scorecardresearch

थ्री बकेट स्ट्रैटेजी: रिटायरमेंट फंड को सही तरीके से करें निवेश, दूर होगी हर टेंशन, आराम से कटेगी लाइफ

Retirement Strategy: रिटायरमेंट प्लानिंग में कुछ बातें शामिल हैं. जैसे रिटायरमेंट के दौरान खर्चों का अनुमान लगाना, इसके लिए पर्याप्त फंड जुटाना और इसे ऐसे निवेश करना कि आपके सभी खर्चों को कवर कर सके.

Retirement Strategy: रिटायरमेंट प्लानिंग में कुछ बातें शामिल हैं. जैसे रिटायरमेंट के दौरान खर्चों का अनुमान लगाना, इसके लिए पर्याप्त फंड जुटाना और इसे ऐसे निवेश करना कि आपके सभी खर्चों को कवर कर सके.

author-image
FE Hindi Desk
एडिट
New Update
Retirement Corpus

Retirement Planning: आमतौर पर नौकरीपेशा के पास वर्किंग लाइफ में कई तरह के फाइनेंशियल गोल होते हैं.

Retirement Planning/Three Bucket strategy: आमतौर पर नौकरीपेशा के पास वर्किंग लाइफ में कई तरह के फाइनेंशियल गोल होते हैं. मसलन भविष्य में घर खरीदना, पसंद की कार खरीदना, बच्चों की शिक्षा पर खर्च के लिए फंड जुटाना या घूमने फिरने पर खर्च के लिए फंड. रिसर्च से पता चलता है कि लोग अपने मनपसंद या खुशी देने वाले कामों को लेकर प्‍लानिंग पहले बनाते हैं और इसलिए रिटायरमेंट जैसे लक्ष्‍य को प्राथमिकता देने में चूक जाते हैं. इसके पीछे एक कारण यह भी है कि रिटायरमेंट एक ऐसा फाइनंशियल गोल है जिसके लिए आपको लोन नहीं मिलता है.

रिटायरमेंट प्लानिंग में कौन सी बातें शामिल

रिटायरमेंट प्लानिंग की बात करें तो इसमें कुछ बातें शामिल हैं. जैसे रिटायरमेंट के अपने खर्चों का अनुमान लगाना, इसके लिए पर्याप्त फंड जमा करना और इसे इस तरह से निवेश करना शामिल है कि यह रिटायरमेंट के बाद आपके सभी खर्चों को कवर कर सके. रिटायरमेंट को लेकर आम तौर पर धारणा है कि गर बहुत बड़ा फंड आपके पास नहीं है तो रिटायरमेंट के गोल पूरे नहीं किए जा सकते हैं. यह भी धारणा है कि अगर आप अपनी रिटायरमेंट के लिए कम उम्र में ही योजना बनाना शुरू नहीं करते हैं, तो आप जरूरी फंड जमा नहीं कर पाएंगे और इसलिए आपकी रिटायरमेंट के बाद इनकम प्रभावित हो सकती है.

Advertisment

लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है. कम कॉर्पस जमा करने के बावजूद भी आप रिटायरमेंट के बाद आराम की जिंदगी जी सकते हैं. "द थ्री बकेट स्ट्रैटेजी" और "स्किल मोनेटाइजेशन" का उपयोग करके रिटायरमेंट के बाद की चिंता को दूर किया जा सकता है.

Mutual Funds Portfolio: 10 लाख रुपये करना चाहते हैं निवेश, म्यूचुअल फंड में कैसे बनाएं मजबूत पोर्टफोलियो

कैसे काम करती है थ्री बकेट स्ट्रैटेजी?

आखिर थ्री बकेट स्ट्रैटेजी कैसे काम करती है. यह निवेशकों को लंबे समय में दौलत बनाने के लिए कारगर साबित हो सकती है. इस स्ट्रैटेजी के तहत आपके रिटायरमेंट फंड का एसेट अलोकेशन अलग अलग निवेश अवधि के आधार पर अलग-अलग "बकेट" में किया जाता है. पहली बकेट रिटायरमेंट के शुरुआती सालों (जैसे 3-5 साल) को कवर करने के लिए मुख्य रूप से शार्ट टर्म डेट जैसे सुरक्षित विकल्‍पों में निवेश करेगी. दूसरी बकेट, मिड टर्म (जैसे 10-12 साल) के लिए मीडियम टर्म डेट और इक्विटी के मिश्रण में निवेश कर सकती है. तीसरी बकेट, जिसकी अवधि 15 साल या इससे ज्यादा है, इक्विटी में निवेश कर सकता है. इस अप्रोच का उद्देश्य बाजार की अस्थिरता को संतुलित करना और लंबी अवधि में कॉर्पस के जरिए बेहतर इनकम हासिल करना है.

RD: पोस्‍ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट पर 6.2% हो गया ब्‍याज, 5000 रु मंथली निवेश पर कितना होगा फायदा? ऐसे करें कैलकुलेट

उदाहरण के आधार पर समझें

इस अप्रोच को एक उदाहरण के आधार पर समझ सकते हैं. जैसे मिस्टर ए 40 साल की उम्र में रिटायरमेंट के लिए योजना बनाना शुरू करते हैं. वर्तमान में उनका एक महीने का खर्च 50,000 रुपये है और 6% महंगाई के आधार पर 60 की उम्र में रिटायरमेंट के बाद पहले महीने का खर्च 1.6 लाख रुपये होगा. अगले 30 साल में इन खर्चों को कवर करने के लिए, उन्होंने रिटायरमेंट के लिए 4.4 करोड़ का फंड बनाने की योजना बनाई है. यहां महंगाई बढ़ने की दर को 6% माना गया है. जबकि कंजर्वेटिव हाइब्रिड के लिए रिटर्न 8%, एग्रेसिव हाइब्रिड के लिए 10% और इक्विटी के लिए 12% माना गया है. ऐसे में थ्री बकेट स्ट्रैटेजी मिस्टर ए को 30 साल तक सस्‍टेन करने की अनुमति दे सकती है, भले ही वह कॉर्पस का केवल 70% जमा कर पाता हो.

स्किल मोनेटाइजेशन

कोई अपने स्किल में डाइवर्सिफिकेशन लाने और उसका मोनेटाइजेशन करने पर विचार कर सकता है. यह टीचिंग, योगा ट्रेनर बनने से लेकर कंटेंट क्रिएटर, डॉग ब्रीडर, ट्रेनर, वालंटियर और बहुत कुछ हो सकता है. ज्यादातर लोग जो ऐसा महसूस करते हैं कि वे रिटायरमेंट के बाद कुछ नहीं कर सकते हैं, लेकिन यह गलत धारणा है. इस तरह की सोच रिटायरमेंट के बाद किसी के भी लाइफ की क्वालिटी को कम करता है. अगर किसी में कई तरह की स्किल है तो इसके जरिए रिटायरमेंट के बाद इनकम का एक जरिया खोजा जा सकता है. स्किल होने का फायदा यह है कि रिटायरमेंट के बाद भी किसी में एक उद्देश्य की भावना बनी रहती है. इसलिए रिटायरमेंट के लिए सबसे बड़ा जोखिम एक नहीं है कि आपके पास पर्याप्त फंड नहीं है. बल्कि पूरे कामकाजी जीवन में सिर्फ एक काम करना ही सबसे बड़ा जोखिम है.

(लेखक: अजीत मेनन, CEO, PGIM इंडिया म्‍यूचुअल फंड)

Financial Planning Retirement Planning Retirement Corpus