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रिटायरमेंट के बाद की लाइफ के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग कर रहे हैं तो इन अहम बातों को जरुर जान लें
Retirement Plan: रिटायरमेंट लाइफ के सबसे अहम पड़ाव में से एक है. बेहतर रिटायरमेंट लाइफ की चाह रखने वाले लोगों को अपने शुरुआती दिनों में ही फाइनेंशियल प्लानिंग कर लेनी चाहिए. ऐसा करके वह अपने रिटायरमेंट के बाद के टार्गेट को पूरा करने और बेहतर लाइफ जीने के लिए एक मुनासिब रकम जमा कर पाते हैं. हालांकि इसमें लंबा समय लगता है. एक बार 60 साल की आयु पूरी कर लेने के बाद ज्यादातर लोग पैसे कमाने के योग्य नहीं रह जाते हैं. ऐसे में अपनी रोजमर्रा की जरूरतों पूरा करने के बाद बचे सेविंग का मैनेजमेंट रिटायरमेंट के बाद की लाइफ के लिए बैकअप बनाकर चलना चाहिए. आप जितनी जल्दी इसकी शुरुआत कर देंगे, उतने ही फायदे में रहेंगे. अगर आप सुखद और बेहतर रिटायरमेंट लाइफ की चाह रखते हैं और उसके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग कर रहे हैं तो ये अहम सुझाव आपके लिए मददगार साबित हो सकती हैं.
रिटायरमेंट के बाद पास में कितने हो पैसे?
देश में हेल्थ फैसिलिटीज बढ़ने के कारण लोगों की लाइफ एक्सपेक्टेंसी 100 साल के करीब तक पहुंच गई है. ऐसे में जब रिटायरमेंट के बाद की लाइफ के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग की बात आती है, तो लाइफ एक्सपेक्टेंसी के मुताबिक अपना जरुरी फंड यानी कार्पस बनाना शुरु करना चाहिए. ऐसी प्लानिंग करिए कि आपकी बचत आपके से अधिक समय तक बनी रहे. आपको किसी और के मदद की जरूरत न पड़े.
महंगाई और ब्याज ऑफर के उतार-चढ़ाव का मूल्यांकन कर लें
रिटायरमेंट कार्पस की बात आए तो इस मामले आपको काफी कंजर्वेटीव होना चाहिए और बढ़ती महंगाई और वित्तीय सस्थाओं द्वारा ऑफर किए जा रहे ब्याज दर पर ध्यान देना चाहिए. याद रहे जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे आपके बीमार होने पर इलाज के खर्चे भी बढ़ जाती हैं. वहीं दूसरी तरफ 4 फीसदी मंहगाई बढ़ने पर 20 साल की उम्र में पहले के मुकाबले खर्च दोगुनी हो जाती है. और यहीं 30 की उम्र में तीगुनी, और 40 में उम्र में पांच गुनी पहुंच जाती है. ऐसे में रिटायरमेंट के बाद की लाइफ के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग काफी सावधानी से करनी चाहिए. उदाहरण के लिए, अगर आप 50,000 रुपये के मासिक खर्च को ध्यान में रखते हुए 1 करोड़ रुपये के रिटायरमेंट कॉर्पस की प्लानिंग करते हैं, तो रिटायरमेंट की उम्र तक आते-आते खर्चे बढ़ने के कारण आपको 3 करोड़ रुपये की जरूरत पड़ सकती है.
इसके अलावा, इस बीच बैंक द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट पर ऑफर किए जा रहे ब्याज दरों में भी काफी गिरावट आई है. साल 2011 में SBI में 3 साल के एफडी पर सालाना 9.25 फीसदी ब्याज दे रहा था जो अब घटकर केवल 4.5% हो गई है. जबकि इन 9 सालों में खर्च दोगुनी हो गई और लोगों की इनकम आधी हो चुकी है. ऐसे में अगर आप ने समझदारी से अपने रिटायरमेंट प्लानिंग नहीं करते हैं, तो आप के लिए रिटायरमेंट के बाद लाइफ आसान नहीं होने वाली है. इसलिए, यदि 30 वर्ष की आयु में आपका मासिक खर्च 30,000 रुपये है और आप 60 वर्ष की आयु तक हर महीने 6231 रुपये का निवेश करते हैं, तो मंहगाई दर 4% और ब्याज दर 11% के हिसाब से रिटायरमेंट के बाद आपके पास 18.69 लाख रुपये होंगे. जिससे आप हर महीने 30,000 रुपये बची लाइफ पर खर्च कर सकते हैं.
फैसला लेने में देरी न करें
रोजमर्रा की जरूरते पूरी हो जाने के बाद बचे कमाई के हिस्से यानी अपने सेविंग को निवेश करने में देरी बिल्कुल भी न करना चाहिए. इसके लिए फाइनेंशियल प्लानिंग के जानकारी या विश्वसनीय बैंक और अन्य वित्तीय संस्थाओं से जुड़े अफसरों से सुझाव ले लेना चाहिए. ऐसा करके आप ऊचित रिटायरमेंट कार्पस का इंतजाम कर सकते हैं.
खुद के लिए घर जरुर बना लें
अपने लिए खुद का अपना घर लेने या बनाने का टार्गेट लेकर चलना चाहिए. रिटायर्ड शख्स के लिए खुद के सपनों का घर बनाने के सिवाय कोई और मकसद नहीं होना चाहिए. क्योंकि ये काफी ऊचित फैसला होता है. इससे आपकी मासिक रेंट और खर्च बच जाते हैं. इसके लिए धन जुट जाने का इंतजार करने से अच्छा होम ले सकते हैं. होम लोन की रकम और चुकाए गए ब्याज टैक्स में राहत मिलती है. कोशिश करिए कि रिटायरमेंट से पहले होम लोन को चुकाने दें ताकि आप 60 के बाद की लाइफ चिंता मुक्त बीता सकें.
अपना और अपनी फेमिली के लिए इश्योरेंश पॉलिसी खरीद लें
हर साल 13-14 फीसदी की दर निजी हेल्थकेयर सर्विस के चार्ज में बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे में मध्यम वर्गीय परिवार के लिए मेडिकल इमरजेंसी के दौरान होने वाले खर्चों को उठा पाना लगभग असंभव है. इसलिए जरुरी है अपने और फेमिली के सभी सदस्यों के लिए जरूरी हेल्थ इंश्योरेंस का कवर लेना चाहिए. लाइफ इंश्योरेंस कवर खरीदना भी जरूरी है, खासकर यदि आप परिवार के अकेले कमाने वाले हैं. जो लोग अपनी अनुपस्थिति के बाद अपने बच्चों के लिए एक विरासत छोड़ना चाहते हैं, उन्हें भी एक जीवन बीमा योजना खरीदनी चाहिए. इसके अलावा, इंश्योरेंस में निवेश कर आप इनकम टैक में छूट का लाभ भी हासिल कर सकते हैं.
सबसे अहम बात
रिटायरमेंट के बाद की लाइफ के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग करने से पहले, आपको अपनी जरूरतों को जान लेना चाहिए. आपका निवेश कई स्कीम में होना चाहिए, ताकि बेहतर रिटायरमेंट लाइफ का ज्यादा फायदा उठा सकें.