में सक्षम बनाता है.
- टैक्स बेनिफिट: PPF स्कीम के तहत जमा राशि पर सेक्शन 80 सी के तहत टैक्स बेनिफिट मिलता है. पीपीएफ खाते में एक साल में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं. पीपीएफ जमा पर वर्षों से अर्जित ब्याज और मैच्योरिटी पर प्राप्त राशि भी टैक्स-फ्री है.
- लोन बेनिफिट: PPF अकाउंट होल्डर जिस वित्तीय वर्ष से अकाउंट खोलते हैं उसके एक वर्ष की समाप्ति के बाद अपनी जमा राशि के अगेंस्ट लोन ले सकते हैं. उदाहरण के लिए, अगर आप वित्त वर्ष 2022-23 में पीपीएफ खाता खोलते हैं, तो वित्त वर्ष 2024-25 में अपनी जमा राशि पर लोन ले सकते हैं.
- सॉवरेन गारंटी: पीपीएफ जमा पर सॉवरेन गारंटी है. इसका मतलब यह है कि अगर कोई बैंक या डाकघर जिसमें आपने पीपीएफ खाता खोला है वह खत्म हो जाता है, तो भी आपका पैसा सुरक्षित रहेगा क्योंकि इसकी गारंटी सरकार द्वारा ही दी जाती है.
- कुर्की नहीं हो सकती जमा रकम: नियम के तहत अगर पीपीएफ का खाताधारक कोई कर्ज डिफॉल्ट करता है तो उसके पीपीएफ अकाउंट में जमा रकम को किसी कोर्ट के आदेश या डिक्री के तहत कुर्क नहीं किया जा सकता है. पीपीएफ अकाउंट हमेशा सुरक्षित रहता है और अदालत के आदेश से खाते की शेष राशि को कुर्क नहीं किया जा सकता है.
(Article-Rajeev Kumar)