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निवेशकों के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प है
Public Provident Fund Calculation for Rs 1 crore: निवेशकों के लिए पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश एक बेहतर और सुरक्षित विकल्प है. इसमें निवेश पर न सिर्फ टैक्स बेनेफिट्स मिलता है बल्कि निवेश पर मिलने वाले ब्याज की रकम व मेच्योरिटी अमाउंट पर भी कोई टैक्स नहीं चुकाना होता है. इसके अलावा पीपीएफ में निवेश की एक और खूबी है जिससे आप चाहें तो 1 करोड़ रुपये या इससे अधिक का फंड तैयार कर सकते हैं.
अधिकतर निवेशकों को इसकी जानकारी नहीं होती है कि पीपीएफ पर ब्याज किस तरह कैलकुलेट की जाती है. निवेशकों की पीपीएफ में निवेश शुरू करने से पहले इसका आकलन कर लेना चाहिए कि उनके लिए हर महीने निवेश करना बेहतर फैसला है या एकमुश्त राशि का निवेश. इसके अलावा उन्हें अपने डिपॉजिट्स पर ब्याज का भी आकलन करना चाहिए.
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इस तरह होता है पीपीएफ पर ब्याज कैलकुलेशन
ब्याज कैलकुलेशन के लिए पीपीएफ खाते में उस रकम को लिया जाता है जो किसी महीने की पांचवी तारीख से और महीने के आखिरी दिन के बीच होता है. इसका मतलब हुआ कि अगर कोई सब्सक्राइबर किसी महीने की पांचवी तारीख के बाद कांट्रिब्यूट करता है तो उसके पिछले महीने खाते में जो रकम है, उस पर ब्याज कैलकुलेट होगा. इसके विपरीत अगर किसी महीने की पांचवी तारीख से पहले कांट्रिब्यूशन किया जाता है तो पिछले महीने के साथ इस महीने में जो बैलेंस होगा, उस पर ब्याज का कैलकुलेशन किया जाएगा.
अगर आप 1 करोड़ रुपये का फंड तैयार कपना चाहते हैं तो पीपीएफ खाते में महीने की पांचवी तारीख से पहले कांट्रिब्यूशन किया जाना चाहिए. पीपीएफ बैलेंस पर हर महीने ब्याज का कैलकुलेशन किया जाता है लेकिन इस वित्त वर्ष के अंत में ही खाते में क्रेडिट किया जाता है.
25 साल तक खाता जारी रख बनाएं 1 करोड़ का फंड
वर्तमान में पीपीएफ की ब्याज दरें 7.1 फीसदी निर्धारित की गई है. अगर यह मानकर चलें कि अगले 15 वर्षों के लिए ब्याज दर यही रहेगी तो सालाना 1.5 लाख रुपये या हर महीने 12,500 रुपये कांट्रिब्यूट करते हैं तो 15 साल के बाद 40 लाख रुपये का फंड तैयार हो जाएगा. यहां यह ध्यान रखना चाहिए कि सरकार हर तिमाही ब्याज दरों को संशोधित करती है तो ऐसे में यह दर इंवेस्टमेंट पीरियड के दौरान कम या अधिक हो सकती है.
पीपीएफ स्कीम 2019 रूल्स के मुताबिक खाते को पांच साल के ब्लॉक में बढ़ाया जा सकता है. 1 करोड़ रुपये का फंड तैयार करने के लिए खाते की अवधि को आगे बढ़ाना होगा. अब अगर 15 साल के बाद पीपीएफ खाते को पांच साल और बढ़ा देते हैं तो 20 साल पर 7.1 फीसदी की दर से 66 लाख रुपये का फंड तैयार हो जाएगा. इसके बाद एक बार और पांच साल के ब्लॉक के लिए पीपीएफ खाते को एक्स्टेंड किया जाए तो 25 साल की अवधि पूरा होने पर करीब 1 करोड़ रुपये का फंड तैयार हो जाएगा.
(Article: Rajeev Kumar)