/financial-express-hindi/media/post_banners/JIOuMmtAQSku0Z7kXGcJ.jpg)
Sansera Engineering के शेयर 24 सितंबर को लिस्ट हो गए. शुक्रवार को इसके शेयर 9 फीसदी के प्रीमियम पर लिस्ट हुए. ऑटो सेक्टर की दिक्कतों को देखते हुए इसके कम प्रीमियम पर लिस्ट होने के आसार बन रहे थे. शुक्रवार को इसके शेयर एनएसई (NSE) पर 811.50 रुपये पर लिस्ट हुए. इसके प्राइमरी इश्यू के ऑफर प्राइस से यह सिर्फ 9.07 फीसदी ज्यादा है. वहीं BSE में यह 9.05 फीसदी प्रीमियम यानी 811.35 रुपये पर लिस्ट हुआ. हालांकि धीमी शुरुआत के बाद शेयर ने थोड़ी रफ्तार पकड़ी और इंट्रा डे ट्रेडिंग के दौरान इसने एनएसई ने 841.95 रुपये का स्तर छू लिया. वहीं बीएसई में इसने आखिरी के आधे घंटे की ट्रेडिंग के दौरान 842 रुपये का स्तर का लेवल हासिल कर लिया.
1283 करोड़ रुपये का आईपीओ 11.47 गुना सब्सक्राइब हुआ था
एनएसई में शुरुआती आधे घंटे में Sansera Engineering के 64 लाख शेयरों का कारोबार हुआ. ऑटो कंपोनेंट मैन्यूफैक्चरर्स Sansera Engineering का 1283 करोड़ रुपये का आईपीओ 11.47 गुना सब्सक्राइब हुआ था. सब्सक्रिप्शन 14 से 16 सितंबर तक के लिए खुला था . यह आईपीओ पूरी तरह ऑफर फॉर सेल था. कंपनी के शेयरोहल्डरों ने इसके तहत अपने 17,244,328 इक्विटी शेयर बेचे थे.
एक्सपर्ट्स की क्या है राय?
विश्लेषकों का कहना है कि Sansera Engineering ने वित्त वर्ष 2020-21 में 17.6 फीसदी का EBITDA मार्जिन हासिल किया है. रिटर्न रेश्यो 10 से 12 फीसदी का है. ICICI direct Research की रिपोर्ट के मुताबिक बैलेंसशीट की बात करें तो डेट और इक्विटी 0.6 गुना पर है. वैल्यूएशन के हिसाब यह शेयर FY21 में 744 रुपये के अपर एंड प्राइस में ईपीएस पर P/E के 35 गुना पर मौजूद है. कंपनी के सामने उभरते इंडस्ट्री ट्रेंड्स और टेक्नोलॉजी से तालमेल बिठाने की चुनौती है. साथ ही उसकी निर्भरता कुछ प्रमुख ग्राहकों पर भी बनी हुई है. साथ ही कीमत के मोर्च पर कस्टमर्स से दबाव बने रहने के आसार हैं.