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IPO News : कंपनी के आईपीओ को लेकर निवेशकों में बहुत ज्यादा उत्साह नहीं दिखा था. यह आईपीओ आखिरी दिन तक 2 गुना भी नहीं भर पाया था. (Freepik)
Quality Power Stock Market Listing : पावर टेक्नोलॉजी कंपनी क्वालिटी पावर के स्टॉक मार्केट में लिस्टिंग को लेकर कनफ्यूजन बढ़ गया है. T+3 नियम के अनुसार तो कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग आज ही यानी 21 फरवरी को होनी थी. लेकिन अबतक बीएसई या एनएसई पर स्टॉक को लेकर कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं. T+3 नियम कहता है कि आईपीओ बंद होने के बाद से तीसरे दिन लिस्टिंग होगी. लेकिन क्वालिटी पावर के मामले में यह पूरा होता नहीं दिख रहा है. फिलहाल लिस्टिंग डेट को लेकर कोई सूचना भी नहीं है. माना जा रहा है कि इसकी लिस्टिंग आने वाले सोमवार यानी 24 फरवरी को हो सकती ह.
बता दें कि कंपनी के आईपीओ को लेकर निवेशकों में बहुत ज्यादा उत्साह नहीं दिखा था. यह आईपीओ आखिरी दिन तक 2 गुना भी नहीं भर पाया था. वहीं ग्रे मार्केट में भी इसे लेकर कोई हलचल नहीं दिख रही थी. कंपनी के आईपीओ का साइज 859 करोड़ रुपये था. जबकि इसके लिए प्राइस बैंड 401-425 रुपये प्रति शेयर था. क्वालिटी पावर इलेक्ट्रिकल इक्यूपमेंट को ग्रिड कनेक्टिविटी और एनर्जी ट्रां​जीशन के लिए हाई-वोल्टेज इलेक्ट्रिकल इक्यूपमेंट और सॉल्यूशन प्रोवाइड करने के लिए जाना जाता है. साथ ही रिन्यूएबल एनर्जी एप्लीकेशंस सहित बिजली उत्पादन, ट्रांसमिशन, डिस्ट्रीब्यूशन और आटोमेशन प्रदान करने के लिए कमिटेड है.
Quality Power : सब्सक्रिप्शन स्टेटस
क्वालिटी पावर के आईपीओ को निवेशकों की ओर से बेहद सुस्त रिस्पांस मिला है. यह आईपीओ ओवरआल 1.29 गुना या 129 फीसदी ही सब्सक्राइब हो पाया है. इस आईपीओ में 10 फीसदी हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व था और यह कुल 1.82 गुना भरा है. QIB के लिए इसमें 75 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह अबतक 1.03 गुना भरा है. जबकि NII के लिए आईपीओ में 15 फीसदी हिस्सा रिजर्व था और यह ओवरआल 1.45 गुना भरा है. वहीं लिस्टिंग के पहले क्वालिटी पावर का अनलिस्टेड स्टॉक ग्रे मार्केट में 5 रुपये के प्रीमियम पर था. अपर प्राइस बैंड 425 रुपये के लिहाज से यह प्रीमियम 1 फीसदी है.
कंपनी के साथ क्या हैं रिस्क फैक्टर
• जियोग्राफिकल रिस्क : कंपनी ने अपने FY22, FY23, FY24 और 1HFY25 रेवेन्यू का 74.3%, 76.9%, 80.7% और 75.8% अपने इंटरनेशनल बिजनेस से हासिल किया है.
• कस्टमर कंसन्ट्रेशन रिस्क : कंपनी अपने किसी भी ग्राहक के साथ दीर्घकालिक सप्लाई एग्रीमेंट में प्रवेश नहीं करती है. इसके अलावा, टॉप 10 ग्राहकों ने FY22, FY23, FY24 और 1HFY25 रेवेन्यू में 52.7%, 55.7%, 58.2% और 55.4% का योगदान दिया है.
• रा मटेरियल रिस्क : कच्चे माल की लागत FY22, FY23, Y24 और 1HFY25 रेवेन्यू का 66.3%, 69.7%, 76.5% और 68.8% थी, जो कंपनी के लिए कच्चे माल की सोर्सिंग और प्राइस वोलेटिलिटी से संबंधित रिस्क पैदा करती है.
• प्रोडक्ट क्वालिटी रिस्क : कंपनी ग्राहकों द्वारा सख्त क्वालिटी आवश्यकताओं के अधीन है और अनुपालन में विफलता के कारण ऑर्डर रद्द हो सकता है, प्रोडक्ट वापस मंगाया जा सकता है और प्रोडक्टउ लायबिलिटी का जोखिम हो सकता है.
• लीगल रिस्क : कंपनी के पास 1 आउटस्टैंडिंग मैटेरियल सिविल मुकदमा है, जिसमें कुल राशि 12.7 करोड़ रुपये शामिल है. इसके अलावा, कंपनी के एक निदेशक के खिलाफ एक और महत्वपूर्ण नागरिक मुकदमा है.
(सोर्स : एसबीआई सिक्योरिटीज)
कंपनी की ग्रोथ स्ट्रैटेजी
• इनोवेटिव सिस्टम और सॉल्यूशंस को विकसित करने के लिए अनुसंधान एवं विकास और इंजीनियरिंग क्षमताओं के निर्माण पर ध्यान केंद्रित.
• मैन्युफैक्चरिंग सुविधाओं का विस्तार करने पर फोकस और परिचालन क्षमता भी बढ़ाने पर काम.
• एनर्जी ट्रांजीशन क्षेत्र में हार्नेस इंडस्ट्री की ग्रोथ.
• मैन्युफैक्चरिंग क्षमता में सुधार.
• ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक अधिग्रहण के माध्यम से ग्रोथ पर फोकस.
(सोर्स : एसबीआई सिक्योरिटीज)
(Disclaimer: शेयर पर व्यू या सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)