/financial-express-hindi/media/post_banners/7huNUJ6oISUjOgC8wLqe.jpg)
फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल के नवी म्यूचुअल फंड ने सबसे कम खर्च अनुपात वाला नवी निफ्टी 50 इन्डेक्स फण्ड लांच किया है.
अगर निवेश के लिए लो कॉस्ट इंडेक्स फंड खोज रहे हैं तो आपके लिए बेहतर खबर है. कल 3 जुलाई को एक नया फंड ऑफर आ रहा है जिसका खर्च अनुपात बहुत कम है. फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल के नवी म्यूचुअल फंड ने सबसे कम खर्च अनुपात वाला नवी निफ्टी 50 इन्डेक्स फण्ड लांच किया है. इसका एनएफओ (न्यू फंड ऑफर) 3 जुलाई को खुलेगा और 12 जुलाई तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला रहेगा. नवी म्यूचुअल फंड सचिन बंसल्स बीएफएसआई का एक हिस्सा है. नवी निफ्टी 50 इन्डेक्स फण्ड एक ओपन एन्डेड स्कीम है जो कि पैसिव फंड की श्रेणी में अन्य इन्डेक्स स्कीम की तुलना में सबसे कम लागत वाली है और जारी प्रेस रिलीज के मुताबिक यह महज 0.06 फीसदी है. इसकी तुलना में अन्य इंडेक्स फंड्स 0.15 फीसदी से लेकर 0.20 फीसदी तक खर्च वसूल कर रहे हैं. इस योजना का निवेश उद्देश्य ट्रेकिंग एरर के अधीन निफ्टी 50 इन्डेक्स में शामिल कम्पनियों के स्टॉक्स में निवेश कर निफ्टी 50 इन्डेक्स के बराबर रिटर्न हासिल करना है.
Cost Inflation Index क्या है? जानिए आप पर टैक्स का बोझ कैसे घटा सकता है यह इंडेक्स?
खर्च अनुपात में कमी से निवेशकों को वास्तविक लाभ
इस लो-कॉस्ट इंडेक्स फंड की शुरुआत ऐसे समय में हुई है जब कई एएमसी अपने खर्च अनुपात में तेजी से बढ़ोतरी कर रही हैं. नवी एएमसी लिमिटेड के एमडी एवं सीईओ सौरभ जैन के मुताबिक एक इंडेक्स फण्ड के साथ निवेशकों को शेयरों के चयन के लिये विशेषज्ञता हासिल करने के लिये अधिक भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होती है. निवेशकों को वास्तविक लाभ खर्च अनुपात में कमी लाकर किया जा सकता है जबकि इंडेक्स फण्ड के जरिए उन्हें समान गुणवत्ता वाले पेशेवर पोर्टफोलियों प्रबंधन की सेवाऐं प्रदान की जाती है. जैन के मुताबिक नवी ने प्रत्यक्ष योजना प्रस्ताव के तहत लागत को घटाकर 0.06 फीसदी कर दिया है, जो कि वर्तमान में सूचकांक योजनाओं की श्रेणी में सबसे कम है.
क्या होता है एनएफओ
जब भी कोई एसेट मैनेजमेंट कंपनी ( AMC) कोई नया फंड लॉन्च करती है तो यह सिर्फ कुछ दिनों के लिए ही खुला होता है. फंड पोर्टफोलियो के लिए शेयर खरीदना इसका मकसद होता है और इसलिए इसके जरिये पैसा जुटाया जाता है. एक तरह से एक नए फंड की शुरुआत करने के लिए पैसा जुटाया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया को न्यू फंड ऑफर कहा जाता. कई मायनों में यह आईपीओ जैसा लगता है लेकिन यह वैसा नहीं होता. मौजूदा नियमों के मुताबिक भारत में एनएफओ की अवधि 3 से 15 दिनों तक होती है.