/financial-express-hindi/media/post_banners/BVkYO86ALXA5py9XMPLS.jpg)
Retirement Plan: जिस तरह से महंगाई बढ़ रही है, उसे देखते हुए आज से 20 साल बाद के खर्चे 3 गुना होंगे. (Reuters)
Investment Planning For Future: जुलाई 2023 में रिटेल महंगाई दर एक बार फिर 7 फीसदी के पार पहुंच गई है. यानी महंगाई 7 फीसदी की दर से बढ़ रही है. इसका मतलब यह हुआ कि खाने पीने से लेकर जरूरत के हर समान पर हमें 7 फीसदी सालाना बेसिस पर ज्यादा खर्च करना पड़ रहा है. ऐसे में आने वाले 20 से 25 साल की बात करें तो महंगाई इसी दर से बढ़ती रही तो आज के एक करोड़ की फ्यूचर वैल्यू 30 लाख के आस पास रह जाएगी. कहने का मतलब है कि आज अगर मंथली खर्च के लिए 1 लाख रुपये की जरूरत पड़ती है तो 20 साल या 25 साल बाद मंथली खर्च के लिए 3.5 लाख रुपये की जरूरत होगी. इसलिए सबसे जरूरी है कि आप अपने भविष्य के लिए समय रहते ही फाइनेंशियल प्लानिंग कर लें और उसमें भी महंगाई का ध्यान रखें.
ज्यादातर लोग कर देते हैं चूक
फाइनेंशियल एडवाइजर सलाह देते हैं कि समय रहते ही अपने रिटायरमेंट की प्लानिंग कर लेनी जरूरी है. लेकिन बहुत से लोग यहीं चूक कर जाते हैं. यही गलती निजी सेक्टर में काम करने वाले सुरेश ने भी कर दी है. उनकी उम्र करीब 35 साल हो चुकी है, लेकिन रही है. उन्हें नौकरी करते करीब 10 साल हो गए लेकिन अबतक उन्होंने रिटायरमेंट के बाद इनकम या पेंशन के लिए नहीं सोचा. उन्होंने इसके बदले अपनी लग्जरी जरूरतों पर ज्यादा ध्यान दिया और उसी पर पैसे खर्च करते गए. अभी उनका मंथली खर्च करीब 1 लाख रुपये है. आज से 20 से 25 साल बाद जब वह महंगाई को देखते हैं कि तो यह समझ आता है कि रिटायरमेंट के बाद कम से कम 3 से 3.5 लाख रुपये हर महीने की जरूरत होगी. लेकिन उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि आखिर इतने पैसों का इंतजाम कैसे करें.
आज की कीमत और भविष्य की कीमत
किसी भी काम पर आज का खर्च: 1 करोड़ रुपये
महंगाई दर: 7 फीसदी
20 साल बाद उसी काम पर खर्च: 3.5 करोड़ रुपये
साफ है कि किसी भी काम पर खर्च 20 साल बाद 3.5 गुना होगा. यह भी कह सकते हैं कि आज का 1 करोड़ 20 साल बाद सिर्फ 30 या 35 लाख ही रह जाएगा.
NPS दूर करेगा आपकी टेंशन
सुरेश को कहीं से सरकारी पेंशन स्कीम नेशनल पेंशन सिस्टम यानी NPS की जानकारी मिली. रिटायरमेंट के लिए यह निवेश का बेहतर विकल्प है. यह सरकार की रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है. केंद्र सरकार ने 1 जनवरी 2004 को इसे लॉन्च किया था. पहले यह सरकारी कर्मचारियोकं के लिए ही था, लेकिन साल 2009 के बाद से इसे प्राइवेट कर्मचारियों के लिए भी खोल दिया गया. नेशनल पेंशन स्कीम के तहत निवेश 18 साल से 70 साल के बीच का कोई भी भारतीय नागरिक (सरकारी कर्मचारी या निजी सेक्टर का कर्मचारी) शुरू कर सकता है. एनआरआई भी इसके लिए योग्य हैं. NPS में कम से कम 20 साल निवेश करना जरूरी है. अकाउंट खुलने के बाद 60 साल की उम्र तक या मैच्योरिटी तक इसमें कंट्रीब्यूट करना होता है.
NPS कैलकुलेशन
योजना से जुड़ने की उम्र: 35 साल
हर महीने NPS में निवेश: 25,000 रुपये
निवेश के कुल साल: 25 साल
किया गया कुल निवेश: 75,00,000 रुपए
निवेश पर अनुमानित रिटर्न: 10 फीसदी सालाना
कुल कॉर्पस: 3.29 करोड़ रुपए
पेंशन वेल्थ का कितना फीसदी एन्युटी परचेज: 60 फीसदी
पेंशन अमाउंट: 1,97,89,101 रुपये
लम्प सम वैल्यू: 1,31,92,734 रुपये
पेंशन अमाउंट इन्वेस्टमेंट पर अनुमानित रिटर्न: 10 फीसदी
मंथली पेंशन: 1,65,000 रुपये
SWP में लगाएं लंप सम वैल्यू
SWP में निवेश: 1,31,92,734 रुपये
टेन्योर: 25 साल
अनुमानित रिटर्न: 14 फीसदी
मंथली विद्ड्रॉल: 1,50,000 रुपये
फाइनल वैल्यू: 12 लाख
कुल मंथली इनकम: एन्यूटी से पेंशन 1,65,000 रुपये और SWP से मंथली 1,50,000 रुपये
(1,65,000 रु + 1,50,000 रु = 3,15,000 रु)
(नोट: एनपीएस योजना में कम से कम 40 फीसदी रकम का एन्युटी खरीदना जरूरी होता है. ज्यादा पेंशन के लिए एन्युटी की रकम बढ़ा सकते हैं.)