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Realty Sector: आगे आरबीआई ब्याज दरों में कटौती का फैसला करता है तो इसका फायदा रियल्टी सेक्टर को होगा.
Real Estate Sector on RBI Policy: रिजर्व बैंक ने आज यानी 8 जून को अपनी मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू में ब्याज दरों को होल्ड पर रखा है. रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं हुआ है और यह 6.50 फीसदी पर बरकरार है. रियल एस्टेट इंडस्ट्री का मानना है कि रिजर्व बैंक द्वारा नीतिगत दर में बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला रियल्टी सेक्टर के लिए पॉजिटिव है. इंडस्ट्री को उम्मीद है कि रिजर्व बैंक अगली मॉनेटरी पॉलिसी में रेट कट कर सकता है, जिससे घरों की मांग और बढ़ेगी.
घरों की मांग बनी रहेगी
क्रेडाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष बोमन ईरानी ने कहा कि हमें उम्मीद है कि घरों की मांग और सप्लाई की गति बनी रहेगी. हालांकि, यह देखते हुए कि महंगाई 18 माह के निचले स्तर पर है, रिजर्व बैंक के पास आगामी एमपीसी बैठकों में रेपो रेट को कम करने की गुंजाइश है. इससे सभी इंडस्ट्री की ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा. नारेडको के अध्यक्ष राजन बंडेल्कर ने आरबीआई के कदम की सराहना करते हुए कहा कि इससे रियल्टी सेक्टर को मदद मिलेगी, जो पिछले 2 साल से अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.
2023 में रियल्टी सेक्टर मजबूत
हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कुछ और ऐसी घोषणाओं की जरूरत है, जिससे सेक्टर को और प्रोत्साहन मिल सके. नारेडको के वाइस चेयरमैन निरंजन हीरानंदानी ने कहा कि त्योहारी सीजन में सुस्ती है और ब्याज दरों को यथावत रखने से बिक्री में तेजी आएगी. रियल एस्टेट सलाहकार एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा कि रेपो दर को यथावत रखने के फैसले से घरों की बिक्री की रफ्तार बनी रहेगी. अबतक 2023 में रियल्टी सेक्टर का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है. उन्होंने बताया कि जनवरी-मार्च, 2023 में सात प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री का आंकड़ा एक लाख इकाई को पार कर 1.14 लाख इकाई पर पहुंच गया है.
घर खरीदारों को भी फायदा
रियल्टी कंपनी सिग्नेचर ग्लोबल के चेयरमैन प्रदीप अग्रवाल ने कहा कि रिजर्व बैंक के इस कदम से रियल्टी मार्केट को सपोर्ट मिलेगा और घर खरीदारों को फायदा होगा. ओमेक्स लिमिटेड के निदेशक-वित्त अतुल बंसल ने उम्मीद जताई कि अगली समीक्षा बैठक में आरबीआई रेट कट कर सकता है. नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि हमारा मानना है कि रेपो रेट के मोर्चे पर यथास्थिति घर खरीदारों को पॉजिटिव निर्णय लेने में मदद करेगी.
नहीं बढ़ेगी EMI!
कोलियर्स इंडिया के शोध प्रमुख विमल नादर ने कहा कि होम लोन की दरें पहले से ही 9 फीसदी और उससे भी अधिक हैं. ऐसे में आरबीआई का यह कदम लेंडर्स, डेवलपर्स और घर खरीदारों के लिए एक बड़ी राहत है. सेविल्स इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनुराग माथुर ने कहा कि होमलोन की मंथली किस्त (ईएमआई) में बदलाव नहीं होगा. इससे घरों की अलग अलग कैटेगिरी में मांग बनी रहेगी.