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RBI के इस फैसले से FDs पर बढ़ जाएगा रिटर्न? जानिए अभी किस बैंक में मिल रहा ज्यादा ब्याज

केंद्रीय बैंक RBI ने दो चरणों में सीआरआर को बढ़ाने का फैसला किया है. इससे एफडी पर मिलने वाला रिटर्न बढ़ सकता है.

केंद्रीय बैंक RBI ने दो चरणों में सीआरआर को बढ़ाने का फैसला किया है. इससे एफडी पर मिलने वाला रिटर्न बढ़ सकता है.

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FE Online
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आरबीआई ने सीआरआर को दो चरणों में दोबारा 4 फीसदी करने का फैसला किया है.

आमतौर पर अपनी पूंजी के सुरक्षित निवेश के लिए अधिकतर लोग फिक्स्ड डिपॉजिट को प्रमुखता देते हैं. चूंकि यह स्कीम मार्केट लिंक्ड नहीं होती है तो इस पर बाजार के उतार-चढ़ाव का असर नहीं पड़ता है. आज 5 फरवरी को केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के एक फैसले का एफडी निवेशकों पर बहुत बड़ा असर पड़ सकता है. आरबीआई ने फैसला किया है कि वह सीआरआर (कैश रिजर्व रेशियो) को चरणबद्ध तरीके से 4 फीसदी करेगी. यह वह अनुपात होता है जिसे बैंक अपने यहां डिपॉजिट के न्यूनतम हिस्से के तौर पर केंद्रीय बैंकों के पास नगदी के रूप में रखती है. सीआरआर में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है लेकिन इसे मार्च में बढ़ाया जाएगा तो इसके असर से एफडी पर दरें बढ़ सकती हैं. एफडी में निवेश पर रिटर्न बढ़ सकता है.

दो चरणों में बढ़ाया जाएगा CRR

आरबीआई ने सीआरआर को दो चरणों में दोबारा 4 फीसदी करने का फैसला किया है. इससे पहले पिछले साल 2020 में कोरोना महामारी के चलते इसमें 100 बीपीएस (1 फीसदी) की कटौती कर 3 फीसदी कर दिया था ताकि बैंकों के पास अधिक नगदी रहे और अधिक से अधिक कर्ज उपलब्ध करा सके. अब आरबीआई ने फैसला किया है कि 27 मार्च 2021 से सीआरआर 3.5 फीसदी और 22 मई 2021 से 4 फीसदी हो जाएगा.

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CRR से FDs दरों में बदलाव संभव

आरबीआई के नियमों के तहत सभी सरकारी और निजी बैंकों को अपनी पूंजी के एक हिस्से को नगदी के रूप में केंद्रीय बैंकों के पास रखना होता है. यही हिस्सा सीआरआर कहलाता है. यह अधिक होता है बैंकों के पास नगदी कम होती है जिसके कारण उसके पास लोन देने के लिए कम रकम उपलब्ध रहती है. कर्ज के लिए अधिक राशि जुटाने के लिए बैंक एफडी को आकर्षक बनाती है ताकि लोग इसमें निवेश के प्रति आकर्षित हों और बैंक के पास नगदी की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके. हालांकि लोन लेने पर अधिक ब्याज भरना पड़ सकता है यानी बैंक से कर्ज लेना महंगा हो सकता है.

वर्तमान में इतना मिल रहा FDs पर रिटर्न

बड़े बैंकों में 5 साल की एफडी में पांच लाख रुपये का निवेश करने पर इतना रिटर्न मिलेगा.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI)

FD की राशि: 5 लाख

FD की अवधि: 5 साल

ब्याज दर: 5.40 फीसदी

मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि: 6,54,585 रुपये

कमाई हुई ब्याज: 1,54,585 रुपये

पंजाब नेशनल बैंक (PNB)

FD की राशि: 5 लाख

FD की अवधि: 5 साल

ब्याज दर: 5.30 फीसदी

मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि: 6,51,335 रुपये

कमाई हुई ब्याज: 1,51,335 रुपये

HDFC बैंक

FD की राशि: 5 लाख

FD की अवधि: 5 साल

ब्याज दर: 5.30 फीसदी

मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि: 6,51,335 रुपये

कमाई हुई ब्याज: 1,51,335 रुपये

ICICI बैंक

FD की राशि: 5 लाख

FD की अवधि: 5 साल

ब्याज दर: 5.35 फीसदी

मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि: 6,52,958 रुपये

कमाई हुई ब्याज: 1,52,958 रुपये

एक्सिस बैंक

FD की राशि: 5 लाख

FD की अवधि: 5 साल

ब्याज दर: 5.50 फीसदी

मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि: 6,57,851 रुपये

कमाई हुई ब्याज: 1,57,851 रुपये

बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB)

FD की राशि: 5 लाख

FD की अवधि: 5 साल

ब्याज दर: 5.25 फीसदी

मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि: 6,49,716 रुपये

कमाई हुई ब्याज: 1,49,716 रुपये

इन बैंकों में 5 साल की अवधि वाली एफडी में 5 लाख रुपये का निवेश करने पर मेच्योरिटी पर मिलने वाली राशि की तुलना करें तो सबसे ज्यादा एक्सिस बैंक में रिटर्न मिलता है. इन 5 बैंकों में मेच्योरिटी पर सबसे कम रिटर्न बैंक ऑफ बड़ौदा में मिलेगा.

(इन बैंकों की ब्याज दरें सालाना आधार पर हैं और इनकी जानकारी बैंकों की वेबसाइट से ली गई है.)‬

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