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क्रूड ऑयल और कोयले की महंगाई ने कई सेक्टरों का काम बिगाड़ा, इन शेयरों में न लगाएं पैसा नहीं तो होगा बड़ा नुकसान

कोयले और डीजल के दाम में 5 फीसदी की बढ़ोतरी मार्जिन में एक फीसदी तक कमी ला सकती है. अल्ट्राटेक, अंबुजा सीमेंट और एसीसी की कमाई 3.5 से 4.5 फीसदी तक घट सकती है.

कोयले और डीजल के दाम में 5 फीसदी की बढ़ोतरी मार्जिन में एक फीसदी तक कमी ला सकती है. अल्ट्राटेक, अंबुजा सीमेंट और एसीसी की कमाई 3.5 से 4.5 फीसदी तक घट सकती है.

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FE Online
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क्रूड ऑयल और कोयले की महंगाई ने कई सेक्टरों का काम बिगाड़ा, इन शेयरों में न लगाएं पैसा नहीं तो होगा बड़ा नुकसान

पिछले कुछ महीनों में कच्चे तेल और कोयले के दाम में काफी तेजी आई है. इसका कुछ शेयरों और सेक्टर पर काफी गहरा असर पड़ेगा. ब्रेंट क्रूड इस सप्ताह 80 डॉलर प्रति बैरल रहा वहीं अगस्त से कोयले के दाम 15 फीसदी बढ़ गए. BofA के विश्लेषकों का कहना है इससे खुदरा महंगाई पर सीमित असर पड़ सकता है लेकिन कुछ सेक्टरों की कंपनियों और उनके शेयरों पर काफी ज्यादा असर हो सकता है. कुछ कंपनियों के लिए लागतें बढ़ जाएंगीं वहीं कुछ कंपनियों को फायदा होगा. अल्ट्राटेक सीमेंट, श्री सीमेंट, अंबुजा सीमेंट और एसीसी सीमेंट की लागतें बढ़ सकती हैं लेकिन ओएनजीसी ( ONGC), कोल इंडिया (Coal India) टाटा पावर (Tata Power) और हिंडाल्को (Hindalco) को फायदा हो सकता है.

इन सेक्टरों और शेयरों को हो सकता है नुकसान

BofA का कहना है कि ब्याज दरें अभी कम हैं लेकिन कुछ चुनिंदा सेक्टरों को कमोडिटी बढ़ती कीमतों का भार उठाना होगा. उदाहरण के लिए सीमेंट कंपनियों की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली 75 फीसदी बिजली कोयले से बनती है. इनकी ढुलाई की 40 फीसदी सड़क से होती है. ट्रकों से ढुलाई का मतलब डीजल की बढ़ी कीमतों का भार सहना है. कोयले और डीजल के दाम में 5 फीसदी की बढ़ोतरी मार्जिन में एक फीसदी तक कमी ला सकती है. अल्ट्राटेक, अंबुजा सीमेंट और एसीसी की कमाई 3.5 से 4.5 फीसदी तक घट सकती है.

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BofA का मानना है कि सीमेंट कंपनियों के अलावा पेंट कंपनियों के शेयर भी प्रभावित हो सकते हैं. एविएशन सेक्टर भी प्रभावित हो सकता है. Commecial गाड़ियों की बिक्री कम होने से NBFC प्रभावित होंगीं.

इन कंपनियों को हो सकता है फायदा

क्रूड और कोयले की कीमत बढ़ने से कोल इंडिया को फायदा हो सकता है. देश में कोयले का डिमांड-सप्लाई बैलेंस न होने का फायदा कंपनी को मिल सकता है. आयातित कोयले के दाम बढ़ने का फायदा भी कंपनी को हो सकता है. वित्त वर्ष 2022-23 में E-Auction मार्केट में कोल इंडिया के वॉल्यूम में 20 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद है. हिंडाल्को BofA के चुनिंदा शेयरों में शामिल है. टाटा पावर को भी फायदा होने की उम्मीद है क्योंकि इंडोनेशिया में ज्वाइंट वेंचर्स में चल रही इसकी कोयला खदानों से निकले कोयले का इसका फायदा मिलेगा .

(Kshitij Bhargava) 

स्टोरी में दिए गए स्टॉक रिकमंडेशन संबंधित रिसर्च एनालिस्ट व ब्रोकरेज फर्म के हैं. फाइनेंशियल एक्सप्रेस ऑनलाइन इनकी कोई जिम्मेदारी नहीं लेता. पूंजी बाजार में निवेश जोखिमों के अधीन हैं. निवेश से पहले अपने सलाहकार से जरूर परामर्श कर लें.)

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